सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
भारत देश हमारा ,
गूंज उठे गगन सारा
समुन्द्र छोड़े अपना किनारा
हिल जाए जहां सारा
जब गूंज उठे जय हिंद का नारा।
लेकिन होगा यह कब
सब के लियें,हक के लियें
न्याय के लियें बुलंद हो जंग का नारा ,
कमजोर ,असहाय का साथ देने का
हमेशां विचार हो हमारा,
उनका दर्द करें हम महसूस
उनकी तरह करें हम भी गुज़ारा ,
सोच लो दोस्तों ,
सहूलियतें मांगना और छीन कर लेना
आज़ादी नहीं पराधीनता हे
इसे छोड़ोगे तुम तो फिर देखों
सबसे प्यारा ,सबसे न्यारा
भारत देश हमारा यही गुन्जेंगा
विश्व भर में नारा प्यारा देश हमारा................
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
15 अगस्त 2010
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... behatreen .... badhaai va shubhakaamanaayen !!!
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