तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 जुलाई 2010
कोटा का बढा पुल फिर आगमन के लियें शुरू
कोटा में कोटा से जयपुर मार्ग पर बनी कुन्हाड़ी चम्बल पुलिया मरम्मत के बाद आम जनता के आवागमन के लियें फिर से शुरू हो गयी हे करीब डेढ़ करोड़ रूपये में इस पुलिया की मरम्मत हुई हे लेकिन विशेषज्ञों ने इस पुलिया की मरम्मत कार्य पर संतोष व्यक्त नहीं किया हे विह्श्ग्यों का कहना हे के जोड़ तोड़ कर इस पुलिया की मरम्मत करना सिविल इंजीनियरिंग और पुल मानकों के विरुद्ध हे इसलिए इससे कभी कोई हादसा हो सकता हे खेर सरकार ने तो इसे अब आम जनता के लियें खोल ही दिया हे अब होगा जो देखा जाएगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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बहुत अच्छी प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंराजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
मतलब अभी आना जाना सरल है...
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