आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

30 जुलाई 2010

आओ तुम्हें हसीनों में शामिल कर दूँ

खुद को हसीन
समझने वालों
आओ तुम्हें हकीकत के
हसीनों में शामिल कर दूँ
बस चले आओ
जिसके आगे सर हमारा झुकेगा
बस वही
हसीनों में शामिल हो जाएगा।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...