तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 अप्रैल 2010
कोटा राजस्थान का चम्बल पूल फिर मोट मांग रहा हे
जी हाँ २३ दिसम्बर का वोह काला दिन जब कोटा प्रशासन और कोटा में हेंगिंग चम्बल पुल निर्माण कर रहे लोगों की लापरवाही से चम्बल पूल बनने से पहले ही गिर गया और यहा करीब ४८ लोग बेमोट मारे गीते मुकदमा दर्ज हुआ , लोग गिरफ्तार हुए उनकी जमानत हो गयी जांच का नाटक चल रहा हे दोषियों को बचाने की पूरी कोशिश चल रहे हे हालात यह हे के एन एच आई ,कम्पनी जिन लोगों को जेल में होना चाहिए वोह ही इस जांच के मुखिया बने हें , इतना ही नहीं घटिया निर्माण और मजदूरों का विधिविरुद्ध शोष कर जो कम्पनी और इंजीनयर बेहिसाब मोतों के लियें ज़िम्मेदार बने हें आज वोही ब्लेक लिस्टेड होने की जगह उसी काम को फिर से कर रहे हें । कोटा का चम्बल पुल कोटा के लोगों को बाई पास देने के लियें जरूरी हे लेकिन कोटा में निर्माणाधीन चम्बल हेंगिंग पुल का मंडाना अन्न्न्तपुरा वाला हि स्सा भी कमजोर लग रहा हे और खुदा न खास्ता पुल अगर बनने के बाद टूटा तो यहाँ हजारों हजार रोजमर्रा निकलने वाले छोटे बढ़े हल्के भारी वाहनों में बेठे लोगों की जान को खतरा बना हुआ हे । हाल ही में इस मामले में मेने हमारी हूमन रिलीफ सोसाइटी और इंजीनियर रवि जेन की तरफ से राजस्थान मानवाधिकार आयोग को शिकायत भेजी थी जिसपर आयोग ने प्रसंज्ञान लेकर कोटा कलेक्टर को इस मामले में दोषी लोगों को दंडित करवाने और निष्पक्ष जांच की हिदायत दी हे, ताजुब हे के चम्बल पूल के गिरफ्तार आरोपियों की जब आदरणीय हाईकोर्ट ने जमानत खारिज कर दी थी तो फिर कोटा से उनकी जमानत किन आधारों पर हुई ।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)