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13 अप्रैल 2010

लो क सं घ र्ष !: या रब, न वह समझें हैं, न समझेंगे मेरी बात

लो क सं घ र्ष !: या रब, न वह समझें हैं, न समझेंगे मेरी बात jnaab aapne apne alfaazon me aam aadmiyon ke snghrsh kaa sch jis trh se byaan kiyaa he voh qabile taarif he mehrbaani krke meri mubaarkbaad qubul kijiye . akhtar khan akela kota rajasthan

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