तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 मार्च 2010
में हिन्दुस्तान हूँ
जी हाँ में हिन्दुस्तान हूँ ,मुझे मुगलों राजाओं अंग्रेजों ने लूटा हे मुझे आज नेता ,अफसर , उद्योगपति , गुंडे लूट रहे हें देखो फिर भी में कल की तरह अपनी जगह मुस्कुराता हुआ खड़ा हूँ मेरे पर्वत लोगों की रक्षा में हें , मेरी नदियाँ लोगों की प्यास बुझा रही हें , मेरी जमीन लोगों की भूक मिटा रही हे । जी हाँ में हिन्दुस्तान हूँ मेरे नेता जनता को ठग रहे हें , आतंकवादियों के आगे नतमस्तक हें , अमेरिका और दुसरे देशों के गुलाम बने हें ,पड़ोसी मुट्ठी भर लोगों का कमजोर देश मुझ पे गुर्राता हे मुझ से ग़द्दारीकरता हे फिर भी मेरी एक इंच जमीन भी मेने किसी को नही दी हे क्योंकि में हिन्दुस्तान हूँ । जी हाँ में हिन्दुस्तान हूँ मेरे यहाँ बेईमान , मिलावटखोर, गद्दार , धर्म के नाम पर साम्प्रदायिकता फेलाने वाले ,भ्रष्ट लोग मुंह छुपाए बेठे हें लेकिन देखो में फिर भी अपनी जगह खड़ा हूँ क्योंकि में हिन्दुस्तान हूँ । तो दोस्तों कहदो मेरे हिन्दुस्तान के गद्दारों से अब हम भी हिन्दुस्तान के साथ जाग रहे हें और इसीलिए अब हिन्दुस्तान के अमन चेन के दुश्मन ,भ्रष्ट बेईमान लोगों की खेर नहीं हे सुधर गये तो तुम्हे माफ़ क्र दूंगा क्योंकि जी हाँ में हिन्दुस्तान हूँ।
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