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08 दिसंबर 2025

भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के आह्वान पर आगामी 14 दिसम्बर को दिल्ली में आयोजित होने वाली वोट चोर , गद्दी छोड़ महारैली की कोटा जिला कांग्रेस में तय्यारियों को लेकर बैठक आयोजित की गई कांग्रेस के कई पदाधिकारी , अधिकतम पदाधिकारी नदारद रहे

 

भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के आह्वान पर आगामी 14 दिसम्बर को दिल्ली में आयोजित होने वाली वोट चोर , गद्दी छोड़ महारैली की कोटा जिला कांग्रेस में तय्यारियों को लेकर बैठक आयोजित की गई कांग्रेस के कई पदाधिकारी , अधिकतम पदाधिकारी नदारद रहे ,, फोटो में बानगी देखिएगा , कोटा शहर , कोटा देहात की यह संयुक्त बैठक , आठ विधानसभा में दो विधायक , छह हारे हुए विधायक प्रत्याक्षी,, दो जिला अध्यक्ष , पूर्व अध्यक्ष , पूर्व विधायक , भाजपा में जाकर आये हुए कई लोग , सोलह ब्लॉक अध्यक्ष , सोलह पी सी सी सदस्य , तीस से भी अधिक नगर अध्यक्ष , इक्कीससो से ज़्यादा बूथ अध्यक्ष , दो दर्जन अग्रिम संगठन के अध्यक्ष , दस दर्जन अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी , प्रदेश पदाधिकारी , दो दर्जन प्रदेश से बिना पी सी सी मेंबर के बनाये गए प्रदेश पदाधिकारी , पूर्व पदाधिकारी ,, देहात , शहर जिला कांग्रेस कार्यकारिणी , यानी पांच हज़ार से भी ज़्यादा अधिकृत लोग , और ऐसी महत्वपूर्ण बैठक में सिर्फ औपचारिक गिनती के लोग , तो फिर कांग्रेस संगठन कैसे आगे बढ़ेगा , कांग्रेस अगर यूँ ही अख़बारों में , विञप्तियों में , सोशल मीडिया में , खालिस घोषणाओं में ही चलती रही , ज़मीन पर नहीं आई तो फिर कांग्रेस कैसे आगे बढ़ेगी , कांग्रेस कार्यालय में संगठन पुनर्गठन के बाद यह पहली बैठक , संयुक्त बैठक और गिनती वही ढाक के तीन बात , तो फिर वोट चोर , गद्दी छोड़ के नारे का क्या , अगर हम वोट चोरी को रोकने वाले बूथ कार्यकर्ता और कांग्रेस के पदाधिकारी ही लापरवाह रहेंगे , मेदान ही खुला छोड़ देंगे , हम वोट चोरी नहीं हो, ज़िम्मेदारी निभाएंगे ही नहीं, इसके लिए चौकीदारी करेंगे ही नहीं , बस नियुक्त हो जाएंगे , मालाएं पहन लेंगे , बधाइयां ले लेंगे , और कांग्रेस के मुद्दों पर कोटा ज़िले में पांच हज़ार से भी ज़्यादा पदाधिकारियों की फौज होने पर भी महत्वपूर्ण मुद्दों पर आयोजित बैठक में सिर्फ गिनती के लोग , मुंग में सफेदी भी नहीं , तो फिर बताओं ना हम जीतेंगे कैसे , हम वोट चोरो को वाक् ओवर खुद ही तो दे रहे हैं , फिर प्रदेश के पदाधिकारी इस लापरवाही पर चुप क्यों है , क्या ज़रूरत है प्रभारियों की , सह प्रभारियों की , बूथ एस आई आर प्रभारियों की , संगठन के प्रभारियों की , अग्रिम संगठनों के प्रभारियों की , क्यों हम ऐसी नौटंकी करते है , अगर हमे जीतना है , तो इतने लोगों की टीम में से अगर दस फीसदी भी रिचार्ज हो जाए और निकम्मे , नाकारा जो पद लेकर बैठे हुए लोग है उन्हें हटाकर ज़िम्मदारों को बना दिया जाए , विधायक का टिकिट लेकर विधायक बनकर या फिर चुनाव हारकर भी वोह ऐसी बैठकों की उपेक्षा करते है तो फिर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही तो होना ही चाहिए , यह तो सिर्फ कांग्रेस के पदाधिकारी , आमत्रित सदस्यों की गिनती है , अगर पार्षद , पूर्व पार्षद , हारे हुए पार्षद प्रत्याक्षी नगर निगम और आधा दर्जन नगर पालिकाओं के ,पार्षद प्रधान , सरपंच , पंच, जिला परिषद सदस्यों , डाइरेक्टर , समितियों के लोगों की गिनती करें तो फिर तो गिनती पांच हज़ार से भी दुगुनी के लगभग होगी , सोचो , इतने सारे कांग्रेस के अकेले कोटा ज़िले में पहरेदार , सोशल मिडिया एक्टिविस्ट , लेकिन कांग्रेस संगठन की बेठकों में टांय टांय फिस्स , गिनती के लोग , कांग्रेस कार्यक्रमों में गिनती के लोग , एस आई आर निगरानी में अगर कोटा शहर क़ाज़ी की टीम , सोनू कुरैशी की टीम , जोंटी बिरवाल और कुछेक और लोगों की टीम सक्रिय नहीं होती , तो यह जो बूथ कार्यकर्ताओं की दो हज़ार से ज़्यादा की टीम बनाई थी ना , और इन्हे रिचार्ज करने के लिए एक विधायक जी को कोटा का प्रभारी बनाया भी था ना, जो कोटा में आकर फटके भी नहीं , तो फिर तो वाट लग ही जाती ना , और फिर कहते हैं , वोट चोरी हो रहे हैं ,, अरे तुम्हारे नियुक्त चौकीदार ही जब लापरवाह है , बक़ौल अशोक जी गहलोत के, जो शब्द उन्होंने किन्ही के लिए इस्तेमाल किये थे , वही शब्द देखिए के यह नाकारा है , निकम्मे है , तो फिर वोट भी चोरी ,होंगे गद्दी पर भी यही वोट चोर बैठेंगे , और हमे ऐसी घोर लापरवाही के बाद ,, अपनी मॉनिटरिंग में फेल्योर गिरी के बाद यह तो कहने का हक़ ही नहीं है के वोट चोरी हो गए , इसलिए कहता ,हूँ बदलो खुद को बदलो , भाई साहबों की जेब से बाहर निकलो , एक दूसरे से गुटबाज़ी की रंजिश भुलाकर गले मिलो , कांग्रेस का जो एक लिखित संविधान है ना, जिसमे कांग्रेस संगठन के संचालन और कांग्रेस सदस्य , पदाधिकारियों के कर्तव्यों का उल्लेख है , वैसे , सिर्फ वैसे ही कोंग्रेसी बनकर दिखाओ , फिर देखिये कांग्रेस कैसे फिर लौटकर आती है , गली ,, मोहल्लों , गाँव , ढाणी , विधानसभा , लोकसभा में कैसे कांग्रेस का परचम ज़िंदाबाद के नारों के साथ लहराता है , लेकिन इसके लिए हमें अपनी यह कमज़ोरियाँ देखना होंगी इसे सुधारना होगा , अपनी नाकामयाबी , आम जनता से अलग थलग होने की ,कारगुज़रियां , संगठन संचालन की फेल्योरगिरि , अपने मुंह मियाँ मिट्ठू बनकर खुद की तारीफ करने की संस्कृति पर रोक लगाना होगी , यह जो जेब में रखे पदाधिकारियों की सूचि है ना यह कांग्रेस कार्यालय में चस्पा करना होगी , इन्हे सभी को रोल कॉल कर हाज़री लगाकर , कांग्रेस की बैठकों और कार्यक्रमों में बुलाने का नियम बनाना होगा , कांग्रेस कार्यालयों को नियमित दिन प्रतिदिन दस से पांच बजे तक खोलकर वहां आम जनता की समस्याओं के समाधान की व्यवस्थाएं करना होंगी , आम जनता से घर घर जाकर जुड़ना होगा , नहीं तो बैठो एयर कंडीशनों में , किराए की भीड़ लाकर मंच पर डांस करो , अपना भाषण पेलो , आम कार्यर्कताओं की सुनो ही मत , यहां तक की भाजपा के मददगारों की सूचि सुबूतों के साथ आपको देने के बाद भी , उनके खिलाफ कोई भी कार्यवाही मत करो , ताके यह आस्तीन के सांप फिर आगे कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएं , तो फिर वोट चोर , गद्दी छोड़ के मायने भी किया है , कार्यकर्ताओं से संवाद नहीं , राष्ट्रिय अध्यक्ष , प्रदेश अध्यक्ष रणनीतिकार राहुल गाँधी के सम्पर्क सूत्र अलग थलग , उन्हें भेजी गई चिट्ठियों का संज्ञान नहीं , जवाब की परम्परा नहीं , अच्छे सुझाव होने पर भी अमल नहीं , तो फिर कांग्रेस के लिखित संविधान के खिलाफ तुम कुछ भी कर लो , कांग्रेस तो ज़िंदा होने वाली नहीं , क्योंकि कांग्रेस का जो लिखित संविधान है ना ,वही कांग्रेस की आत्मा है , उसे ही स्वीकार करो , उसे अनुशासन के डंडे के साथ शत प्रतिशत लागू करो , फिर देखो , कैसे दौड़ती है कांग्रेस कैसे जीतती है कांग्रेस , कैसे ज़िंदाबाद होती है कांग्रेस ,मेरी तरह आप भी ओरिजनल कोंग्रेसी बनो , संविधान में लिखित कार्यर्कता ,पदाधिकारी की हैसियत से कांग्रेस के ज़िम्मेदार बनो , , लापरवाह लोगों की ,. गुटबाज़ी में फंसे लोगों की पोल भी खोलो , उन्हें सुधारो भी , एक भी करो और कांग्रेस कार्यालयों को घरों में से निकालकर फिर से कांग्रेस कार्यालयों में ही , नियमित दिन प्रतिदिन , सुबह से शाम तक ,व्यवस्थित तरीके से आम जनता की सुनवाई से जोड़कर आबाद करो तो सही , फिर आपकी मर्ज़ी ,चुनाव लड़ो , रैलियों में किराए की भीड़ देखकर जीत के प्रति गुमराह रहो , और फिर हार का ठीकरा वोट चोरी , ई वी एम मशीन , ओवेसी वगेरा वगेरा को देते रहो , ,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

बाल साहित्य को समर्पित देश के अग्रणीय बाल साहित्यकार डॉ. विकास दवे का समरस संस्थान द्वारा अभिनंदन

 

बाल साहित्य को समर्पित देश के अग्रणीय बाल साहित्यकार डॉ. विकास दवे का समरस संस्थान द्वारा अभिनंदन..............
समरस संस्थान साहित्य सृजन भारत गांधीनगर, गुजरात के पदाधिकारियों ने रविवार को कोटा में आयोजित एक कार्यक्रम में मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे को अभिनंदन किया। संस्थान के संस्थापक एवं संयोजक डॉ. मुकेश कुमार व्यास की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शशि जैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. प्रभात कुमार सिंघल ने डॉ. दवे को माल्यार्पण कर , संस्था का उपराना और शाल ओढ़ा कर अभिनंदन पत्र भेंट किया। राजस्थान प्रांत प्रभारी डॉ. वैदेही गौतम, संभागीय अध्यक्ष महेश पंचोली, जितेंद्र निर्मोही, रीता गुप्ता, साधना शर्मा ,विजय जोशी मौजूद रहे।
अभिनंदन पत्र का वाचन करते हुए डॉ. प्रभात सिंघल ने कहा विस्तृत आभामंडल वाले देव बाल साहित्य के फलक को अपनी चन्द्र किरणों से आलोकित कर रहे हैं। हंसमुख, सरल , सहज स्वभाव वाले देव ज्ञानवान हैं, कर्मयोगी हैं, क्षीण विचारों से मुक्त हैं। आपको राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से अनुमोदित, डॉ. मृदुला सिन्हा (महामहिम राज्यपाल, गोआ) द्वारा अभियान का ब्रांड एम्बेसेडर मनोनित किया जाना गर्व की बात है।
अहर्निश बाल साहित्य सृजन के साथ-साथ डॉ. दवे कर्त्तव्य परायणता, आस्था, निष्ठा एवं नैतिकता के साथ मध्यप्रदेश सरकार की साहित्य अकादमी में निदेशक के रूप में अपनी रचनात्मक भूमिका का निर्वाह कर हिंदी, साहित्य और संस्कृति की सेवा कर रहे हैं। सृजन और सेवा से आपने साहित्य जगत में अपना विशिष्ठ स्थान बनाया है। आपके मार्गदर्शन, मूल्यवान परामर्श एवं प्ररेणा से साहित्य अकादमी देशभर में अग्रणीय पंक्ति में है।
भारतीय पौराणिक संस्कृति और राष्ट्र भक्ति के साथ-साथ बाल मनोविज्ञान से प्रेरित बाल साहित्यकार डॉ. विकास दवे राजस्थान और मालवा के गौरव हैं और साहित्य जगत में उनका कद व व्यक्तित्व समस्त सीमाओं से परे है । इन्होंने विश्व की सर्वाधिक प्रसार संख्या वाली पत्रिका ‘देवपुत्र’ का 32 वर्ष तक संपादन किया और वर्तमान में मानद संपादक के रूप बाल-साहित्य के उत्थान के लिए कटिबद्ध हैं। आपने 'समकालीन बाल साहित्य' (भारत की प्रथम बाल साहित्य शोध पत्रिका), 'हरिद्रा' अंतराष्ट्रीय शोध पत्रिका तथा साहित्य अकादमी म. प्र. की पत्रिका 'साक्षात्कार' का संपादन भी किया है। विविध विषयों पर इनके 50 से अधिक शोध आलेख प्रकाशित हो चुके हैं।
आपने देशभर की प्रतिष्ठित व्याख्यान मालाओं, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में बाल साहित्य सहित अनेक विषयों पर तीन हजार से अधिक व्याख्यान दिए हैं। पाठ्यक्रमों में आपकी रचनाएं शामिल हैं। आपको 150 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करने का गौरव प्राप्त है।
चंबल से श्रृंगारित कोटा नगर में स्वागत करते हुए बाल साहित्य में विराट व्यक्तित्व के धनी डॉ. विकास दवे को उनके सहिष्णु स्वभाव, जन हितैषी, साहित्यिक और राष्ट्रीय महत्त्व के कार्यों में अनुपम योगदान करने वाले व्यक्तित्व को यह अभिनंदन पत्र समर्पित करते हुए हम हर्ष और गौरव का अनुभव कर रहे हैं । हम आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।
इस अवसर बाल साहित्यकार दिविक रमेश, , बलदाऊ राम साहू, ओमप्रकाश क्षत्रिय एवं बड़ी संख्या में हाड़ोती अंचल के बाल साहित्यकार उपस्थित रहे। सभी ने उनके उनके बाल साहित्यिक कार्यों को प्रेरक और अनुकरणीय बताया।
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डॉ. प्रभात कुमार सिंघल
लेखक एवं पत्रकार, कोटा

(अगर ऐसा है तो) मै उसे सख़्त से सख़्त सज़ा दूँगा या (नहीं तो ) उसे ज़बाह ही कर डालूँगा या वह (अपनी बेगुनाही की) कोई साफ़ दलील मेरे पास पेश करे

 (अगर ऐसा है तो) मै उसे सख़्त से सख़्त सज़ा दूँगा या (नहीं तो ) उसे ज़बाह ही कर डालूँगा या वह (अपनी बेगुनाही की) कोई साफ़ दलील मेरे पास पेश करे (21)
ग़रज़ सुलेमान ने थोड़ी ही देर (तवक्कुफ़ किया था कि (हुदहुद) आ गया) तो उसने अर्ज़ की मुझे यह बात मालूम हुयी है जो अब तक हुज़ूर को भी मालूम नहीं है और आप के पास शहरे सबा से एक तहक़ीकी ख़बर लेकर आया हूँ (22)
मैने एक औरत को देखा जो वहाँ के लोगों पर सलतनत करती है और उसे (दुनिया की) हर चीज़ अता की गयी है और उसका एक बड़ा तख़्त है (23)
मैने खु़द मलका को देखा और उसकी क़ौम को देखा कि वह लोग ख़ुदा को छोड़कर आफ़ताब को सजदा करते हैं शैतान ने उनकी करतूतों को (उनकी नज़र में) अच्छा कर दिखाया है और उनको राहे रास्त से रोक रखा है (24)
तो उन्हें (इतनी सी बात भी नहीं सूझती) कि वह लोग ख़ुदा ही का सजदा क्यों नहीं करते जो आसमान और ज़मीन की पोशीदा बातों को ज़ाहिर कर देता है और तुम लोग जो कुछ छिपाकर या ज़ाहिर करके करते हो सब जानता है (25)
अल्लाह वह है जिससे सिवा कोई माबूद नहीं वही (इतने) बड़े अर्श का मालिक है (सजदा) (26)
(ग़रज़) सुलेमान ने कहा हम अभी देखते हैं कि तूने सच सच कहा या तू झूठा है (27)
(अच्छा) हमारा ये ख़त लेकर जा और उसको उन लोगों के सामने डाल दे फिर उन के पास से जाना फिर देखते रहना कि वह लोग अखि़र क्या जवाब देते हैं (28)
(ग़रज़) हुद हुद ने मलका के पास ख़त पहुँचा दिया तो मलका बोली ऐ (मेरे दरबार के) सरदारों ये एक वाजिबुल एहतराम ख़त मेरे पास डाल दिया गया है (29)
सुलेमान की तरफ से है (ये उसका सरनामा) है बिस्मिल्लाहिररहमानिरहीम (30)

07 दिसंबर 2025

दिवंगत अमर रहे, इसलिए मृत्यु की पुष्टि होते ही परिजन करवाते है,नेत्रदान

  दिवंगत अमर रहे, इसलिए मृत्यु की पुष्टि होते ही परिजन करवाते है,नेत्रदान
2. चिकित्सक पिता का पुत्र ने और दादी माँ का पौत्र ने कराया नेत्रदान

हाडोती संभाग में नेत्रदान जागरुकता का प्रतिशत काफी बढ़ चुका है । संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन की सचिव डॉ संगीता गौड़ ने बताया कि,पिछले छह माह में हाडोती संभाग प्राप्त हुए  नेत्रदानों में 90% लोग ऐसे थे,जिन्होंने परिजन की मृत्यु की पुष्टि होते ही तुरंत परिजन के नेत्रदान करवाने के लिए संस्था को संपर्क किया ।

शनिवार को, जयश्री विहार निवासी व ज्योति मित्र मयंक जैन के पिता डॉ सुरेश चंद जैन का देर रात जयपुर में आकस्मिक निधन हुआ, मृत्यु की पुष्टि होते ही,मयंक ने तुरंत ही संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन को रात 11:00 बजे सूचना दी, कि पिताजी का देहांत हो गया है,और सुबह 5:00 तक उनका पार्थिव शव कोटा आ जाएगा । परिजनों की सहमति के अनुसार संस्था के सहयोग से डॉ सुरेश चंद का नेत्रदान सुबह 6:00 बजे संपन्न हुआ ।

ज्ञात हो कि,4 वर्ष पूर्व मयंक के माध्यम से ही उनकी माताजी स्वर्गीय श्रीमति कनक लता जैन का भी नेत्रदान संपन्न हुआ था । मयंक ने अपना स्वयं का देहदान संकल्प पत्र भी शाइन इंडिया फाउंडेशन के साथ भरा हुआ है ।


शनिवार रात को ही ग्राम घाटोली,जिला झालावाड़ निवासी कृष्णा गौतम के निधन की पुष्टि होते ही,पौत्र विशेष ने संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन को संपर्क कर दादी मां का नेत्रदान संपन्न करवाया था ।

संस्थापक डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया कि,शोक की सूचना से एक तरफ जहाँ पूरा परिवार दुख में आ जाता है,ऐसे में किसी एक सभ्य व्यक्ति द्वारा नेत्रदान की समझाइश और नेत्रदान होना,किसी न किसी तरह से शोक को कम करने का साधन बनता है ।

दिल्ली में 14 दिसंबर को आयोजित होने वाली वोट चोर गद्दी छोड़ महारैली को लेकर रविवार को गुमानपुरा स्थित काँग्रेस कार्यालय मे शहर एवं देहात जिला काँग्रेस कमेटी की संयुक्त तत्वाधान में बैठक हु

 

कोटा 7 दिसंबर ।
दिल्ली में 14 दिसंबर को आयोजित होने वाली वोट चोर गद्दी छोड़ महारैली को लेकर रविवार को गुमानपुरा स्थित काँग्रेस कार्यालय मे शहर एवं देहात जिला काँग्रेस कमेटी की संयुक्त तत्वाधान में बैठक हुई बैठक में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राखी गौतम , देहात कांग्रेस अध्यक्ष भानूप्रताप सिंह तथा पीसीसी महासचिव जिला प्रभारी देशराज मीणा विशेष रूप से मौजूद रहे
बैठक में कांग्रेस जनों ने नवनियुक्त शहर कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष राखी गौतम तथा देहात अध्यक्ष भानूप्रताप सिंह का माला पहनाकर स्वागत किया दोनों जिला अध्यक्षों ने पीसीसी महासचिव कोटा प्रभारी देशराज मीणा का स्वागत किया बैठक में शहर अध्यक्ष राखी गौतम ने दिल्ली महारैली में भाग लेने तथा इसकी तैयारियों को लेकर ब्लॉक अध्यक्षों तथा कांग्रेस पदाधिकारियों को जिम्मेदारी देकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए इसी तरीके से देहात अध्यक्ष भानूप्रताप सिंह देहात के ब्लॉक अध्यक्षों पार्टी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी।
उक्त जानकारी देते हुए कांग्रेस महासचिव डॉ विजय सोनी ने बताया बैठक का संचालन रामगंजमंडी से विधायक प्रत्याशी रहे महेन्द्र सिंह राजोरिया ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापित देहात ब्लॉक अध्यक्ष गीता मेघवाल ने किया। बैठक में मुख्यरूप से पीसीसी महासचिव देशराज मीणा पूर्व विधायक पूनम गोयल , पूर्व जिलाध्यक्ष रविन्द्र त्याग , विधायक प्रत्याशी महेंद्र राजोरिया , वरिष्ठ कांग्रेस नेता जगदीश ठाडा, पीसीसी सचिव शिवराज गुंजल , पीसीसी महासचिव अनूप ठाकुर , मंजूर तंवर , पीसीसी सदस्य जसवंत चौधरी , उप महापौर पवन मीणा, सोनू कुरैशी ,सेवादल जिलाध्यक्ष प्रेम लाहौरिया, अब्दुल हामिद गौड़, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष शालिनी गौतम , युवा कांग्रेस मौजूद्दीन गुड्डू , एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विशाल मेवाड़ा, एनएसयूआई देहात जिलाध्यक्ष निरंजन योगी , ब्लॉक अध्यक्ष गीता मेघवाल , शकील अहमद सांगोद, नरेंद्र गुर्जर सुल्तानपुर, देवेंद्र सिंह रामगंजमंडी , जयेश शृंगी एवं जोगेंद्र वीरवाल कोटा दक्षिण , अनिरुद्ध मीणा सिमलिया , पवन बाबेल, , एस सी कांग्रेस परस राम बैरवा, दिनेश खटीक , पारस वर्मा ,मदनमोहन नागर ,
धन्नालाल मेघवाल , एसटी कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूर्य प्रकाश मीणा, पर्यावरण प्रकोष्ठ बालमुकुंद यादव , विधि प्रकोष्ठ लक्ष्मण सिंह , पदम गौतम, पूर्व जिलाध्यक्ष रूक्मणी मीणा, पूर्व जिला परिषद सदस्य राम राज यादव , एसटी कांग्रेस प्रदेश महासचिव महावीर मीणा कचोलिया सहित पार्षदगण, मंडल अध्यक्षगण, जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी एवं कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे

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