गर्मियों में लू से बचाव के उपाय
आप सभी स्वस्थ रहें और अपने परिवार को भी स्वस्थ रखें
कोटा। गर्मियों का मौसम बहुत मुश्किल भरा होता है ऐसे में अपना खुद का ध्यान रखना हमारी खुद की जिम्मेदारी है क्योंकि बदलते मौसम का असर हमारी सेहत पर पड़ता है आज हम स्वस्थ रहने पर कम ध्यान देते हैं जबकि दूसरी तरफ बीमारियां होने पर इलाज को लेकर ज्यादा परेशान रहते हैं देसी एवं सेहतमंद चीजें खाने की बजाय बीमारियां फैलाने वाली चीजों का अधिक इस्तेमाल करते हैं प्यास लगती है तो हम पानी की जगह कुछ और पीना पसंद करते हैं जिससे प्यास तो बुझती नहीं बीमारियां जरूर बढ़ जाती है इसलिए डॉक्टर वितुल खंडेलवाल जो कि हाडोती स्वास्थ्य सेवा संस्थान के अध्यक्ष, वैलनेस कोच एवं योगा इंस्ट्रक्टर भी हैं बताते हैं की स्वस्थ रहने के खास मंत्र सेहत को लेकर संकल्प लेने की जरूरत है केमिकल वाली चीजों से दूरियां बनाएं प्राकृतिक चीजें अपनाएं एवं जीवन भर स्वस्थ रहें हमारे शरीर का निर्माण पंचमहाभू तो यानी पृथ्वी ,जल ,अग्नि, वायु ,आकाश से बना है इनके असंतुलन से शरीर में वात पित्त और कफ का संतुलन बिगड़ता है तो शरीर रोग युक्त होता है इनका सीधा संबंध हमारे आहार-विहार दिनचर्या से है ऐसे में अगर दिनचर्या हम सभी सही रखेंगे तो हमेशा जीवन भर स्वस्थ रहेंगे सूर्य एवं चंद्रमा का ध्यान रखकर स्वस्थ हो क्योंकि इन्हें ध्यान में रखते हुए हमारे पूर्वजों ने स्वस्थ जीवन शैली के लिए दिनचर्या का निर्धारण किया था।
डॉक्टर वितुल खंडेलवाल ने बताया कि यदि निम्नलिखित तथ्यों का ध्यान यदि हम रखें तो इस पूरी गर्मियों में अपने आप को लू से बचाए रखने में पूर्णतया सफल हो सकेंगे 1) ब्रह्म मुहूर्त यानी सुबह 4:30 से 5:30 के बीच उठना सबसे अच्छा समय होता है इस समय उठने से सौंदर्य ,बल ,विद्या ,बुद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है सुबह की शुद्ध वायु तन मन को स्फूर्ति ,ऊर्जा से भर देती है इस समय योग व्यायाम व प्राणायाम करने से शरीर हमेशा निरोगी बना रहता है सुबह की ताजा हवा हमारे इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाती है जिससे हमें दिन भर की गर्मी की तपन से लड़ने की ताकत प्रदान करती है। 2) पसीना आने तक व्यायाम अवश्य करना चाहिए सुबह जल्दी उठने के बाद कम से कम 1 लीटर पानी गुनगुना फिल्टर्ड अवश्य पीना चाहिए शोच निवृत्ति का समय लगभग निर्धारित रहना चाहिए योग तब तक करना चाहिए जब तक कि आपकी अच्छी तरह से पसीना ना निकले लग जाए इससे पता चलता है कि शरीर के सभी अंगों तक ऊर्जा पहुंच चुकी होती है और वे सक्रिय रूप से कार्य करने में सक्षम हो चुके हैं। व्यायाम शुरू करने से पहले पानी का सेवन अवश्य करें एवं व्यायाम खत्म होने के आधे घंटे बाद ही पानी का या कोई भी लिक्विड चीज का सेवन करें। 3) गर्मियों में लू से बचने के लिए कम से कम 2 बार स्नान अवश्य करें गर्मियों के दिनों में नलों में काफी गर्म पानी आता है उसके लिए आप पहले से ही पानी को भरकर रखें जिससे कि वह पानी अच्छी तरह से ठंडा हो जाए और उसके बाद उससे आप अपने आप को और अधिक तरोताजा एवं स्फूर्ति दायक बना सकते हैं।4) दोनों समय स्नान के बाद पूजा एवं ध्यान को हमें जरूर करना है क्योंकि शरीर के लिए जिस तरह अच्छा खानपान जरूरी हो गया उसी के समान ही दिमाग के लिए ध्यान है इससे हमारी याददाश्त स्मरण शक्ति एवं हमारा विल पावर स्ट्रांग बनती है जिससे हमें लूं मैं अपने आप को बचाने की ताकत मिलती है। 5 )गर्मियों में घर से निकलने से पहले अच्छी तरह से खाकर एवं पूरी तरह से तरल पदार्थ लेकर ही घर से बाहर निकले हमारा नाश्ता हमेशा सूर्य निकलने के बाद ही करें ताकि मेटाबॉलिज सक्रिय हो सके इसमें सभी पोषक तत्व होने चाहिए उसके लिए डॉ वितुल खंडेलवाल हर्बल लाइफ कंपनी का फार्मूला वन शेक एवं प्रोटीन को अपने नाश्ते में शामिल करने की सलाह देते हैं जिससे हमें पूरे दिन की हमारे शरीर की जरूरत के 114 तरह के पोषक तत्व यानी विटामिन, मिनरल ,कार्बोहाइड्रेट ,प्रोटीन इत्यादि सुबह के नाश्ते में ही मिल सकेंगे और हम पूरी तरह से लू से बचने में सक्षम हो सकेंगे।6) नाश्ते के पहले हर्बल लाइफ कंपनी की अफ्रेश हर्बल टी दिन में तीन बार कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए जिससे कि इस हर्बल लाइफ के अफ्रेश हर्बल टी में उपस्थित गौरोना सीड एवं कैफ़ीन हमारे पूरे शरीर के टॉक्सिंस को बाहर निकालने में सक्षम होता है जिससे कि हमें लू लगने की संभावना बिल्कुल भी नहीं रहती है और शरीर में तापमान स्थिर रहता है जिससे बाहर के तापमान का असर हमारे ऊपर कम से कम रहेगा और लू लगने की संभावना बिल्कुल भी नहीं रहेंगी। 7) सुबह एवं शाम के भोजन के आधे घंटे पहले अधिक से अधिक मात्रा में सलाद हमें अवश्य लेनी चाहिए जिसमें खीरा, ककड़ी ,प्याज ,चुकंदर, पत्ता गोभी, टमाटर इत्यादि चीजें भरपूर मात्रा में होनी चाहिए जिससे हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ता है और हमें गर्मी से राहत मिलती है। क्योंकि प्याज एक लू निवारक भी है यह तनाव रोधी अजीर्ण एवं डिहाइड्रेशन इत्यादि में लाभप्रद है इसलिए भोजन के पहले प्याज अवश्य लेना चाहिए कच्चे प्याज से खराब कोलेस्ट्रॉल व दिल की कार्यप्रणाली व रक्त संचार में सुधार होता है यह कैंसर सेल्स की वृद्धि को रोकता है। दोपहर का भोजन 12:00 से 1:00 के बीच ही होना चाहिए इसकी वजह सूर्य का सबसे तेज होना है इस समय जठराग्नि यानी मेटाबॉलिज्म सिस्टम बहुत अच्छा होता है खाना चबा चबा कर बिना पानी के ,बिना टीवी देखें ,बिना मोबाइल एवं बातचीत के चबा चबा कर करना चाहिए नाश्ता लंच डिनर के बीच में एक मौसमी फल जरूर लेने चाहिए जैसे आम,पपीता ,तरबूज ,खरबूज, केला ,आम इत्यादि। अपनी दिनभर की खानपान में कड़ी पत्ता रोज लेना चाहिए जिससे पेट में ठंडक बनी रहती है तुलसी गिलोय अश्वगंधा लेने से हमारा इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ता है मेथी दाना लेने से ब्लड शुगर का स्तर कम होता है। 9) गर्मियों में घर से बाहर निकलने से पहले आंखों के ऊपर चश्मा अवश्य लगाना चाहिए और दिन में कम से कम 3 बार ठंडे पानी से मुंह में पूरी तरह से पानी भर कर अपनी दोनों आंखों को कंगन कंपनी के एल्कलाइन वाटर या फिल्टर्ड पानी से धोना चाहिए और साथ में गाजर, दूध ,आम ,गुलाब जल ,खीरा ककड़ी गाजर इत्यादि का सेवन जरूर करना चाहिए जिससे हमारी आंखों में ठंडक बनी रहेगी। 10) सूर्यास्त के साथ ही शरीर की अग्नि भी बंद हो जाती है इसलिए खाना पचाने की ताकत कम हो जाती है अतः सूर्यास्त के थोड़ी देर बाद ही शाम का खाना ले लें क्योंकि रात में मेटाबॉलिज कम रहता है इसलिए जितना हो सके हलका आहार ही लें खाने एवं सोने के बीच कम से कम 3 घंटे का अंतर रखें शाम के भोजन के पश्चात कम से कम 2 किलोमीटर अवश्य पैदल चलें। दोनों समय भोजन प्राप्ति के पश्चात कम से कम 10 मिनट से 40 मिनट तक वज्रासन में अवश्य बैठे । 11) हमारे शरीर में वात पित्त कफ का बैलेंस बनाए रखने के लिए कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें दोपहर में सोने से बचें ऐसी एवं कूलर में सोने के तुरंत बाद धूप में ना निकले। 12) हमें प्रयास करना चाहिए कि दोपहर के 12:00 बजे से शाम के 4:00 बजे तक यदि जरूरी काम ना हो तो धूप से बचने का प्रयास करें छाता ,हेलमेट ,ग्लब्स, स्कार्फ,केप इत्यादि चीजों का इस्तेमाल करें जिससे आप धूप के डायरेक्ट संपर्क से बच सकें घर से धूप में निकलने से पहले छाछ कैरी का पना एवं प्रचुर मात्रा में लिक्विड लेकर ही निकले और जैसे ही आप को तेज प्यास अगर पसीने के साथ लगे तो शीतली प्राणायाम करके अपनी प्यास को बिना पानी से बुझाएं।
डॉ वितुल खंडेलवाल जो की हाडोती स्वास्थ्य सेवा संस्थान के अध्यक्ष ,वैलनेस कोच एवं योगा इंस्ट्रक्टर भी हैं ने यह बताया कि बचाव में ही उपाय छुपा हुआ है इसलिए गर्मी किसी की भी सगी नहीं है और यदि एक बार लू लग जाती है तो हमारी शरीर की सारी व्यवस्थाएं उससे प्रभावित होती हैं इसलिए आपको अपना पूरा ध्यान उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखकर करना है जिससे कि आप अपने आप को व्यस्त रखकर मस्त रखकर और स्वस्थ बनाने में अपने आप को संभवत सफल हो सकेंगे इससे आपकी इम्यूनिटी पावर, आपकी विल पावर आपकी सेल्फ डीफेंसिंग पावर और आपका इम्यून सिस्टम पूरी तरह से ठीक रह सकेगा।
डॉ वितुल खंडेलवाल
(अध्यक्ष हाडोती स्वास्थ्य सेवा संस्थान,)
फिजिशियन, वैलनेस कोच एवं योगा इंस्ट्रक्टर
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