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27 मार्च 2023

चाहत बन गये हो तुम, कि आदत बन गये हो तुम, हर सांस में यूँ आते जाते हो जैसे मेरी इबादत बन गये हो तुम

 

चाहत बन गये हो तुम,
कि आदत बन गये हो तुम,
हर सांस में यूँ आते जाते हो
जैसे मेरी इबादत बन गये हो तुम.
जी हाँ दोस्तों , पत्रकार साथी , भाई के डी अब्बासी के यह अलफ़ाज़ , चाहे उन्होंने ने , उनकी शादी की सालगिरह के वक़्त , अपनी अर्धांग्नी ,,हम सफर , जीवन साथी ,, शरीक ऐ हयात से ना कहें हों , लेकिन दोनों की नज़रें मिली और दिल से दिल में यही अल्फ़ाज़ एक दूसरे के लिए बे साख्ता सच बन कर निकल गए , कोटा में स्वतंत्र पत्रकार , यारों के यार ,, भाई के डी अब्बासी को , उनकी जीवन संगनी के साथ , शादी का यह खुशनुमा सफर ,, इस सफर का यह पड़ाव , शादी की सालगिरह का दिन मुबारक हो , बख्तावर हो , खुशहाली , कामयाबी के साथ , सह्तयाबी , उम्रदराज़ी की दुआओं के साथ , यह सफर हर साल हर पल , यूँ ही खुशियों के साथ ,, सालों साल , , हज़ारों साल , चलता रहे चलता रहे , बस इन खूबसूरत बेमिसाल , एक दूसरे की मदद के साथ , हर शख्स के मददगार रहने वाली इस जोड़ी को शादी की सालगिरह मुबारक हो ,, के डी अब्बासी के परिजनों को उनके लिए यूँ ही , ज़िंदगी के हमसफ़र की तलाश थी ,, बात दूर तक , यानि महाराष्ट्र के जल गाँव तक पहुंची और , बस , आज ही के दिन भाई , के डी अब्बासी ,, भाभी जी के , और भाभी जी , के डी अब्बासी की हमसफ़र बन गयीं ,, अल्लाह का शुक्र लम्हा लम्हा , प्यार से मोहब्बत से , भरोसे के साथ गुज़रा , मशाअल्लाह बच्चों की बहतरीन परवरिश के साथ , जीवन संगिनी ने , उनके कर्त्वय निर्वहन के तहत , खुद कम्प्यूटर सीखा , टायपिंग सीखी ,, फोटो स्टेट व्यवस्थाएं सीखीं , और फिर ,, अपने जीवन साथी के साथ ,रोज़ , सुबह घरेलू काम काज से निवृत होकर ,बच्चों की देखरेख , स्कूली शिक्षा , होमवर्क व्यवस्था के बाद ,, कलेक्ट्री स्थित , अपनी दुकान पर ,, जेरोक्स , टाइपिंग ,, कम्प्यूटर वर्क , किताबों के प्रकाशन की टाइपिंग , लेमिनेशन , फोटोग्राफी वगेरा वगेरा , सभी काम कंधे से कंधा मिलाकर , अपने जीवन साथी का खाना लेकर आ पहुंचती है और फिर शाम तक यहीं काम के बाद , घरेलू काम काज के लिए घर पर , वहीँ एक सफल गृहणी की शुरुआत ,, माशा अल्लाह , खुश क़िस्मत है ,, के डी अब्बासी , खुश क़िस्मत है , हमारी भाभी जी ,, जो खुशमिजाज़ी के साथ , मोहब्बत खुलूस के साथ ,, मर्यादाओं में रहकर ,, आने जाने वालों की मदद के जज़्बे के साथ , अपनी ज़िंदगी के सफर को बिंदास गुज़ार रहे हैं ,, अल्लाह जोड़ी सलामत रखे , प्यार , मोहब्बत ,, मेहनत , लगन , दूसरों की मदद के इस जज़्बे को सलामत रखे ,,,,, ,, बेमिसाल वफादारी के प्रतीक ,,,यारों के यार ,,स्वतंत्र पत्रकार भाई के डी अब्बासी को उनकी शादी सालगिरह पर मुबारकबाद ,बधाई ,दोस्तों यूँ तो भाई के डी अब्बासी किसी परिचय के मोहताज नहीं ,,लेकिन एक छोटे से समाचार पत्र विश्वमेल से पत्रकारिता की शुरुआत कर ,जननायक ,भारत की महिमा ,राष्ट्रिय सहारा ,,सहारा टी वी सहित कई पत्र ,पत्रिकाओं ,मैग्ज़ीनों में ज्वलंत मुद्दों पर रोज़ मर्रा लिखने वाले ,ज़िंदा,,और निष्पक्ष ,निर्भीक ,, पत्रकार के रूप में इनकी पहचान ,,,है ,,,पत्रकारिता के संघर्ष काल में जब डिजिटल पत्रकारिता नहीं ,थी तब क़लम से की जाने वाली पत्रकारिता के लिए ,भाई के डी अब्बासी ने ,,क़लम की फैक्ट्री ही खोल दी ,वोह कहते थे ,,,मेरे बनाये हुए पेनों से में चाहता हूँ ,पत्रकार कुछ ऐसा करिश्मा करे के ,,रोते हुए लोग मुस्कुरा जाएँ ,, ,पीड़ितों को इंसाफ मिले ,बेईमान और भ्रष्टाचार लोगो को सजा मिले ,समस्याओं के समाधान पर चर्चा हो ,बस इनकी उत्पादित क़लम पुराने वक़्त के कमोबेश सभी पत्रकारों के हाथो में आम जनता को इंसाफ देने के लिए अलफ़ाज़ उगलती रही ,,के डी अब्बासी भाई अपने साथियों के साथ मिलकर उन्हें स्वरोज़गार के लिए उत्प्रेरित भी करते रहे ,अपना वक़्त देकर उन्हें स्थापित करने का सफलतम प्रयास भी करते रहे ,यही वजह है के आज कई साथी लोग इनकी वफादारी ,कुशल प्रबंधन ,मदद से स्वरोज़गार व्यवस्था में मालामाल है ,,भाई के डी अब्बासी सांध्य दैनिक विश्व मेल ,अमर नायक ,,भारत की महिमा ,,दैनिक जागरण ,,दैनिक जननायक ,राष्ट्रिय सहारा ,सहारा टी वी में काम करने के बाद अब स्वतंत्र पत्रकार के रूप में रोज़ लिख रहे है ,छोटे मंझोले ,,समाचार पत्रों सहित सभी पत्रकारों को इनकी दैनिक खबर बुलेटिन का इन्तिज़ार रहता है ,,कलेक्ट्रेट पर कोई प्रदर्शन हो ,कोई बैठक हो ,कोई समस्याग्रस्त ज्ञापन बाज़ी ,हो ,रेलवे में कोई अव्यवस्था हो ,पुलिस प्रताड़ना हो ,,नाली पटान ,खरंजे की कोई समस्या हो ,,प्रेस कॉन्फ्रेंस हो ,जनता की समस्याओं के समाधान से जुड़े सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों ,अधिकारियो की उपेक्षा हो ,उनकी त्वरित ,जीवंत ,फोटोग्राफ के साथ लाइव रिपोर्टिंग हर पल हर क्षण प्रसारित होती है ,कोटा सहित राजस्थान के सभी अख़बारों में इनकी खबरों ,रिपोर्टिंग का प्रकाशन लगातार होता है ,,के डी अब्बासी डिजिटल प्रेसनोट ,डिजिटल पत्रकारिता से जुड़कर कई डिजिटल वेबसाइटों पर अपनी खबरों से पत्रकारों ,पाठको को लाभान्वित कर रहे है ,बिना किसी लालच ,,बिना किसी मतलब के भाई के डी अब्बासी ,इनकी रिपोर्टर कम्प्यूटर रिपोर्टिंग डिजिटल सिस्टम के ज़रिये अदालत ,कलेक्ट्रेट आने जाने वाले पत्रकारों को भी लाभान्वित करते है ,उन्हें व्यवस्थाएं उपलब्ध कराते है ,,कई सदियों से मेने इनकी हर अदा को बारीकी से क़ैद किया है ,लेकिन वफ़ादारी ,दयानतदारी ,,पत्रकारिता के लिए समर्पण ,,महनत ,लगन का जज़्बा इनमे कूट कूट कर भरा है ,,, विख्यात लेखक ,,स्वतंत्र पत्रकार ,पूर्व संयुक्त निदेशक जनसम्पर्क भाई डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल को के डी अब्बासी वर्तमान हालातों में अपना मार्गदर्शक भी मानते है ,उनसे वोह बहुत प्रभावित है ,,लेकिन यक़ीन कीजिये ,,,तलाश कर लीजिये ,,आज़मा लीजिये ,पत्रकारिता की व्यस्त दुनिया ,रोज़गार की भागमभाग में व्यस्तताओं के बाद ऐसी जांबाज़ पत्रकारिता ,ऐसी ,वफादार दोस्ती ,ऐसी यारों की यारी ,भाई के डी अब्बासी से अव्वल अगर किसी में हो तो बताइये ज़रूर ,क्योंकि इन सब में भाई के डी अब्बासी अव्वल थे ,अव्वल है ,अव्वल रहेंगे ,,भाई के डी अब्बासी को उनकी शादी की सालगिरह पर दिली मुबारकबाद ,बधाई ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में निजी चिकित्सालयो का निर्माण आवासीय क्षेत्रों में, नियम कायदे ताक पर

 

कोटा में निजी चिकित्सालयो का निर्माण आवासीय क्षेत्रों में, नियम कायदे ताक पर
खुद नियम विरुद्ध फिर भी सरकार एवं आम जनता से पंगा
अतिक्रमण दस्ता कुंभकरणी निद्रा में
मंत्री परसादी लाल मीणा की दो टूक, आरटीएच बिल वापस नहीं लेंगे,
अंजू कमल शर्मा
कोटा। कोटा शहर में विभिन्न क्षेत्र में स्थित निजी चिकित्सालय कोटा शहर की पॉश कॉलोनियों में आवासीय क्षेत्रों में संचालित है जिसके तहत नगर निगम के नियम कायदे ताक पर रखकर उनका निर्माण किया गया है नहीं तो सेटबैक छोड़ा गया है, अतिक्रमण से रोड से खड़ा कर दिया गया है नगर निगम एवं जिला प्रशासन इनके खिलाफ अतिक्रमण की कार्रवाई आखिर कब करेगा यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है
कोटा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जिला प्रशासन, निगम प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर संचालित हो रहे निजी चिकित्सालय आवासीय कॉलोनी में आवासीय भवनों में ही संचालित है जबकि चिकित्सालयो को आवासीय कॉलोनियों से दूर कमर्शियल क्षेत्र में ही संचालित किया जा सकता है किंतु निजी चिकित्सालय सरकार को धता बताते हुए आवासीय क्षेत्र में ही अतिक्रमण कर संचालित हो रहे हैं किसी ने अपने पट्टे से आगे 20 से 30 फीट तक बड़ा रखा है और सड़क की चौड़ाई भी कम कर दी है वहीं कई चिकित्सालय ने एवं जांच केंद्रों ने अपने जनरेटर भी सरकार की सड़क पर रख दिए हैं
विज्ञाननगर क्षेत्र में स्थित मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल का दंभ भरने वाले हॉस्पिटलो की हालत यह है कि सरकार की ओर से निर्धारित पट्टे के अतिरिक्त सड़क पर कब्जा कर आगे टीन सेट बनाकर सेटबैक की जगह को भी कवर करते हुए अतिक्रमण कर रखा है वही सकड़े कमरे सकड़े जगह कमरों में अनगिनत एयर कंडीशनर के चलते कभी भी भीषण अग्निकांड हो सकता है इसके लिए पर्याप्त रूप से सेटबैक भी नहीं छोड़ा गया है अगर आग लग जाए तो सैकड़ों मरीजों की जान सांसत में आ सकती है लेकिन बेपरवाह प्रशासन के चलते हॉस्पिटलों का न फायर ऑडिट ना फायर एनओसी ना ही अतिक्रमण हटाने का अभियान ऐसे में अग्नि कांड हो सकता है तो उसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
कोटा शहर के अधिकांश चिकित्सालय की हालत यही है हॉस्पिटल की बात करें तो उसका दवा घर ही अतिक्रमण की जद में है आगे टीन सेट किए हुए हैं ,प्रथम मंजिल द्वितीय मंजिल तृतीय मंजिल पर अगर आग लग जाए तो वहां से उतरने के लिए तथा सकड़ी सीढीयों के अलावा कोई साधन नहीं है।सीढीयां भी इतनी सकरी है कि उसमें एक साथ उतर नहीं सकते, ऐसे में कोई अग्निकांड जैसी घटना हो तो सैकड़ों मरीजों की जान सांसत में आ सकती है।
अग्निशमन विभाग सिर्फ औपचारिकता भर
अग्निशमन विभाग को अधिकार है कि जिस भी चिकित्सालय में अग्निशमन की गाइड लाइन के अनुसार निर्धारित इक्विपमेंट या बाहर जाने के रास्ते उपलब्ध नहीं है तो वह उन चिकित्सालय में को कुछ दिनों का नोटिस देकर खाली करवा कर उन्हें सीज कर सकता है लेकिन अग्निशमन विभाग के द्वारा अब तक के इतिहास में एक भी चिकित्सालय को नोटिस देकर सीज नहीं किया गया है।
जिला कलेक्टर चाहे तो कोटा के सारे निजी हॉस्पिटल के लग सकते हैं ताले
कोटा शहर के एक निजी चिकित्सालय को छोड़कर अन्य कोई भी चिकित्सालय नियमों में चाहे निर्माण की बात को चाहे अग्निशमन की बात हो चाहे सेटबैक की बात हो चाहे नियमों के तहत संचालन की बात हो कोई भी चिकित्सालय नियमों में खरा नहीं उतर रहा, हर चिकित्सालय के हालात यही है अतिक्रमण से अटे पड़े हैं, बाहर निकलने के लिए दरवाजे नहीं है इतना कन्जेस्टेड है की हल्की सी आपाधापी में ही लोग चलते-चलते गिर जाते हैं ऐसे में जबलपुर जैसा अग्निकांड हो जाए तो सैकड़ों मरीजों की जान सांसत मे आ सकती है। जिला कलेक्टर को अधिकार है कि वह मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले इन नियम विरुद्ध तथा जान को जोखिम में डालने पर चिकित्सालय को नोटिस देकर उनके मरीजों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराकर चिकित्सालयों के ताले लगवा सकते हैं, नियमों में खरे नहीं होने के कारण इन्हें बंद करने से भी कोई कानून रोक नहीं सकता।
आवासीय परिसरों में कमर्शियल चिकित्सालय गतिविधियां अवैध
विषय विशेषज्ञ बताते हैं कि कोटा शहर में जितने भी हॉस्पिटल से बने हुए हैं वह कमर्शियल एरिया में ना होकर आवासीय परिसर में बने हुए हैं जो पूर्ण रुप से अवैध है, आवासीय क्षेत्र में हॉस्पिटल नहीं होने चाहिए लेकिन कोटा में तो हर गली कौनो में निजी चिकित्सालय चलते दिखाई दे रहे हैं
स्वायत शासन विभाग के परिपत्रों की भी पालना नहीं
निदेशक एवं संयुक्त सचिव स्वायत्त शासन विभाग तथा संयुक्त शासन सचिव प्रथम नगरीय विकास विभाग के पत्रांक पंचायत 17(7)नविवि /नियम 2020 /दिनांक 31 जनवरी 2020 को जारी पत्र में काउंसिल आफ आर्किटेक्चर से पंजीकृत वास्तविक अग्निशमन सुरक्षा से संबंधित विषय विशेषज्ञों के माध्यम से तकनीकी परीक्षण में भवन का निरीक्षण कर अग्निशमन सुरक्षा की रिपोर्ट तैयार कर सक्षम अधिकारी को प्रस्तुत करने का प्रावधान है तथा फायर एनओसी के बाद प्रशासन विभाग द्वारा गठित एक्सपर्ट के पैनल के द्वारा अग्निशमन सुविधाओं की जांच तथा मॉक ड्रिल का प्रावधान है किंतु इनकी पालना अभी तक नहीं की गई है।
खुद नियम विरुद्ध फिर भी सरकार एवं आम जनता से पंगा
कोटा शहर के अधिकांश निजी चिकित्सालय नियम विरुद्ध बने हुए हैं एवं सरकार के जो विभिन्न तरह के लाइसेंस है वह भी गलत दस्तावेज प्रस्तुत कर लिए हुए हैं खुद नियम विरुद्ध है फिर भी राज्य सरकार द्वारा लाए गए चिकित्सा गारंटी विधेयक का विरोध कर सरकार एवं आम जनता से पंगा ले रहे हैं,
निजी चिकित्सालय पर कार्रवाई शीघ्र
कोटा शहर के अवैध रूप से निर्मित निजी चिकित्सालय के विभिन्न लाइसेंसों का टीम बनाकर निरीक्षण किया जाएगा तथा जो नियम एवं कायदे ताक पर रखकर जिन्हें परमिशन दी गई है उनके खिलाफ कार्यवाही भी की जावेगी जो नियम कायदों में खरे नहीं उतरेंगे उनके लाइसेंस निरस्त भी किए जाएंगे
मंत्री परसादी लाल मीणा की दो टूक, आरटीएच बिल वापस नहीं लेंगे
राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने पत्रकारों से वार्ता में साफ-साफ कह दिया है कि निजी चिकित्सालय हड़ताल को खत्म कर दें, आरटीएस बिल वापस किसी भी सूरत में नहीं होगा, जनता को परेशानी होगी तो जनता खुद निपट लेगी।

यूँ तो फोटोग्राफर ओर उनका कैमरा, यूँ ही जासूस होता है

 

यूँ तो फोटोग्राफर ओर उनका कैमरा, यूँ ही जासूस होता है , लेकिन यह कैमरा सर्वप्रथम प्रेस फोटोग्राफर सुधींद्र गोड़ कला मंदिर का हो तो कैमरे से धाँय धाँय, जीवंत खबरें निकलती हैं , लेकिन आज इनका जन्म दिन है , ओर इसीलिए में खुद इनके जन्म दिन के अवसर पर इन बेस्ट प्रेस फोटोग्राफर, बेस्ट फ्रेंड, बेस्ट हंसो हंसाओ के एक्टर भाई सुधींद्र गोड़ की तस्वीर मेरे साथ उनकी खूबियों को लेकर परोस रहा हूँ,,
फोटोग्राफी के डॉक्टर कहो , इंजीनियर कहो , फोटो कला के इबादगार ,, फोटो कला मंदिर के पुजारी कहो ,, कलामंदिर के पुजारी ,, प्रेस फोटोग्राफर सुधींद्र गोड़ , का आज जन्म दिन है ,, कोटा शहर के पत्रकार ,, पत्रकार संगठन ,, समाजसेवी , राजनितिक क्षेत्र से जुड़े लोग , उन्हें उनके जन्म दिन पर पुरखुलूस तरीके से बधाइयां दे रहे हैं ,,
हंसना ,, हंसाना ,, मुस्कुराना ,, मिलनसारी ,, एक इबादत है ,, और फोटों खेंचना एक कला ,, और इस कला को सहज कर ,, सजा कर रखी जाने वाली जगह ,,, कला मंदिर कहलाता है ,, जी हाँ दोस्तों में बात कर रहा हूँ ,, एक हँसते , मुस्कुराते , खूबसूरत ,, फोटो ग्राफ़ी कला में पारंगत , भाई सुधींद्र गोड़ की जिन्हे ,, कला विरासत में मिली है , कभी रामपुरा के बीचों बीच ,, कोटा में ही नहीं , राजस्थान में ही नहीं ,, देश भर में सुप्रसिद्ध , फोटो ग्राफ़ी की दूकान ,, कलामंदिर ,,में सुधींद्र गोड इनके वालिद ,, के साथ ,, फोटोग्राफी की दुनिया के इस मंदिर के पुजारी रहे है ,, ऐसे पुजारी , जिनके कैमरे में , कोटा की ही नहीं , देश भर की अज़ीम हस्तियों के फोटो , क़ैद ,हुए ,, नेहरू जी हों ,, इंद्रा जी ,हों ,, राजीव जी हों ,, राहुल जी हों ,, अटल बिहारी वाजपेयी हों , चंद्रशेखर हों ,, मंत्री , मुख्यमंत्री , प्रसिद्ध कवि , शायर ,, पत्रकार , नामचीन लोग हों , सभी के फोटो इनके कैमरे में हमेशा क़ैद रहते थे ,, सुधींद्र गोड़ , राजस्थान पत्रिका , नव ज्योति , राष्ट्रदूत ,सहित कई अख़बारों के , प्रेस फोटोग्राफर रहे ,, पत्रकारिता से जुड़े रहे , इनके वालिद ,, नारायण शील की सहजता ,, सरलता , की साहित्यिक परवरिश में , इनका अंदाज़ भी ,, मोहब्बत का ,खुलूस का , हंसने का हंसाने का हो गया , बात बात में चुटकुले , हंसी मज़ाक़ ,, रोतों हुओं को हंसा कर , खुश करना इनकी खुशमिजाज़ी है ,, सुधींद्र गोड किसी पहचान के मोहताज नहीं ,, बरसों बरस ,, कोटा मेला दशहरे के सभी नामचीन राष्ट्रिय कार्यक्रमों में , प्रमुख फोटोग्राफर रहे ,, राष्ट्रिय पर्व हो , सरकारी कार्यक्रम हों , बढे बढे नेताओं की प्रेसकॉन्फ्रेंस हों ,, सुधींद्र गोड , ब्लेक ऐंड वाहिट , फिर रंगीन , फिर वीडियोग्राफी , डिजिटल युग सहित हर बदलते फोटोग्राफी टेक्निक के साथ ,, अव्वल रहे है ,, सुधींद्र गोड़ के खज़ाने में आज भी ,, हर फोटोग्राफ , एक ऐतिहासिक दस्तावेज की अहमियत रखता है , इंद्रा गाँधी कोटा के टूर पर ,हों और स्थानीय नेताओं के साथ फोटो खिंचवाने में हिचक करे ,तो उन्हें रोक कर , फोटो शूट करने वाले , सुधींद्र गोड ही हैं , अटल बिहारी वाजपेयी हों ,लालकृष्ण आडवाणी हों ,, सुनील दत्त हों , ज़ीनत अमान हों , प्रसिद्ध कवि , प्रसिद्ध शायर ,, कांग्रेस ,, भाजपा या फिर , जनता पार्टी के नामचीन नेता हों , सभी के तो फोटो इनके कैमरे में क़ैद रहे है ,, उस वक़्त की बात है , जब फोटो खेंचने के ,बाद ,रील कट कर ,, तत्काल फोटो डवलप होता , फोटो , महालक्ष्मी ब्लॉक के वहीद भाई के पास जाता , उनसे मिन्नतें होतीं , फिर ब्लॉक बनता ,, अख़बारों में ब्लॉक जाते , और वोह फोटो , चाहे सरकारी स्तर के हों ,चाहे गैर सरकारी स्तर के ,चाहे राजनीतिक स्तर के , तब कहीं जाकर ,अख़बारों में ,ट्रेडिल मशीन के साथ , कम्पोज़िंग टाइपिंग में ,, मेकअप , होकर ,,छापे जाते थे , अब वक़्त बदल गया है , जेब में से मोबाईल निकालो , फोटो खेंचो और तुरतं फोटो जिधर चाहो भेज दो , लेकिन फोटोग्राफी , के ऐंगल , आर्ट , अलग अलग अंदाज़ में ,, फोटो खेंचने की कला ,आज भी , कलामंदिर के इस पुजारी ,, सुधींद्र गोड़ के पास है , ऐसी कला किसी दूजे के पास नहीं ,, सुधींद्र गोड़ का आज सोहलवां जन्म दिन है ,दिल से जवान , शक्ल से जवान ,शरीर से जवान , सुंदर , खबूसूरत , स्मार्ट , चेहरे पर मुस्कुराहट ,, सब कुछ तो , दोस्तों की बुज़ुर्गों की दुआओं ने इन्हे दे रखा है , इन्हे और चाहिए भी क्या , सिर्फ आपकी दुआएं , आपका प्यार , आपका स्नेह इनका संबंल है ,,, कोटा प्रेस फोटोग्राफी क्षेत्र के ,, महारथी कहो , उस्ताद कहो ,, जनक कहो , सब कुछ तो सुधींद्र गोड के कलात्मक फोटोग्राफी शामिल है ,, भाई सुधींद्र गोड को उनकी सालगिरह पर बधाई मुबारकबाद ,, सुधींद्र गोड को उनकी सालगिरह पर ,, के डी अब्बासी , डॉक्टर डी ऍन गाँधी ,. डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ,, मुनीफुर्रह्मान खिलजी , सुनील माथुर ,, अख्तर खान अकेला , प्रद्युम्न शर्मा ,, अब्दुल क़ादिर ,, मनोहर पारीक , हरिमोहन शर्मा ,, क़य्यूम अली , अतीक़ खान, चन्द्र शेखर देशबन्धु ,, दिनेश मामा , रिछपाल पारीक , ओमेंद्र सक्सेना , अनिल शर्मा , सुबोध जेन , प्रद्युम्न शर्मा सहित सभी पत्रकार साथी उन्हें मुबारकबाद दे रहे है ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सैंट जोसेफ़ ग्रुप का वार्षिकोत्सव मनाया गया

 

सैंट जोसेफ़ ग्रुप का वार्षिकोत्सव मनाया गया
कोटा।बैराज रोड स्थित सैंट जोसेफ़ स्कूल प्रांगण में सैंट जोसेफ़ ग्रुप का वार्षिकोत्सव मनाया गया l पहले दिन ग्रुप के सैंट जोसेफ़ चिल्ड्रन स्कूल, आकाशवाणी कॉलोनी व ग्रीन वैली स्कूल, कुन्हाड़ी के बच्चों ने रंगारंग पर्स्तुती दी, इस अवसर पर शिक्षा विभाग के जॉइंट डायरेक्टर श्री सुरेन्द्र सिंह गौड़ मुख्य अतिथि रहे l कार्यक्रम के आरंभ में ग्रुप की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. मरीना शर्मा ने बच्चों व उपस्थित अभिभावकों को बच्चों के आने वाले समय के लिए तैयार रहने के टिप्स दिए व विश्व में हो रहे अकादमिक बदलावों के बरी में अवगत कराया l संस्था के प्रेसिडेंट श्री टी.एल. शर्मा ने बच्चों में संस्कारों व डिसिप्लिन की महत्ता का बारे में बताया, मुख्य अतिथि श्री सुरेन्द्र सिंह जी ने कहा कि सैंट जोसेफ़ ने पिछले 25 सालों में कई आयाम हासिल किए हैं l इस अवसर पर फ़िलहाल लन्दन से पी.जी. कर के लौटी डॉ. शर्मा की बेटी सुश्री तान्या ने बतया कि सभी बच्चों को कम से कम एक बार फॉरेन में पढाई करनी चाहिए, इससे व्यक्ति का चीजों को देखने का तरीका बदल जाता है व वसुधैव कुटुम्बकम् का असली मतलब समझ में आता है l तान्या सैंट जोसेफ़ ग्रुप की सोशल आर्म “संबल फाउंडेशन” में सक्रिय भूमिका निभाती हैं व वृधाश्रम कला कार्य भी देखती हैं l इसी के साथ वे स्टार्ट-अप में भी ज़्यादा वक़्त देती हैं l
दूसरे दिन ग्रुप के सैंट जोसेफ़ पब्लिक स्कूल, बैराज रोड के बच्चों ने “माँ तुझे सलाम” थीम पर कार्यक्रम का आयोजन किया, यह देखर अच्छा लगा कि वार्षिकोत्सव की ज़्यादातर व्यवस्थाएं संस्था के विद्यार्थियों ने संभाल राखी थीं, संस्था प्रधानाध्यापिका श्रीमती कुमुद निगम ने बताया कि इस तरह हम बच्चों में मैनेजमेंट स्किल डेवलप कर रहे हैं l इस अवसर पर क़रीब 1500 अभिभावक व अतिथि उपस्थित रहे l
मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक कोटा रेंज श्रीमान् प्रसन्न कुमार खेमसरा जी थे व गेस्ट ऑफ़ ऑनर श्री प्रदीप चौधरी जी (डी.ई.ओ. कोटा) थे l मुख्य अतिथि महोदय ने सैंट जोसेफ़ द्वारा बच्चों को दी जाने वाली उत्कर्ष शिक्षा व संस्कार की प्रशंसा की व कहा इस सैंट जोसेफ़ जैसे संस्थाओं की आज दुनिया में महती आवश्यकता है l गेस्ट ऑफ़ ऑनर श्री प्रदीप चौधरी जी ने कहा कि आज इस विद्यालय ने पिछले 25 सालों में अपनी एक अलग पहचान बनाई है व देश को अच्छे नागरिक व प्रोफेशनल्स दिए हैं l मेरी शुभकामनाएँ सैंट जोसेफ़ के साथ हैं l
संस्था के चेयरमैन डॉ. अजय शर्मा ने कहा कि सैंट जोसेफ़ अपने विद्यार्थियों के लिए पूरे देश व दुनिया में सबसे उत्कृष्ट सुविधाएँ लता रहा है व इसी श्रृंखला में इस वर्ष सैंट जोसेफ़ हाड़ौती का पहला विद्यालय बन गया है जिसने फ्रेंच भाषा को कम्पलसरी सब्जेक्ट के तौर पर लागू किया है l इसमें डॉ. अजय शर्मा के परिचित फ्रांस के राजदूत हिज़ एक्सीलेंसी इम्मानुएल लेनिन का पूरा सहयोग मिला है l इसी तरह सैंट जोसेफ़ विद्यार्थियों में संस्कारों के डेवलप करने के लिए वक़्त-वक़्त पर यज्ञ, सभी समाजों के प्रबुद्ध जनों व संतों के प्रवचन आयोजित कराता है l जैसे कुछ दिन पहले ब्रह्मकुमारी की प्रधान सिस्टर शिवानी कोटा प्रवास के दौरान सैंट जोसेफ़ में पधारी व बच्चों से संवाद किया व संस्कार प्रदान किए l
इस अवसर पर बच्चों व माताओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं l माताओं का माला पहनकर सम्मान किया गया l दर्शकों ने नर्सरी व एल. के. जी. के माता पिता को समरपित डांस को बहुत सराहा l कक्षा 3 से 5 तक के बच्चों ने मां की गोदी में नामक डांस ड्रामा (माइम पेश किया) कक्षा 11वीं व 12वीं के बच्चों ने ग्रैंड फ़िनाले प्रास्तुत किया व दर्शकों की तालियाँ बटोरीं l बेस्ट हाउस शील्ड Red House ने जीती l इसके कप्तान यज्ञश्री सोलंकी व हाउस इंचार्ज टीचर सीमा शाक्यवाल ने शील्ड मुख्य अतिथि के करकमलों से ली l बेस्ट क्लास ट्रॉफी VI Sun ko ने जीती l बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत की व भारत की उत्कृष्ट परंपरा का परिचय दिया l
इस अवसर पर वर्षपर्यंत जिन बच्चों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया चाहे वे स्पोर्ट हो, अकेडमिक एक्सीलेंस हो या सांस्कृतिक फ़ील्ड हो, उन सभी बच्चों को मैडल व शील्ड देकर प्रोत्साहित किया गया l
इस अवसर पर सैंट जोसेफ़ आकाशवाणी की प्रधानाध्यापिका श्रीमती अंकिता विजय व ग्रीन वैली की प्रधानाध्यापिका श्रीमती अम्बिका व सैंट जोसेफ़ बैराज रोड स्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रीमती कुमुद निगम ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया व अपने-अपने विद्यालयों की उपलब्धियाँ बताईं l
इस अवसर पर संस्था के डायरेक्टर श्री अरुण शर्मा व श्रीमती गरिमा शर्मा उपस्थित रहे l
कार्यक्रम का संचालन संस्था के प्रिंसिपल श्री पंकज खंडेलवाल ने किया

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग की ओर से 2 अप्रैल को रोजा इफ्तार प्रोग्राम

 

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग की ओर से 2 अप्रैल को रोजा इफ्तार प्रोग्राम
कोटा । राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग की ओर से 2 अप्रैल को रोजा इफ्तार प्रोग्राम रविवार शाम 5:00 बजे स्थान दरगाह जंगली शाह परिसर वल्लभ नगर कोटा में आयोजित होगा*
आयोजन कर्ता
आबिद कागज़ी
चेयरमैन राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग
निवासी लाडपुरा विधानसभा कोटा ने बताया कि रोजा इफ्तार प्रोग्रम में
मेहमाने खास सलमान खुर्शीद साहब पूर्व केबिनेट विदेश मंत्री भारत सरकार दिल्ली, ऐमादुद्दीन
अहमद उर्फ नवाब दुर्रू मियां
पूर्व राज्यसभा सांसद पूर्व चिकित्सा मंत्री राजस्थान सरकार जयपुर, शाले मोहम्मद कैबिनेट मंत्री अल्पसंख्यक मामलात राजस्थान सरकार जयपुर, भाग लेंगे।
कागजी ने बताया कि एम डी चौबदार अध्यक्ष राजस्थान मदरसा बोर्ड राजस्थान सरकार जयपुर,शहर काजी जुबेर अहमद कोटा , फरहान आज़मी
सचिव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग दिल्ली, डॉक्टर शकील नवाज
कोऑर्डिनेटर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग प्रभारी राजस्थान अल्पसंख्यक विभाग, अमित कुमार धारीवाल राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य जयपुर, पंकज मेहता
उपाध्यक्ष खादी ग्राम उद्योग बोर्ड राजस्थान सरकार जयपुर, रविंद्र त्यागी जिला अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी कोटा शहर समेत कई हस्तियां एवं जनप्रतिनिधि गण एवं आमजन रोजा इफ्तार कार्यक्रम में भाग लेंगे
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