अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रिय सचिव , पूर्व विधायक , धीरज गुर्जर ने , राजस्थान बीज निगम बोर्ड में अपना कार्यभार ग्रहण करते ही , ,किसानों को ,बेहतरीन क्वालिटी के अधिक फसल उत्पादन करने वाले बीज सस्ती दरों में कैसे मिलें , इस मामले में , विभागीय विशेषज्ञों से मिलकर चिंतन मंथन करना शुरू कर दिया है ,, ,, धीरज गुर्जर को , हाल ही में , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की टीम में , राजस्थान बीज निगम बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में शामिल किया गया है ,, धीरज गुर्जर जो हाल ही में , भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस की महासचिव श्रीमती प्रियंका गाँधी , के साथ चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें स्कूटर पर , रैली में लेजाने के बाद सुर्ख़ियों में आये थे , वोह किसी परिचय के मोहताज नहीं , ,कांग्रेस में छात्र राजनीति से शुरुआत कर , छात्र कांग्रेस संगठन , यूथ कांग्रेस संगठन , कांग्रेस का प्रमुख संगठन के साथ ही, धीरज गुर्जर राजस्थान से , भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस में , प्रियंका गाँधी के साथ , राष्ट्रिय सचिव के रूप में , एक योद्धा के रूप में , उत्तरप्रदेश चुनावों में जंग लड़ रहे है , और प्रियंका गाँधी के निर्दर्शों पर , उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को ज़िंदाबाद करने के कामयाब प्रयासों की तरफ हैं जी हाँ दोस्तों , ,, तिरंगा मेरा धर्म है ,,,,कांग्रेस मेरा परिवार ,,दलित ,,शोषित और किसान को इन्साफ दिलाना मेरा मक़सद ,,,युवा मेरी ताक़त ,,किसान मेरे देवता है ,,महिलाये मेरा सम्मान है ,,मेरे देश को मेरा प्रणाम है जी हाँ दोस्तों आपका बेटा आपका भाई किसान और आम जन के हितो की रक्षा के लिए सदेव तत्पर आपका अपना धीरज गुर्जर इसी बुलंद इरादों और नारों के साथ विकट परिस्थितियों और विपरीत हवा में भी बेहिसाब वोटों से जहाजपुर कोटडी राजस्थान से विधायक बने और कांग्रेस को ज़िंदाबाद किया ,,फिर विपरीत परिस्थितियों में भी यहां मुक़ाबिल रहे और अब कांग्रेस के राष्ट्रिय सचिव के साथ साथ , राजस्थान बीज निगम के चेयरमेन का कार्यभार भी देख रहे हैं ,, ,,,जन जन के लाडले ,,बुज़ुर्ग ,,महिला ,,युवाओ में लोकप्रिय विधायक रहे धीरज गुर्जर के क बारे में स्थानीय लोग कहते है के पक्ष विपक्ष इनका नारा नहीं बस ,,,समस्या लेकर जो भी जाए,, उसकी समस्या देखना और चुटकियों में उसकी समस्या का समाधान करना इनका स्वभाव है ,,,,इनके इलाक़े के लोग इनकी इसी अदा पर फ़िदा है और इन्हे ,,,,चुटकियों में समस्या समाधान ,,, के नाम से भी जाना जाने लगा है ,,,,,दोस्तों अपने इलाक़े में प्रतिपक्ष में रहकर इलाक़े का विकास ,,लोगों की समस्याओं का समाधान चेलेंज की बात थी लेकिन भाई धीरज गुर्जर युवाओ की आवाज़ ,,लोगों के दिलों की धड़कन बनकर अपने क्षेत्र में पुरे राजस्थान में कांग्रेस को ज़िंदाबाद करते रहे है ,,,,,जो अब उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पंजे से भाजपा के , कमल को मसलने की कोशिशों में हैं , ,,,,,,,,मृदुल स्वभावी ,,,संघर्ष शील ,,इरादो के प्रति मज़बूत ,,कांग्रेस के प्रति वफादारी ,,जांबाजी इनका स्वभाव है इनकी पहचान है ,,छात्र जीवन में छात्र कांग्रेस से जुड़कर राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाली और राजस्थान के युवाओं को एक नई दिशा ,,इन्साफ के लिए संघर्ष और कांग्रेस के प्रति जुड़ाव का पैगाम दिया ,,,छात्र कांग्रेस का बूथ से लेकर ,,ज़िले ,,संभाग और फिर पुरे राजस्थान का इनका अनुभव कांग्रेस के लिए कामयाब साबित हुआ ,,इनका बूथ मैनेजमेंट ,,वोटर्स को हमेशा उनके साथ रहकर खुश रखने की अदाकारी ने इन्हे पुरे भारत के छात्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष में अव्वल बना दिया ,,इनकी लोकप्रियता और कांग्रेस प्रेम का ही नतीजा रहा के कांग्रेस की राष्ट्रिय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने इनके नेतृत्व को सराहा ,,सलाम किया और भारत के सर्वश्रेष्ठ छात्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के पुरस्कार से इन्हे नवाज़ा गया ,,,किसान इन्हे अपना गौरव कहते है तो युवा इन्हे अपना गुरुर ,,,,कांग्रेस इनका सुरूर है ,,,,,,,इनकी लोकप्रियता को देखते हुए इन्हे कांग्रेस ने जहाज़पुर से विधायक का टिकिट दिया ,,वोटों के विभाजन ,,विकट परिस्थितयों के चलते इन्हे मामूली से वोटों से पिछड़ना पढ़ा ,,लेकिन पुरे पांच साल इनके इलाक़े में विधायक का काम इन्होने ही किया फिर अभी वर्ष 2013 में धीरज गुर्जर को जहाज़पुर से कांग्रेस ने टिकिट दिया और विपरीत हवाओं और आंधी के दौर में धीरज गुर्जर ने कांग्रेस का झंडा बेहिसाब वोटों से जीतकर बुलंद कर दिया ,हमेशा कांग्रेस ज़िंदाबाद का नारा देकर कांग्रेस में युवाओं के हौसले बुलंद करने वाले बेदाग छवि के भाई धीरज गुर्जर,, प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव रहे और कोटा ज़िले के प्रभारी भी रहे ,,धीरज गुर्जर के पंचायत चुनाव मैनेजमेंट का ही नतीजा रहा के स्थानीय नेताओां से कोऑर्डीनेशन कर इन्होने कोटा ज़िले में विकट परिस्थितियों के बाद भी कई प्रधान और जिला प्रमुख बनाकर दिखा दिया ,,,धीरज गुर्जर बिखरी कोटा कांग्रेस के एक सूत्र में पिरोने के सफलतम प्रयासों में जुटेरहे थे ,,वोह कोटा के किसान ,,युवा ,,महिलाओं को फिर एक जुट कर कोटा में कांग्रेस ज़िंदाबाद का सपना साकार करने की कामयाब कोशिश करते रहे थे , ,,कोटा में इनकी कोशिशों से सकारात्मक परिणाम , आये ,, दुर्भाग्य से इनके अपने क्षेत्र जहाजपुर से यह हाल ही के चुनावों में , मामूली अंतर् से चुनाव हारे , लेकिन यह चुनाव हारे , हिम्म्मत नहीं हारे , कांग्रेस के जांबाज़ सिपाही के रूप में , योद्धा बनकर भाजपा के खिलाफ लड़ते रहे , नतीजा यही रहा के , धीरज गुर्जर को , भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस में राष्ट्रिय सचिव नियुक्त कर , इन्हे श्रीमती प्रियंका गाँधी के साथ उत्तर प्रदेश की ज़िम्मेदारी दी गयी , यह इनके लिए बढ़ी चुनौती थी , खासकर उस वक़्त जब ,ज्योति राजे सिंधिया बीच मंझधार में ही , छोड़कर चले गए , लेकिन धीरज गुर्जर ने , हर वर्ग , हर समुदाय के लोगों को अपने साथ जोड़ने के लिए , उत्तरप्रदेश में भी कांग्रेस कार्यर्कताओं में जान फूंकने का प्रयास किए और , श्रीमती प्रियंका गाँधी के दिशानिर्देशों पर ,, कांग्रेस को उत्तर प्रदेश के हर ज़िले में , मुक़ाबिल ला खड़ा किया , राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ,धीरज गुर्जर को ,हाल ही में, राजस्थान बीज निगम का चेयरमन नियुक्त कर राज्य मंत्री का दर्जा दिया है , इस पद पर , पिछली कांग्रेस सरकार में अशोक गहलोत के सबसे ज़्यादा विश्वसनीय धर्मेंद्र राठोड को नियक्त किया गया था ,, धीरज गुर्जर अपनी नियुक्ति के बाद , वही चिर परिचित अंदाज़ में ,अपने महकमे बीज निगम की ज़िम्मेदारियाँ समझ कर , किसानों को बेहतर फसल उगाने , अधिक फसल उगाने , कम खर्च में अधिक फसल उत्पादन कैसे हो , किसानों को बीज सब्सिडी किस तरह से पहुंचाई जाये और , कृषि क्षेत्र में किस तरह से खुशहाल किसान , खुशहाल राजस्थान का कांग्रेस का नारा कामयाब हो इसके लिए वोह सफलतम प्रयासों में जुट गए है ,, ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
03 मार्च 2022
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रिय सचिव , पूर्व विधायक , धीरज गुर्जर ने , राजस्थान बीज निगम बोर्ड में अपना कार्यभार ग्रहण करते ही , ,किसानों को ,बेहतरीन क्वालिटी के अधिक फसल उत्पादन करने वाले बीज सस्ती दरों में कैसे मिलें , इस मामले में , विभागीय विशेषज्ञों से मिलकर चिंतन मंथन करना शुरू कर दिया है
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