देर रात और सुबह जल्दी,2 देवलोकगामियों के नैत्रदान संपन्न
बुधवार
को देर रात 11 बजे लैंडमार्क सिटी निवासी श्री जीवनलाल सेवग (74 वर्ष) जी
का आकस्मिक निधन हो गया, जिसके उपरांत शाइन इंडिया फाउंडेशन संस्था के
सदस्यों ने उनके दोनों बेटों विकास व मयंक सेअपने पिताजी का नेत्रदान
करवाने का अनुरोध किया,जिसे उन्होंने स्वीकार किया और नेत्रदान का पुनीत
कार्य संपन्न हुआ ।
इसी
क्रम में आज सुबह गुमानपुरा निवासी श्रीमान पूरण चंद भार्गव (78 वर्षीय)
का हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो गया उनके निधन की सूचना शाइन इंडिया
फाउंडेशन की ज्योति मित्र ऋषभ भार्गव को भी लगी उन्होंने परिवार के सदस्यों
को प्रेरित किया तो पूरण जी की पत्नी और बेटे ने इस कार्य की भी सहमति दे
दी ।
पूरण जी का पूरा जीवन
लोगों को रौशनी देने में ही निकला है, क्योंकि वह पिछले 50 सालों से चश्मे
की दुकान लगाते थे,और उन्होंने हजारों लोगों की नजर को बचाने व सुधारने
में अपना पूरा जीवन लगा दिया । नेत्रदान के अलावा कोई अन्य माध्यम नहीं था,
जिससे उनकी कार्यों को श्रद्धांजलि दी जा सकती थी । इसी उद्देश्य से उनके
बेटे और परिवार के सभी सदस्यों ने नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न करवाया
दोनों नेत्रदान शाइन इंडिया फाउंडेशन ,औऱ आई बैंक सोसाइटी के टेक्नीशियन के
सहयोग से संपन्न हुए ।
ईबीएसआर
कोटा चैप्टर के अध्यक्ष डॉ के के कंजोलिया ने बताया की,अब जब भी किसी घर
में कोई शोक की घड़ी आती है,तो परिवार के सभी सदस्य देवलोकगामी का नेत्रदान
करवा कर पुण्य कार्य तो करना चाहते ही हैं,बल्कि उनको यह भी सुकून रहता है
कि,हमारे मृत परिजन कहीं ना कहीं तो अभी भी जीवित हैं ।
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