जन्मदिवस पर रक्तदानी पति पत्नी ने लिया नेत्रदान का संकल्प
समाजसेवी संजय-अमीना ने जन्मदिन पर लिया नैत्रदान संकल्प
बाहरली
बून्दी निवासी हेल्प इन रिस्क संस्थान के संस्थापक संजय खान ने अपने 31
वें जन्मदिवस पर पत्नी अमीना खान के साथ नेत्रदान का संकल्प लिया ।
संजय
खान शिक्षा क्षेत्र के साथ साथ सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं ,तथा
अपनी संस्था हेल्प इन रिस्क संस्थान के माध्यम से वर्ष 2017 से,स्वैच्छिक
रक्तदान, पर्यावरण संरक्षण व अन्य सामाजिक सरोकार कार्यों के साथ ज़रूरतमंद
लोगों की मदद के लिए कार्य कर रहे हैं ।
दो
माह पूर्व राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस 1 अक्टूबर को उन्होंने
रक्तदान के लिये आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से,इसी दिन शादी
समारोह में रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया ,जिसमें दोनों पति-पत्नी ने
रक्तदान भी किया, संजय जी स्वयं नियमित रक्तदाता हैं जो अब तक 18 बार
रक्तदान कर चुके हैं और कई बार जरूरतमंद लोगों को रक्त भी उपलब्ध कराने में
उनकी मदद करते हैं ।
उनकी
पत्नी अमीना खान बून्दी पुलिस विभाग के मानव तस्करी विरोधी विभाग में
कार्यरत हैं। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा संजय खान को उनके पिता वज़ीर
खान व माता जेबुन्निसा से मिली, भाई फ़िरोज़ खान, शक़ील खान भी स्वैच्छिक
रक्तदाता हैं।
आज संजय जी
के जन्मदिवस पर अमीना ने भी नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा, इस ख़ुशी के मौके
पर संजय जी के पिता जी श्रीमान वजीर खान और माताजी जेबुन्निसा भी मौजूद
थें। माता पिता ने दोनों को अपना आशीर्वाद देते हुए कहा कि किसी के जीवन
में काम आना ही मानव जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य है, नेत्रदान एक नेक कार्य
है, इसके माध्यम से हम इसी दृष्टिहीन व्यक्ति को रोशनी देकर सदा सदा के
लिए उसकी आंखों में जीवित रहते हैं ।
संजय
खान का कहना है कि उन्होंने काफी समय से नेत्रदान का संकल्प लेने का सोचा
हुआ था ,लेकिन वह शादी के बाद अपनी पत्नी के साथ यह संकल्प लेना चाहते थे,
इसलिये विवाह उपरांत,आज जन्मदिन के अवसर पर दोनों ने नैत्रदान का संकल्प
लिया ।
अमीना जी का कहना
है कि ,हमें मनुष्य जीवन एक बार मिलता है,और यदि इस जीवन में कुछ नेक कार्य
मानवता के लिए कर जाएं तो ,उससे पुनीत कार्य अन्य कोई नहीं है मुझे खुशी
है कि नेत्रदान के माध्यम से मेरा मनुष्य जीवन मेरे इस दुनिया से जाने के
बाद किसी के काम आ सकेगा ।
यह जानकारी हेल्प इन रिस्क संस्थान सचिव शरीफ खान व शाइन इण्डिया फाउंडेशन के बून्दी प्रतिनिधित्व इदरीस बोहरा ने दी। ।
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