आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

15 नवंबर 2021

कांग्रेस पार्टी के लिए , अनुभव , वफ़ादारी ,समर्पण , अनुशासन , और कांग्रेस संगठन को फिर से ज़िंदाबाद करने का जज़्बा , राष्ट्रवाद का जज़्बा अगर , पेंसठ साल पुराना हो , तो फिर , नब्बे की उम्र कोई अहमियत नहीं रखती

कांग्रेस पार्टी के लिए , अनुभव , वफ़ादारी ,समर्पण , अनुशासन , और कांग्रेस संगठन को फिर से ज़िंदाबाद करने का जज़्बा , राष्ट्रवाद का जज़्बा अगर , पेंसठ साल पुराना हो , तो फिर , नब्बे की  उम्र कोई अहमियत नहीं रखती , हाल ही में , कोटा जिला कांग्रेस कार्यालय में , आयोजित , कांग्रेस सदस्य्ता अभियान के वक़्त , अपने जज़्बातों में , वरिष्ठतम कोंग्रेसी , पूर्व जिला प्रमुख , पानाचंद गुप्ता ,की खरी खरी ने यह साबित कर दिया है  ,, जी हाँ दोस्तों , कोटा में विकास के पुरोधा , रहे धारीवाल परिवार की तीन पीडियों के साथ , काम करते रहे , पानाचंद जी गुप्ता ने  , धारीवाल परिवार की तीसरी पीढ़ी के वरिष्ठ कोंग्रेसी अमित धारीवाल , के जज़्बातों की क़द्र करते हुए , सदस्य्ता अभियान में ईमानदारी का पाठ पढ़ाते हुए , समय की क़द्र , समय की पाबंदी और , सदस्य्ता अभियान के अनुभव साँझा किये ,, समाजसेवक , अमित धारीवाल ने , सदस्य्ता अभियान कार्यक्रम में , अपने भाषण के वक़्त , बिंदास होकर ,बेबाकी से , सभी कार्यकर्ताओं को आगाह किया था , के हमें संख्याबल से ज़्यादा , दिल से जुड़े कोंग्रेसियों की सदस्य्ता पर ध्यान देना हैं , अमित धारीवाल ने कहा था , के डायरियां भरना ठीक है , लेकिन ऐसे ही लोगों को सदस्य बनाये , जो मन से कांग्रेस की रीती नीतियों का सम्मान करते हों , वक़्त पर कांग्रेस के साथ खड़े हों , , पूर्व जिला प्रमुख वरिष्ठ कोंग्रेसी पानाचंद गुप्ता ने ,, इस बेबाकी पर , अमित धारीवाल की पीठ थपथपाते हुए , उनके आग्रह का खुला समर्थन करते हुए  और भी बेबाकी ज़ाहिर करते हुए ,  पुराने लोगों की , सदस्य्ता अभियान की पोल खोलते हुए बताया के पहले , कुछ लोग , वोटर लिस्ट सामने रखकर ,नाम वगेरा भर कर , सदस्य्ता फॉर्म भर कर अपने पास से रूपये जमाकर , लाखों सदस्य बनाने के आंकड़े देते रहे है , पानाचंद गुप्ता ने , बेबाकी से अमित धारीवाल के सुझाव का समर्थन करते हुए कहा के सदस्य्ता शुल्क , चाहे पांच रूपये हो , लेकिन वोह , सदस्य से ही लें ,ताकि वोह मन से कांग्रेस के साथ जुड़ा रहे ,, पानाचंद गुप्ता ने , ठीक चार बजे शुरू होने वाले कार्यक्रम की शुरुआत की देरी पर भी , कार्यकर्तों , नेताओं को समझाया , के कांग्रेस की संस्कृति समय की पाबंदी की है ,अनुशासन की है , यहां तो कार्यक्रम भी देर से शुरू हुआ , और कांग्रेस के कई ज़िम्मेदार  देरी से आ रहे है , पानाचंद गुप्ता ने , अपने अनुभव , बढ़े धारीवाल यानी पूर्व उद्योग मंत्री , स्वर्गीय रिखब चंद धारीवाल की समय की पाबंदी , अनुशासन प्रियता , और महमाननवाज़ी के अनुभव सांझा करते हुए कहा , के धारीवाल परिवार में बढे धारीवाल जी भी , कई मामलों में उनसे सलाह मशवरा करते थे , वर्तमान में शांति कुमार धारीवाल के साथ हूँ , ऐसे में जब रिखब चंद जी धारीवाल से हम समय लेकर किसी शिष्ट मंडल को , जयपुर लेकर गए , तो हमे रिखब चंद धारीवाल साहब ने , 4 बजकर 20 मिनट का  समय दिया , पानाचंद गुप्ता ने बताया के , हम पांच  मिनट देरी से पहुंचे  ,,, ऐसे में समय के पाबंद रहे , रिखबचंद धारीवाल साहब ने , मिलने से मना कर दिया क्योंकि बाद में दूसरे शिष्ट मंडल से उनका मिलने का टाइम तय था , पानाचंद जी ने बताया के एक तरफ तो , वक़्त की पाबंदी और दूसरी तरफ , मेहमान नवाज़ी की शख्सियत ,ऐसी के उन्होंने बुलाया , और कहा , देरी हो गयी , मिलेंगे तो नहीं , लेकिन शाम को घर पर भोजन करके जाना , उस वक़्त बात कर लेंगे , पानाचंद गुप्ता ने अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा , के ऐसी ही वक़्त की पाबंदी कोटा जिला कांग्रेस में भी होना चाहिए , अनुशासन होना चाहिए , सदस्य्ता अभियान में , संख्या नहीं , गुणवत्ता देखना चाहिए , मन से जो चाहे उसे सदस्य बनाना चाहिए , कांग्रेस के जागरण कार्यकम होना चाहियें , , पानाचंद गुप्ता ने , कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से सवाल भी किया , कोटा नगर  निगम में हम चुनाव जीत गए , लेकिन हम उपभोक्ता , सहकारी समितियों में , क्यों चुनाव नहीं लड़ते , क्यों चुनाव हार जाते है , हम संस्थाओं के ज़रिये लोगों तक  क्यों नहीं जुड़ रहे है ,, इस पर भी हमे विचार करना चाहिए , सहकारिता  क्षेत्र में कांग्रेस को मज़बूत पकड़ करना चाहिए ,  पानाचंद गुप्ता ,, कांग्रेस के वयोवृद्ध अनुभवी वरिष्ठतम सिपाही है ,, उन्होंने , पूर्व मंत्री जुझार सिंह , भरत सिंह , भुवनेश चतुर्वेदी , रामकिशन वर्मा , रामनारायण मीणा , शांति कुमार धारीवाल, ओंकार लाल चौहान , और अब अमित धारीवाल , रविंद्र त्यागी , सहित नौजवानों के साथ कांग्रेस का झंडा लेकर ,  अपनी जवानी के जोश के साथ , कंधे से कंधा मिलकर खड़े है , ,अपनी सेवाओं के साथ , कांग्रेस के साथ अनुशासित सिपाही की तरह जुड़े रहते हुए , पानाचंद गुप्ता अब अपनी कांग्रेस न्यास सचिव की ज़िम्मेदारी से भी मुक्त होना चाहते है , उन्होंने अब कांग्रेस न्यास कार्यालय के सचिव पद से सेवानिवृत्त करने की ज़िद भी पकड़ ली है , 5 नवम्बर 1932 को जन्मे ,, पानाचंद गुप्ता ने , देहात की ज़िंदगी जी है , आज़ादी के जश्न का बालपन देखा है , और बारां हाई स्कूल में , राजपुताना विद्यार्थी कांग्रेस के सदस्य बने फिर 1950 में इस संगठन के मंत्री बने , कांग्रेस प्रत्याक्षियों के पक्षधर समर्थक रहे , 1955 से आज तक यानि पुरे छियासठ साल तक , सक्रिय रूप से कांग्रेस के साथ जुड़कर , पानाचंद गुप्ता हमेशा कांग्रेस को मज़बूती देते रहे है , हाड़ोती जनसंघ फिर भाजपा का गढ़ रहा है , लेकिन पानाचंद गुप्ता ,, 1960 से 1970 तक पुरे दस साल अटरू में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रहे  , उस वक़्त बारां जिला नहीं बना था , और अटरू , बारां , सभी कोटा ज़िले में थे ,  पानाचंद गुप्ता 1958 से 1981 तक ऐतिहासिक रूप से ,ग्रापंचायत पटना अटरू तहसील के सरपंच रहे , पानाचंद गुप्ता अटरू से प्रधान का चुनाव लड़े , चुनाव जीते और इनके कार्यकाल में , ग्रामीण विकास के बेहिसाब काम हुए , जबकि अगले चुनाव में जिला परिषद के सदस्य पर  पर चुनाव लड़वाया , यह बेहिसाब वोटों से जीते और कोटा बारां जब एक ही सबसे बढ़ा जिला था ,तब पानचन्द जी गुप्ता ,, कोटा के जिला प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित हुए , इन्हे ग्रामीणों का भारी समर्थन था ,, ग्रामीण क्षेत्र के इनके अपने अनुभव थे , इसलिए , इनके जिला प्रमुख कार्यकाल में , ग्रामीण क्षेत्र में किसानों , ग्रामीण क्षेत्र वासियों के लिए , सड़के बनाने , ट्रांसप्रोटेशन , बिजली , पानी , सिंचाई ,, खेतिहर मज़दूरों के कल्याण , सहित , बेहिसाब कार्य हुए , और देश भर में कोटा जिला परिषद के कल्याणकारी ,विकास कार्यों के लिए अव्वलीन दर्जा मानकर , इनकी पीठ दिल्ली में भी थपथपा कर , इनकी हौसला अफ़ज़ाई की गयी ,, पानाचंद गुप्ता पच्चीस सालों से भी ज़्यादा कोटा देहात के जिला महासचिव रहे , फिर इन्हे कोटा देहात जिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया , इनके कार्यकाल में , कार्यकर्तों को कांग्रेस जोड़ने , उनका उत्साहवर्धन करने , उनके प्रशिक्षण , सेवाकार्यों से जोड़ने के लिए ,, सैकड़ों कार्यक्रम हुए , एक कार्यक्रम में कोटा जिला कांग्रेस कार्यालय में  शामिल होने , माननीय अशोक गहलोत को भी आना था , लेकिन वोह देरी से थे , नरेश विजय वर्गीय और पानाचंद गुप्ता ने कार्यक्रम बिना किसी इन्तिज़ार के समय पर शुरू करवाया और जब , समापन का राष्ट्रगान हो रहा था , तब अशोक गहलोत की एन्ट्री हुई , वोह बाहर दरवाज़े पर , सावधान होकर , राष्ट्रगान में शामिल हुए , अशोक गहलोत ने , समय की पाबंदी की सराहना की ,,  पानाचंद गुप्ता , कांग्रेस कार्यालय न्यास के सचिव पद पर कृष्ण  गोपाल कछावा , शानती कुमार धारीवाल , भरत सिंह के साथ उनके अध्यक्ष कार्यकाल में शामिल रहे है ,  कोटा कांग्रेस कार्यालय , रामपुरा से ,, गुमानपुरा आने के बाद , यहां के गड्डे भरने , भवन निर्माण , भवन विस्तार , रख रखाव , कार्यक्रमों के सहयोगी रहे है , वोह पैतींस सालों से , ,कांग्रेस भवन के न्यास ट्रस्ट के सचिव पद पर  कार्यरत रहे है ,, पानाचंद गुप्ता ने , कांग्रेस निधि जमा योजना में सक्रियता से हिस्सेदारी निभाई , किसान ,ग्रामीणों के लिए , उनकी समस्याओं के समाधान को लेकर , दिल्ली तक आंदोलनकारियों के साथ नेतृत्व में शामिल रहे , जेल भरो आंदोलन में सक्रिय रहे , पानाचंद गुप्ता , बीस सूत्रीय कार्यक्रम समिति में कोटा जिला उपाध्यक्ष ,, जिला सतर्कता समिति के सदस्य , सहित , प्रदेश , स्तरीय , राष्टीर्य स्तरीय , जिला स्तरीय कई सरकारी समितियों में सदस्य रहे , पानाचंद गुप्ता कहने को चाहे अभी 89 साल के हो गए हों , लेकिन वही रुआब , वहीं जवानी , वही तेज़तर्रार पन ,, कांग्रेस के लिए मर मिटने का जज़्बा , कांग्रेस की ज़िंदा बादी के लिए , चिंता , उनमे आज भी पहले की तरह है , वोह विनम्र भी है , वोह शेरदिल दहाड़ने वाले इंसान भी है , सेवा भावी भी है , अनुशासन प्रिय भी है , बेदाग़ छवि वाले भी हैं , और किसानों , ग्रामीणों के लिए देवता तुल्य भी है , ऐसे शेर दिल , कांग्रेस के वरिष्टतम अनुभव को सलाम सेल्यूट , बधाई ,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...