. जेठानी- देवरानी ने लिया देहदान संकल्प
2. घर घर जाकर समझाईश से बढ़ रहा देहदान संकल्प
जेठानी
देवरानी का रिश्ता नोक-झोंक, प्रेम मोहब्बत के साथ-साथ एक दूसरे को सीख
देने वाला भी होता है । कई घरों में भाइयों में इतना ज्यादा प्यार नहीं
होता,जितना कि जेठानी देवरानी में पाया जाता है । इसी रिश्ते को ओर अधिक
मजबूत करने के लिए, स्टेशन क्षेत्र निवासी जेठानी मोनिका देवानी व देवरानी
राधा देवानी ने अपना देहदान का संकल्प पत्र एक साथ भरा ।
शुरू
में दोनों ही,देहदान संकल्प लेने में घबरा रही थी,की दोनों के पति इस बात
के लिए सहमत नहीं होंगे, पर शाइन इंडिया फाउंडेशन के सदस्यों ने जब घर पर
आकर देहदान के विषय पर विस्तार से सब बातों को बताया तो,हम दोनों में सभी
से बात करने की हिम्मत आ गयी । अब जेठानी देवरानी दोनों ही खुश हैं क्योंकि
अब न सिर्फ उनके पति पूरी तरह सहमत हैं,बल्कि दोनों परिवार के बड़े बूढ़े
बच्चे सभी ने देहदान संकल्प की बहुत सराहना की है।
मोनिका
देवानी (55 वर्षीया) जी का कहना है कि, जब हमारे परिजन ही हमारे मृत शरीर
को थोड़ी सी देर भी घर पर नहीं रखते हैं, बल्कि शौक के घरों में यही कोशिश
रहती है कि मृत शरीर को जल्दी से जल्दी ,कचरे की तरह समझकर तुरंत ही अग्नि
के हवाले कर दिया जाए और उसे जाकर अग्नि के हवाले कर देते हैं जैसे कि
हमारा जीवन व्यर्थ कचरे के समान रहा हो । मैं यूँ,कचरे की तरह जलकर अपना
शरीर राख नहीं करना चाहती थी,इसलिए मैंने यह देहदान का निर्णय लिया ।
राधा
देवानी (54 वर्षीया) का कहना है कि, हिंदू धर्म के शास्त्रों में दान की
बड़ी महिमा है, हमारे ऋषि-मुनियों ने भी मनुष्य जाति की रक्षा करने के लिए
अपने शरीर का दान किया । तो फिर भावी चिकित्सक, यदि हमारे मृत शरीर से
शिक्षा ग्रहण करके मनुष्य जाति को आने वाली बीमारीयों से बचा सकते हैं,तो
हमको भी यह नेक कार्य तो करना ही चाहिए ।
मोनिका
जी के पति श्री चोइथराम देवान, और राधा जी के पति ठाकुर दास देवानी का
कहना है कि, दोनों जेठानी वह देवरानी द्वारा किया गया देहदान संकल्प का यह
कार्य,ना सिर्फ हमारे परिवार के लिए बल्कि पूरे सिंधी समाज के लिए
प्रेरणादायक कार्य है । उनके इस सेवा कार्य के संकल्प से,निश्चित ही समाज
के अन्य लोगों में भी जागरूकता बढ़ेगी सही मायने में इन दोनों ने संकल्प
लेकर हमको भी गौरवान्वित किया है ।
ज्ञात
हो कि शाइन इंडिया फाउंडेशन द्वारा संभाग स्तर पर चला रहे देहदान जागरूकता
अभियान के तहत बीते 6 माह में 140 लोगों ने अपने देहदान करने के प्रति
इच्छा जताई है, संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए मोनिका जी ने कहा कि
यदि घर पर आकर,संस्था सदस्यों द्धारा हमारे परिवार के सदस्यों की समझाइश
नहीं की जाती तो हमारे मन में देहदान की यह इच्छा अधूरी ही रह जाती,परंतु
सदस्यों के प्रयासों से हमारी इच्छा आज पूरी हुई ।
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