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17 जून 2021

ऐ (मेरे) कपड़ा ओढ़ने वाले (रसूल) उठो

 सूरए अल मुद्दस्सिर मक्का में नाजि़ल हुआ और इसकी छप्पन (56) आयतें हैं
ऐ (मेरे) कपड़ा ओढ़ने वाले (रसूल) उठो (1)
और लोगों को (अज़ाब से) डराओ (2)
और अपने परवरदिगार की बड़ाई करो (3)
और अपने कपड़े पाक रखो (4)
और गन्दगी से अलग रहो (5)
और इसी तरह एहसान न करो कि ज़्यादा के ख़ास्तगार बनो (6)
और अपने परवरदिगार के लिए सब्र करो (7)
फिर जब सूर फूँका जाएगा (8)
तो वह दिन काफि़रों पर सख़्त दिन होगा (9)
आसान नहीं होगा (10)

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