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16 जून 2021

कोटा अदालत चौराहे पर , निर्माणाधीन ,शहीद स्मारक पर कोटा को अंग्रेजों से आज़ाद कराकर , तात्कालिक अंग्रेजों के आगे समर्पित कोटा दरबार व्यवस्था में , नियुक्त पोलिटिकल एजेंट मेजर बर्टन, का क़त्ल करने वाले , शहीद , लाला जयदयाल , महराब खान का इतिहास भी लिखा जाएगा

 

कोटा अदालत चौराहे पर , निर्माणाधीन ,शहीद स्मारक पर कोटा को अंग्रेजों से आज़ाद कराकर , तात्कालिक अंग्रेजों के आगे समर्पित कोटा दरबार व्यवस्था में , नियुक्त पोलिटिकल एजेंट मेजर बर्टन, का क़त्ल करने वाले , शहीद , लाला जयदयाल , महराब खान का इतिहास भी लिखा जाएगा , केबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल को , सदस्य प्रदेश कोंग्रेस कमेटी एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने उक्त लिखित सुझाव दिया था , जिसकी ऐतिहासिक पुष्ठि करवाकर , केबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने यह निर्देश नगर विकास न्यास कोटा को दिए है , शांति धारीवाल साहब का आभार , शहीद लाला जय दयाल वकील थे , इसलिए अदालत चौराहे पर , वकील की शहादत का यह स्मारक , ओर प्रासंगिक हो गया है, कोटा की आज़ादी की जंग के शहीद सिपाहियों को नमन ,, कोटा अदालत चौराहा विकास कार्यों के तहत निर्माणाधीन शहीद स्मारक स्थल , पर , 1857 में मेजर बर्टन , उसके दो पुत्र का क़त्ल कर , कोटा को आज़ाद कराकर , छह माह तक कोटा को आज़ाद रखने वाले ,, शहीद एडवोकेट लाला जय दयाल भटनागर , और रिसालदार महराब खान के इतिहास को भी आलेख में सम्मिलित करने के लिए , केबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने आदेश दिए है ,, , स्वायत शासन मंत्री , कोटा के विकास और सौदंर्य पथ पर , चार चाँद लगाने के कार्यक्रमों में , जी जान से जुटे हुए है , इसी क्रम में , नयापुरा कोटा , अदालत चौराहे पर स्थित शहीद स्मारक चौराहे को , सोंदर्यकरण के विशिष्ठ कार्य चल रहे है , , सदस्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ,, एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने , इस मामले में , आदरणीय शांति कुमार धारीवाल से , कोटा को , तात्कालिक कोटा दरबार और अंग्रेज़ों से मुक़ाबला कर , कोटा को आज़ाद कराने वाले ऐतिहासिक स्वतंत्रता संग्राम के शहीद सेनानी ,, लाला जयदयाल भटनागर एडवोकेट , रिसालेदार महराब खान , की बहादुरी और शहादत इतिहास का आलेख भी लिखने का आग्रह किया था , आदरणीय शांति कुमार धारीवाल ने , इस मामले में ऐतिहासिक दस्तावेजों के अवलोकन के बाद , यह निर्देध दिए, ऐतिहासिक तथ्यों के तहत 15 अक्टूबर 1857 की कोटा की ऐतिहासिक स्वतंत्रता संग्राम जंग , की शुरुआत के बाद , ,तात्कालिक कोटा दरबार , ब्रिटिश समझौते में पोलिटिकल एजेंट की स्वीकृति दे चुके थे ,और ब्रिटिश पोलिटिकल एजेंट , मेजर बर्टन जो , खुद उसके पुत्रों के साथ मिलकर , कोटा की आम जनता पर ज़ुल्म ज़्यादतियां किया करता था , उस वक़्त अंग्रेज़ों ने , कोटा की जनता पर काफी ज़ुल्म किये , जबकि तात्कालिक कोटा राजा इस मामले में खामोश थे , ऐसे में कोटा दरबार के वकील लाला जय दयाल भटनागर , और रिसालदार महराब खाँ ने अंग्रेज़ों के ज़ुल्म से कोटा को आज़ाद कराने का संकल्प लिया , और कोटा दरबार से बगावत कर दी , ,उक्त सेनानियों के नेतृत्व में , आज़ादी की जंग हुई , और वर्तमान राजभवन जो उस वक़्त अंग्रेज़ों के पोलिटिकल एजेंट ,, मेजर बर्टन का निवास स्थान था ,, उस पर हमला कर , मेजर बर्टन , उसके दोनों पुत्रों को युद्ध में मार गिराया , कई सैनिक शहीद हुए , कोटा दरबार, गढ़ में जाकर सुरक्षित हुए , जबकि मेजर बर्टन के आतंक को खत्म करने के लिए ,, मेजर बर्टन के कटे हुए सर को , जश्न ऐ आज़ादी के तहत , कोटा शहर की सड़को पर , घुमाया ,गया ,, कोटा में ब्रिटिश झंडा हटाकर , आज़ादी का कोटा का झंडा फहराया गया , और कोटा को छह माह तक आज़ाद रखा , लेकिंन बाद , में स्वतंत्रता संग्राम के गद्दारों की ,, मुखबिरी होने , और अंग्रेज़ों की फौज को , दरबार की फौजी मदद मिलने से , वोह फिर कोटा पर हमलावर हुए और उन्होंने फिर से कोटा पर क़ब्ज़ा कर लिया , उस वक़्त , लाला जयदयाल , महराब खान , फरार हो गए , वोह अलग अलग जगह जाकर साधु के वेश में रहने ,लगे उन पर अंग्रेज़ों ने उस वक़्त दस हज़ार रूपये का इनाम घोषित किया , जिन्हे ,,स्वतंत्रता संग्रामं के गद्दार की मुखबिरी के बाद धोखे से , समझौते की वार्ता के नाम पर गिरफ्तार किया गया ,उनके खिलाफ , ,नसीराबाद ,, देवली अदालत में मुक़दमा चला , और उन्हें 14 सितंबर 1860 में फांसी की सज़ा सुनाई गयी ,जिन्हे कोटा नयापुरा स्थित रेज़ीडेंसी हाउस में ,, 17 सितंबर को फांसी पर लटका कर मृत्यु दंड दिया गया , ,महराब खान का आज भी , नयापुरा महाराव भीम सिंह चिकित्सालय के सामने स्थित शंकर मेडिकल स्टोर के पास ,, मज़ार बना हुआ है ,, कोटा के केबिनेट मंत्री , शान्तिकुमार धारीवाल ने कोटा में आज़ादी के जांबाज़ शहीद सिपाही , दीवानों के इतिहास को भी ,, हाड़ोती के प्रथम स्वतंत्रता। संग्राम क्रांति के पुरोधा महराब खान एवं लाला जय दयाल के स्वतंत्रता संग्राम एव उन्हें फांसी देने संबंधित आलेख को अदालत चौराहे के विकास कार्य में सम्मिलित करने का आदेश दिया , जिसे सम्मिलित करने के निर्णय के बाद , केबिनेट मंत्री शान्तिकुमार धारीवाल ने इस मामले में एक पत्र ,की प्रति सुझाव देने वाले एडवोकेट अख्तर खान अकेला को भी प्रेषित की है ,,, शांति कुमार धारीवाल का कोटा के ऐतिहासिक तथ्यों के अनुरूप , स्वतंत्रता संग्राम शहीद सेनानियों के इस सम्मान के लिए , उनका तहे दिल से आभार ,, शुक्रिया ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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