अशोक गहलोत का आज जन्म दिन है , लेकिन वोह राजस्थान के मुख्यमंत्री होने के नाते अपना राजधर्म निभा रहे है ,, उन्होंने , अपने जन्म दिन को वर्तमान हालातों में मनाने से इंकार कर दिया है , वोह जन्म दिन के तोहफे के रूप में , उनके राजस्थान की जनता को , खुशहाल देखना चाहते , स्वस्थ देखना चाहते , आत्मनिर्भर चाहते है , सुरक्षित चाहते है , और इसीलिए , अशोक गहलोत ने उनके जन्म दिन पर , स्व अनुशासन के साथ , ,कोरोना की चेन तोड़ने के लिए ,, लोगों से अपने ही घरों में , घोषित लोकडाउन तिथि तक रहकर , कोरोना से जंग जीतने का आह्वान किया है , अशोक गहलोत को उनके जन्म दिन पर बधाइयां , और सह्तयाबी , उम्रदराज़ी , खुशहाली , कामयाबी की बेशुमार दुआएं ,, अशोका दी ग्रेट ,, यक़ीनन , उनके कामकाज , कुशल प्रबंधन , गांधीवादी विचारधारा , संवेदनशीलता , पारदर्शिता ,, की ही वजह है , के आज विकट परिस्थितियों में भी , राजस्थान सुरक्षित व्यवस्थाओं के हाथों में , है ,एक तरफ , केंद्र की नाराज़गी , केंद्रीय मदद की उपेक्षा , दूसरी तरफ , राजस्थान में कोरोना का महासंक्रमण , सीमित साधनों में ,, खुद के बल पर , अशोक गहलोत ने , राजस्थान में , बेहतर कोरोना प्रबंधन किया , और आज हम फिर से , पटरी पर है , लोगों की ज़िंदगियाँ बचाने में कामयाब है ,,, जी हाँ दोस्तों , अशोक गहलोत , राजस्थान के मुख्यमंत्री , के बारे में क्या लिखे , आज उनका जन्म दिन है , वोह , उनकी पत्नी ,, कोरोना संक्रमण से पीड़ित है , लेकिन खुद के आइसोलेशन इलाज ,, के साथ , उन्हें , राजस्थान की जनता , राजस्थान की परवाह है , वोह नियमित विकट हालातों में , भी रात दिन , राजस्थान की जनता , को बचाने की चिंता में लगे है ,, कोशिशों में जुटे है , एक तरफ चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना , का मास्टर स्ट्रोक है , तो दूसरी तरफ , हर ज़िले में , ऑक्सीजन प्लांट , लगाने पर विशेष पैकेज मदद की घोषणा है ,,, हर ज़िले में जांच व्यवस्थाएं बढ़ी है , क्वारेंटाइन सेंटर , अस्थाई मेडिकल व्यवस्थाएं बढ़ी है , कोरोना गाइडलाइन के तहत , लोकडाउन ज़रूरी है , लेकिन लोकडाउन में भी मानवीयता का दृष्टिकोण है , लोग अपने त्यौहार घरों में मनाये , उन्हें ज़रूरी सामानों की किल्ल्त ना हो , परेशानी ना हो , आवाजाही के आपात साधन भी खुले रहे , और दवाइयों सहित , चिकित्सा मदद तत्काल सभी को मिले , ऐसी व्यवस्था इस लोकडाउन में , लाजवाब , क़ाबिल ऐ तारीफ़ है ,, विश्व स्तरीय महामारी कोरोना नियंत्रण मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत परफेक्ट ,विश्वस्तरीय कोरोना नियंत्रण मामले में सर्वश्रेष्ठ साबित हुए है ,जबकि कोरोना की दूसरी लहर के बाद उपजे खतरनाक ,,हालातों में भी , राजस्थान की आम जनता ,,चिकित्सक ,, कोरोना वॉरियर्स ,खासकर ,पुलिस कर्मियों ,, पत्रकारों , के लिए तो कल्याणकारी व्यवस्थाओं में अशोक गहलोत ने खुद को पुलिस मित्र,, पत्रकार मित्र , के रूप में देश में अव्वल पुलिस की पीठ थपथपाने वाला ,उन्हें पुरस्कृत करने वाला साबित कर दिखाया है ,,,, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ,राजस्थान के सभी पुलिसकर्मियों में उनकी हौसला अफ़ज़ाई ,,उनके कार्यों की प्रशंसा ,कर उनकी पीठ थपथपाने के लिए ,विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग से हर ज़िले के अधिकारीयों के हाल ,जाने उनके काम की प्रशंसा कर ,उनकी हौसला अफ़ज़ाई की ,जबकि ,, राजस्थान में अलग अलग फील्ड पोस्टेड पुलिस अधिकारीयों ,सहित लाइन में ,अलग अलग विभागों में नियुक्त पुलिस अधिकारीयों को राजस्थान सरकार की तरफ से सौगातें ही सौगाते दी हैं ,, अशोक गहलोत ने राजस्थान में सभी पुलिस कर्मियों को रोडवेज बस के लिए स्थाई पास व्यवस्था देने का ऐलान किया है ,जबकि सरकारी खर्च पर उनके स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था होगी ,,पुलिस कर्मियों अधिकारीयों को उनके कामकाज के पुरस्कार के रूप में ,, मुख्यमंत्री पुलिस पदक ,देकर भी सम्मानित किया जाएगा ,, मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस अधिकारीयों ,पुलिस कर्मियों की पीठ थपथपाते हुए उनकी हौसला अफ़ज़ाई ,कर उन्हें डिप्रेशन से बाहर निकालने की कामयाब पहल की है ,, इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को विशेष दर्जे में हाऊसिंग बोर्ड ,जे डी ऐ , नगर विकास न्यास सहित अन्य संस्थानों से आवास व्वयस्था भी उपलब्ध कराने का ऐलान किया है ,,,अशोक गहलोत गांधीवादी मुख्यमंत्री हैं ,उन्होंने पुलिस का दर्द जाना है ,समझा ,है उनकी मेहनत , उनकी ज़िम्मेदारी पर ,सभी की पीठ थपथपाइ है , पुलिसकर्मियों को काम के दबाव से बाहर निकालने के लिए उनकी अवकाश व्यवस्था ,,चिकित्सा जाँच व्यवस्था ,,व्यक्तिगत समस्याओं ,पारिवारिक माहौल , की भी समीक्षा कर उन्हें समस्याओं से उबारने की कार्ययोजना के निर्देश दिए है ,,, अशोक गहलोत ने खुद को वर्तमान हालातों में ,,एक कुशल प्रशासक ,नियंत्रक ,व्यवस्थापक ,आम जनता का हमदर्द ,गरीबों का मसीहा ,ज़रूरतमंदों के लिए तत्पर रहने वाला मुख्यमंत्री साबित कर दिखाया है ,,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इस कार्यकुशलता के खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी क़ायल हो चुके ,है और देश भर के अलग अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने वर्तमान हालातों में कोरोना नियंत्रण , आर्थिक पैकेज सहित सभी मामलों में ,अशोक गहलोत कल्याणकारी ,प्रशासनिक मॉडल को ही लागू कर व्यवस्थाएं शुरू की है ,,कहते है ,अशोका दी ग्रेट , अशोक द ग्रेट ,,अशोक गहलोत उससे भी बढ़कर ग्रेटेस्ट साबित हुए है ,अशोक गहलोत ने , पत्रकारों को कोरोना वॉरियर्स की श्रेणी में रखा , चिकित्सा की सभी व्यवस्थाओं में सुधार किये , डॉक्टर , नरसिंघ स्टाफ का दर्द जाना , अस्पतालों में अतिरिक्त व्यवस्थाएं की ,, केंद्र से लगातार सम्पर्क में है , केंद्र को राजस्थान के बिगड़ते हालात बताकर , केंद्र से मदद लेने के लिए एक शिष्ट मंडल को दिल्ली भेजा ,, राजस्थान के सभी भाजपा सांसदों विधायकों से केंद्र से मदद दिलवाने की अपील की , राजस्थान से सांसद , लोकसभा अध्यक्ष , ओम बिरला के सम्पर्क में रहकर , राजस्थान की विकट स्थिति में , चिकित्सा व्यवस्था मदद की बात की ,, दूसरी तरफ , अशोक गहलोत , सभी अधिकारीयों के सम्पर्क में रहे , वित्तीय ढांचे को सुधारने के लिए वित्तीय आयोग का गठन किया , बेरोज़गारों की नियुक्तियों का रास्ता साफ़ किया , छत्तीस क़ौमों के मुख्यमंत्री बनकर ,एक तरफ दलितों को इंसाफ , तो दूसरी तरफ विशेष आरक्षण , सवर्णों को आरक्षण , पिछड़ों को पांच प्रतिशत आरक्षण , तत्काल , नियुक्तियों में भी इसकी व्यवस्थाएं ,, बेरोज़गारों को पेंशन , किसानों के क़र्ज़े माफ़ , विधायकों को दो करोड़ की जगह पांचकरोड का प्रावधान किया , विधवाओं , बेसहारा लोगों के लिए विशेष पैकेज , उपेक्षित बच्चों के रख रखाव , उनके कल्याण के लिए बाल आयोग , और बाल कल्याण समितियों के ज़रिये विशेष प्रावधान ,, स्कूली शिक्षा में सुरक्षात्मक उपाय ,, साक्षरता अभियान को बढ़ावा , रोज़गार उन्मूलन योजनाओं का संचालन विकट हालातों में भी किया , अशोक गहलोत को , उनके जन्म दिन पर एक बार फिर बधाई ,, मुबारकबाद ,, ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)