और अनारों (31)
मेवो में होंगे (32)
जो न कभी खत्म होंगे और न उनकी कोई रोक टोक (33)
और ऊँचे ऊँचे (नरम गद्दो के) फर्शों में (मज़े करते) होंगे (34)
(उनको) वह हूरें मिलेंगी जिसको हमने नित नया पैदा किया है (35)
तो हमने उन्हें कु़ँवारियाँ प्यारी प्यारी हमजोलियाँ बनाया (36)
(ये सब सामान) (37)
दाहिने हाथ (में नामए आमाल लेने) वालों के वास्ते है (38)
(इनमें) बहुत से तो अगले लोगों में से (39)
और बहुत से पिछले लोगों में से (40)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 मई 2021
और अनारों (31) मेवो में हों
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