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02 अप्रैल 2021

और ख़ुदा तुम में भी हैं तो क्या तुम देखते नहीं

और ख़ुदा तुम में भी हैं तो क्या तुम देखते नहीं (21)
और तुम्हारी रोज़ी और जिस चीज़ का तुमसे वायदा किया जाता है आसमान में है (22)
तो आसमान व ज़मीन के मालिक की क़सम ये (क़ुरआन) बिल्कुल ठीक है जिस तरह तुम बातें करते हो (23)
क्या तुम्हारे पास इबराहीम के मुअजि़ज़ मेहमानो (फ़रिश्तों) की भी ख़बर पहुँची है कि जब वह लोग उनके पास आए (24)
तो कहने लगे (सलामुन अलैकुम) तो इबराहीम ने भी (अलैकुम) सलाम किया (देखा तो) ऐसे लोग जिनसे न जान न पहचान (25)
फिर अपने घर जाकर जल्दी से (भुना हुआ) एक मोटा ताज़ा बछड़ा ले आए (26)
और उसे उनके आगे रख दिया (फिर) कहने लगे आप लोग तनाउल क्यों नहीं करते (27)
(इस पर भी न खाया) तो इबराहीम उनसे जो ही जी में डरे वह लोग बोले आप अन्देशा न करें और उनको एक दानिशमन्द लड़के की ख़ुशख़बरी दी (28)
तो (ये सुनते ही) इबराहीम की बीवी (सारा) चिल्लाती हुयी उनके सामने आयीं और अपना मुँह पीट लिया कहने लगीं (ऐ है) एक तो (मैं) बुढि़या (उस पर) बांझ (29)
लड़का क्यों कर होगा फ़रिश्ते बोले तुम्हारे परवरदिगार ने यूँ ही फ़रमाया है वह बेशक हिकमत वाला वाकि़फ़कार है (30) 

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