चार दिन में तीन नेत्रदान,कोटा से 120 km जाकर लिये
कोटा से 120 Km दूर से लाते है,दृष्टिहीनों के लिये रौशनी
शाइन
इंडिया फाउंडेशन के नैत्रदान-अंगदान-देहदान जागरूकता अभियान के बारे में
अब घर घर में ,सभी उम्र के लोगों में जागरूकता बढ़ती जा रही है ।
कोटा
संभाग से लगे छोटे-छोटे क्षेत्रों में भी नैत्रदान के प्रति जागरूकता काफ़ी
हद तक बढ़ी है । संस्था से जुड़े हुए लोग आये दिन अपने क्षेत्र में होने
वाली मृत्यु पर, शोकाकुल परिवार के घर जाते हैं, और दिवंगत परिजन के
नैत्रदान हो सके इसके लिए समझाईश करते है ।
बीते
एक सप्ताह में कोटा के आसपास के क्षेत्र रामगंजमंडी व भवानीमंडी से चार
नैत्रदान हुए है । संस्था की रामगंजमंडी शाखा के शहर संयोजक संजय विजावत का
कहना है कि,पहले नैत्रदान को लेकर शहर में कई भ्रान्तियाँ थी । समय समय पर
संस्था की जागरूकता कार्यशाला के कारण लोगों में नैत्रदान के प्रति काफ़ी
जागरूकता काफ़ी बढ़ी है । 9 वर्षों से अभी तक रामगंजमंडी से 13 जोड़ी नैत्रदान
प्राप्त हुए है ।
इसी तरह
शाइन इंडिया ,भवानीमंडी शाखा के शहर संयोजक कमलेश दलाल का कहना है
कि,अनवरत प्रयासों और जागरूकता अभियान से लोगों के मन में संस्था के
कार्यों के प्रति विश्वास बना है,नैत्रदान लेने के लिये कोटा से शाइन
इंडिया फाउंडेशन की टीम चौबीस घंटे तैयार रहती है,इसी विश्वास के कारण से
हमारे क्षेत्र में नैत्रदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है,और 37 जोड़ी नैत्रदान
प्राप्त हुए है।
आई
बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान,बीबीजे चैप्टर के अध्यक्ष डॉ कुलवंत गौड़ ने
बताया कि,पिछले तीन दिनों में भवानीमंडी से भँवर लाल जी माहेश्वरी,रुक्मणि
देवी जी पोरवाल, नंदलाल आहूजा जी का नैत्रदान संभव हुआ है,और इसी बीच
रामगंजमंडी के ललित जैन जी का नैत्रदान भी हुआ है ।
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