संगीत सोम साहिब ,,तुम खुद जो हो ,, वोह गाली तुम्हे ,,क्या दे ,,देखो
,,तुम्हारी अपनी पार्टी ने तुमसे किनारा कर लिया है ,सच यह है के तुम्हारी
पार्टी ,,ताजमहल की कमाई से मज़े तो कर रही है ,,तुम्हे भी अपनी पार्टी में
रखना चाहती है ,,लेकिन पार्टी में रखकर तुम्हे अहसास दिलाना चाहती है ,के
तुम झूंठे हो ,बकवासी ,हो ,कुछ भी बकवास करते रहते हो ,इसीलिए तो पार्टी ने
ताजमहल पर तुम्हारी बेवकूफी भरे बयान पर पीठ नहीं थपथपाई ,,उलटे
,,तुम्हारी इस बकवास से खुद ,,एन्सिएंट मोन्यूमेंट एक्ट ,,भारतीय
संविधान ,,,भारतीय क़ानून के प्रावधान को ध्यान में रखकर तुम्हे दुलत्ती
मार दी ,,छोडो संगीत सोम साहिब ,तुम्हारे में न तो संगीत के सुर है न
मौसिक़ी न रिदम है ,,रवि के बाद के सोम तो तुम हो ही नहीं सकते ,,जब
तुम्हारी पार्टी ही तुम्हारे साथ नहीं ,,तो इससे शर्मिंदगी की बात और क्या
हो सकती है ,तुम्हारे में शर्म तो शायद होगी भी नहीं क्योंकि अगर तुम्हारे
में शर्म होती तो पार्टी के तुम मुखोटे होने पर भी पार्टी ने जो तुम्हारे
विचारो से अलग हठ कर तुम्हारा अपमान किया है ,,इसके बाद थोड़ा भी कोई ज़मीर
वाला होता ,,तो पार्टी तो छोड़ ही ,,देता पार्टी के ज़मीर की ,अनुशासन की तो
क्या कहूं ,,पार्टी में कुछ निजी नहीं होता ,,यह सब जानते है ,,ऐसे में
पार्टी ने तुम्हे निकाला भी नहीं तो फिर हुए तो एक ही थैली के चट्टे बट्टे न
,,आपकी विचारधारा ज़रा देश के उन गद्दारो के लिए बयान कर दे ,जिन्होंने
अंग्रेज़ो की मुखबिरी कर देश को गुलाम बनाये रखने की साज़िश में हिस्सा लिया
था ,,ज़रा एक महिला शादी शुदा महिला ,को तलाक़ शुदा महिला से भी बदतर ज़िंदगी
देने वाले के लिए भी कुछ टिपण्णी कर दीजिये ,चलो वर्तमान में भ्र्ष्टाचार
के आरोपों की जांच से बचने के लिए ही कोई टिपण्णी कर दीजिये ,,अख्तर
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