देश में अराजकता ,,मनमानी ,,भेदभाव का माहोल खत्म हो ,,दलित और मुस्लिम
,,शोषित ,उत्पीड़ित जो देश की अस्सी फीसदी आबादी है उन्हें उनका हक़ मिले
,,न्याय मिले इसी मुद्दे को लेकर जनता को न्याय दिलाने के संघर्ष में एक
सजग सतर्क सिपाही की तरह निर्भीकता से डटे और अड़े है मोहम्मद शफी मंसूरी
,,,,तीन अप्रेल उन्नीस सो सतत्तर को कोटा की सरज़मीं में जन्मे मोहम्मद शफी
एक दिनी तालीम में मुकम्मल ऐसी शख्सियत है जिन्होंने ने दीन के साथ साथ
दुनियावी तालीम भी ज़िम्मेदारी से हांसिल की है ,,कोटा में ही शिक्षा
प्राप्त करने के बाद मोहम्मद शफी यहां समाज सेवा कार्यों में जुटे ,,लोगों
के इन्साफ के लिए संघर्ष किया ,,,स्कूल कॉलेज शिक्षा के दौरान खेल कूद से
जुड़े रहे जबकि मार्शल आर्ट और जुडो में विशेष दक्षता प्राप्त कर ब्लेक
बेल्टर बने ,,शफी मोहम्मद कई स्कूलों में बच्चो और बच्चियों को आत्मरक्षा
के लिए मार्शल आर्ट सिखाने लगे ,,,,मोहम्मद शफी ने ज़ुल्म ज़्यादतियों की
कहानियाँ और दलितों ,,अल्सपसंख्यको के साथ ना इंसाफी नज़दीक से देखी है
,,,इसी बीच समाज को इंसाफ दिलाने ,,देश में अमन चेन स्थापित कर देश को
खुशहाल और विकसित बनाने के इरादों को लेकर मोहम्मद शफी पॉपुलर फ्रंट ऑफ़
इंडिया से जुड़े ,,दक्षिणी भारत के इस समाज सेवी संगठन को राजस्थान में कोई
नहीं जानता था ,,लेकिन मोहम्मद शफी के कुशल प्रबंधन और बुलंद इरादों ने
पॉपुलर फ्रंट को पुरे राजस्थान में उत्तरी भारत में एक खुसूसी पहचान दी
,,फ्रंट को गरीब दलितों से जोड़ा ,,संघर्ष और इन्साफ की एक बुलंद आवाज़ बनाया
,,गरीब बस्तियों में आटा ,,ज़रूरत के सामान ,,किताबें बस्ते बटवाए
,,,गरीबों में एक उम्मीद एक आस जगाई और फिर राजस्थान के हर ज़िले में
पॉपुलर फ्रंट के बढ़ते दबाव से सभी वोटो की सियासत करने वाली सियासी
पार्टियों में घबराहट पैदा कर दी ,,,जब बात समाजसेवा के साथ सियासी समझ की
आई तो मोहम्मद शफी सियासी विंग सोशल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ़ इंडिया सियासी
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष फिर राष्ट्रीय कार्यसमिति में निर्वाचित हुए
,,,उत्तरी भारत और राजस्थान के हर ज़िले में सूक्ष्म समस्या के समाधान के
लिए भी प्रंबधन तरीके से व्यवस्थित आंदोलन ,,धरना प्रदर्शन ,,,मोहल्लों से
जुड़ाव ,,सामाजिक सरोकार के कार्यक्रमों से ,,कहावत चरितार्थ होने लगी
,,,,,में तो अकेला ही चला था जानिबे मंज़िल ,,,लोग जुड़ते गए और कारवाँ
बनता गया ,,,,,,के तहत हर गली ,,हर मोहल्ले ,,हर विधानसभा ,,हर भाग संख्या
में इनको पहचान मिली ,,विभिन्न विधानसभाओं में चुनाव लड़े ,,सकारात्मक
परिणाम आये ,,आज एस डी पी आई के राजस्थान में कई पार्षद ,,पंच ,,सरपंच बन
गए है ,,,,,,,मोहम्मद शफी समाजसेवक के साथ दीनदार है ,,नमाज़ी परहेज़गार है
और क़ुरानी शिक्षा ,,,,दर्द मंदों के हमदर्द बनो ,,,,,के सिद्धांत पर गरीब
,,दलीत ,,शोषित ,,उत्पीड़ित ,,को इन्साफ दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे है
,,इन्साफ की इस लड़ाई में मोहम्मद शफी की राह में कई लोगों ने फूल बिछाये
तो अधिकतम लोगों ने इनके बढ़ते क़दम रोकने के लिए कांटे बिछाये ,,इलज़ाम लगाये
,,लेकिन जो इनसे मिला है सभी जानते है के शफी मोहम्मद इन्साफ ,,इंसानियत
,,ईमानदारी ,,सिद्धानतवादिता की एक अनूठी मिसाल है ,,और इसीलिए वोह विकट
परिस्थितयों के बावजूद भी कांच के घरों में रहने वालों द्वारा उनपर
पत्थरबाजी करने के बाद भी वोह लोगों के चहेते बनकर इन्साफ की इस लड़ाई में
डटे है अड़े है ,,,,,,,,,,,,,,,,,मोहम्मद शफी के सिद्धांतों के आगे अगर कोई
उनका पदाधिकारी या निकटतम भी आया तो उसे पद से हटाने बर्खास्त कर इन्साफ
की मिसाल क़ायम रखने में पीछे नहीं हटे है ,,मोहम्मद शफी के प्रबंधन के
चलते राजस्थान के जयपुर में देश की राजधानी दिल्ली में हज़ारो हज़ार लोगों की
भीड़ के साथ इन्साफ का संघर्ष एक ऐतीहासिक मिसाल है ,,,,,,,,,,,,,,अख्तर
खान अकेला कोटा राजस्थान
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