न कहते हो , न सुनते हो ,
सपनो में खोये रहते हो ।
अक्सर पूछा करती है हवा ,
तुम किस दुनिया में रहते हो ।
क्या बात करूँ , क्या जिक्र करूँ ,
हर पल गुमसुम से रहते हो ।
क्या रिश्ता है तेरा - मेरा ,
क्यों मेरे दिल में रहते हो
सपनो में खोये रहते हो ।
अक्सर पूछा करती है हवा ,
तुम किस दुनिया में रहते हो ।
क्या बात करूँ , क्या जिक्र करूँ ,
हर पल गुमसुम से रहते हो ।
क्या रिश्ता है तेरा - मेरा ,
क्यों मेरे दिल में रहते हो
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