कोटा। छबड़ा ((बारां)) के कांग्रेस विधायक करणसिंह राठौड़ और
पार्टी के प्रदेश महासचिव पंकज मेहता शनिवार दोपहर सर्किट हाउस में उलझ
पड़े। दोनों के बीच जमकर गाली-गलौच हुई। तीखे तेवर के बीच दोनों के बीच
हाथापाई की नौबत तक आ गई। बाद में कांग्रेसियों ने दोनों को अलग-अलग किया।
घटना उस समय हुई, जब कांग्रेस चुनाव घोषणा समिति के संभागीय संयोजक पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा सर्किट हाउस के दूसरे कमरे में कांग्रेस पदाधिकारियों से सुझाव लेने में व्यस्त थे। विदित रहे, कोटा के ये दोनों नेता समकालीन हैं और एनएसयूआई और युवक कांग्रेस की पृष्ठभूमि के रहे हैं।
सर्किट हाउस में चुनाव घोषणा पत्र समिति के संयोजक शर्मा को सुझाव देने के लिए विधायक, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष, पीसीसी पदाधिकारी, ब्लॉक अध्यक्ष व कांग्रेस के पदाधिकारी पहुंचे थे। संयोजक शर्मा तो एक कमरे में लोगों से सुझाव ले रहे थे।
उसी समय पीसीसी महासचिव पंकज मेहता, विधायक सीएल प्रेमी, पूर्व पार्षद सुरेश गुर्जर, आबिद कागजी, मनोज दुबे, अनूप ठाकुर हॉल में बैठे थे। मेहता व प्रेमी कांग्रेस की रविवार को होने वाली बैठक में दावेदारों के पैनल को तैयार किए जाने के बारे में अनौपचारिक चर्चा कर रहे थे। उसी हॉल में विधायक करण सिंह भी मौजूद थे। इस बीच ही विधायक सिंह व मेहता के बीच सिस्टम को लेकर कहासुनी शुरू हो गई।
मेहता व सिंह जोर-जोर से बोलने लगे। दोनों के बीच बात बढ़ती चली गई, गर्मागर्मी हो गई। दोनों उलझ पड़े, गाली-गलौच हुई, हालात हाथापाई तक पहुंच गए। ऐसे में हॉल में बैठे पूर्व पार्षद सुरेश गुर्जर, अनूप ठाकुर ने बीच बचाव कर दोनों को दूर-दूर किया।
घटना उस समय हुई, जब कांग्रेस चुनाव घोषणा समिति के संभागीय संयोजक पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा सर्किट हाउस के दूसरे कमरे में कांग्रेस पदाधिकारियों से सुझाव लेने में व्यस्त थे। विदित रहे, कोटा के ये दोनों नेता समकालीन हैं और एनएसयूआई और युवक कांग्रेस की पृष्ठभूमि के रहे हैं।
सर्किट हाउस में चुनाव घोषणा पत्र समिति के संयोजक शर्मा को सुझाव देने के लिए विधायक, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष, पीसीसी पदाधिकारी, ब्लॉक अध्यक्ष व कांग्रेस के पदाधिकारी पहुंचे थे। संयोजक शर्मा तो एक कमरे में लोगों से सुझाव ले रहे थे।
उसी समय पीसीसी महासचिव पंकज मेहता, विधायक सीएल प्रेमी, पूर्व पार्षद सुरेश गुर्जर, आबिद कागजी, मनोज दुबे, अनूप ठाकुर हॉल में बैठे थे। मेहता व प्रेमी कांग्रेस की रविवार को होने वाली बैठक में दावेदारों के पैनल को तैयार किए जाने के बारे में अनौपचारिक चर्चा कर रहे थे। उसी हॉल में विधायक करण सिंह भी मौजूद थे। इस बीच ही विधायक सिंह व मेहता के बीच सिस्टम को लेकर कहासुनी शुरू हो गई।
मेहता व सिंह जोर-जोर से बोलने लगे। दोनों के बीच बात बढ़ती चली गई, गर्मागर्मी हो गई। दोनों उलझ पड़े, गाली-गलौच हुई, हालात हाथापाई तक पहुंच गए। ऐसे में हॉल में बैठे पूर्व पार्षद सुरेश गुर्जर, अनूप ठाकुर ने बीच बचाव कर दोनों को दूर-दूर किया।
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