भारत ने मंगलवार को चीनी सीमा पर स्थित दौलतबेग ओल्डी में दुनिया के सबसे बड़े मालवाहक औऱ जरूरत पड़ने पर युद्ध विमान, हर्क्यूलस को उतारकर सनसनी फैला दी है।
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) से महज नौ किलोमीटर दूरी पर इस
एयरक्राफ्ट विमान को उतारकर भारत ने चीन को एक तरह से जवाब देने की कोशिश
की है।
अमेरिका निर्मित हर्क्यूलस सी-130 जे दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक
विमान है। हालांकि चीन इस क्षेत्र में भारत से भी आगे है। भारत ने तो
हर्क्यूलस अमेरिका से खरीदा है लेकिन चीन के पास स्वदेशी मालवाहक विमान है
जो कई मामलों में हर्क्यूलिस से भी ज्यादा उन्नत है।
हर्क्यूलस 2011 में औपचारिक तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल किया
गया। करीब 2 अरब 83 करोड़ की कीमत वाले इस विमान का इस्तेमाल दुनिया के 60
से ज्यादा देशों में हो रहा है। भारत के पास छह हर्क्यूलस एयरक्राफ्ट हैं।
यह महज 14 मिनट में 28 हजार फीट की ऊंचाई पर जा सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)