फलौदी.यह है फलौदी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की
जनसभा के लिए तैयार किया गया मंच। सभा को मुख्यमंत्री संबोधित करने वाले
थे। नवनिर्मित फल सब्जी मंडी का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री सभा स्थल
पर आए तो सही लेकिन पंडाल का जायजा लेकर दूसरे कार्यक्रम के लिए रवाना हो
गए। चर्चा यही थी कि पंडाल में अपेक्षित भीड़ नहीं दिखने से मुख्यमंत्री ने
संबोधन का फैसला टाल दिया। (इनसेट) सभा स्थल पर विधायक जोशी के साथ
मुख्यमंत्री।
लोग हैरान, रुकें या जाएं, आखिर लौट गए
मुख्यमंत्री को सभा स्थल से रवाना होते देख वहां मौजूद लोगों को कुछ
समझ में ही नहीं आया। इधर, मंच से यह घोषणा होती रही कि थोड़ी ही देर में
मुख्यमंत्री सभा को संबोधित करेंगे। तब तक सीएम कार में बैठकर अगले
कार्यक्रम स्थल की ओर रवाना हो गए। करीब दस मिनट तक तो मंच की घोषणा पर लोग
कुर्सियों पर बैठे रहे लेकिन इसके बाद लोगों के पास फोन आने लगे कि सीएम
दूसरे कार्यक्रम में चले गए हैं। इस पर देखते ही देखते पंडाल में जो भी लोग
थे, रवाना हो गए।
..तो कमी समय की रही या भीड़ की?
मुख्यमंत्री का फलौदी आना उतना चर्चा में नहीं रहा, जितना चर्चा में
उनका सभा को संबोधित किए बिना लौट जाना रहा। विधायक ओम जोशी ने कहा कि समय
की कमी के कारण मुख्यमंत्री सभा को संबोधित नहीं कर पाए। लोग उन्हें सुनने
आए थे, लेकिन लौट जाने से निराशा हुई।
उधर, कृषि उपज मंडी समिति की अध्यक्ष हीरादेवी मेघवाल ने कहा कि
कार्यक्रम अत्यंत जल्दबाजी में तैयार किया गया। हमने स्वागत की पूरी तैयार
की थी। जनता नहीं पहुंची, इसका हम क्या कर सकते हैं। हमने विधायक को
गुरुवार को ही बैठक में कार्यक्रम स्थगित करने को कहा था, लेकिन उन्होंने
कहा कि अब स्थगित करना ठीक नहीं होगा।
जो कुछ हुआ, चिंता जगा गया
हवाई पट्टी पर भीड़, सभा स्थल सूनात्नकांग्रेसी नेता जगदीश पालीवाल के
अनुसार हवाई पट्टी पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। सीएम को वहां से सभा
स्थल पहुंचने में 8 मिनट लगे, जबकि लोग 15 मिनट बाद पहुंचे। बस यही गफलत
रह गई।
चिंता जोशी की भी, पार्टी की भीत्न जिले में विधानसभा की 10 सीटें
हैं। कांग्रेस के महज चार विधायक हैं। लूणी और ओसियां विधायक जेल में हैं।
सरदारपुरा के विधायक मुख्यमंत्री खुद हैं। चौथे विधायक फलौदी से ओम जोशी
हैं। उनके ही शहर में मुख्यमंत्री का आयोजन और उसमें लोगों की सहभागिता
नहीं होना जोशी और पार्टी दोनों के लिए चिंता का विषय है।
..और फलौदी जिले की बड़ी चिंता
फलौदी के लोग फलौदी को नया जिला घोषित कराने के लिए जी-तोड़ कोशिश कर
रहे थे। मांग भी लंबे समय से और उम्मीद भी लंबे समय से थी। अब इस ताजा
मामले के बाद उनकी यह चिंता और भी बड़ी हो सकती है।
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