अजमेर.बिजली के बिलों में गड़बड़ी व उपभोक्ताओं को भारी राशि
के बिल भेजने के विरोध में वकील सुहास भदौरिया ने शुक्रवार को हजारी बाग
विद्युत स्टेशन पर हंगामा खड़ा कर दिया। इसके बाद क्षेत्रीय लोगों के साथ
चांदबावड़ी क्षेत्र में लकड़ियों की चिता बनाकर आग लगा ली। लोगों की समझाइश
के बाद ही वकील ने विरोध प्रदर्शन बंद किया। हालांकि 15 दिन में बिलों में
सुधार नहीं होने पर आत्मदाह की चेतावनी जरूर दे डाली।
वकील भदौरिया शुक्रवार सुबह हजारी बाग विद्युत स्टेशन गए थे। वहां बिल
जमा कराने की कतार में खड़े अधिकांश लोगों ने निगम द्वारा इस बार अधिक
राशि के बिल भेजन की शिकायत की। उपभोक्ताओं का कहना था कि नाम मात्र का
विद्युत खर्च होने के बावजूद पांच से दस हजार रुपए तक के बिल आए हैं। एक
महिला ने बताया कि उसके घर में केवल दो बल्ब जलने के बावजूद पांच हजार रुपए
का बिल आया है। उसे ब्याज पर उधार रकम लेकर बिल की राशि का भुगतान करना
पड़ा है।
चिता बनाई, आग लगाई
भदौरिया के साथ मोहल्ले के लोगों ने काफी देर तक प्रदर्शन किया । इसके
बाद भदौरिया लकड़ियों की चिता बना कर विरोधस्वरूप उस पर लेट गए। किसी ने
चिता में आग भी लगा दी। जिसके चलते उनकी पेंट भी जल गई। घटनाक्रम चल ही रहा
था कि मोहल्ले के बुजुर्गो ने पहुंच कर समझाइश की। इस बीच क्लॉक टावर थाना
पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
काफी समझाइश के बाद भदौरिया शांत हो सके। भदौरिया ने चेतावनी दी कि
विद्युत निगम द्वारा लोगों को भेजे गए बिलों की राशि में सुधार नहीं करने
पर एक पखवाड़े के बाद आत्मदाह का कदम उठा लेंगे। भदौरिया इससे पहले शहर में
शहर में यातायात व्यवस्था, पार्किग व्यवस्था तथा अन्य मुद्दों पर भी
अजीबो-गरीब तरीकों से विरोध जता चुके हैं।
शिकायत का असर नहीं
भदौरिया द्वारा विद्युत कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों तथा अभियंताओं
से बिलों की अधिक राशि के बारे में शिकायत करने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं
मिला। कर्मचारियों व अफसरों ने उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग के आधार पर बिल
बनाने की बात कही। कहासुनी के बाद चांद बावड़ी पहुंचने पर मोहल्लेवासियों
की भी यही शिकायत मिली।
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