बाल साहित्य को समर्पित देश के अग्रणीय बाल साहित्यकार डॉ. विकास दवे का समरस संस्थान द्वारा अभिनंदन..............
समरस संस्थान साहित्य सृजन भारत गांधीनगर, गुजरात के पदाधिकारियों ने रविवार को कोटा में आयोजित एक कार्यक्रम में मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे को अभिनंदन किया। संस्थान के संस्थापक एवं संयोजक डॉ. मुकेश कुमार व्यास की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शशि जैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. प्रभात कुमार सिंघल ने डॉ. दवे को माल्यार्पण कर , संस्था का उपराना और शाल ओढ़ा कर अभिनंदन पत्र भेंट किया। राजस्थान प्रांत प्रभारी डॉ. वैदेही गौतम, संभागीय अध्यक्ष महेश पंचोली, जितेंद्र निर्मोही, रीता गुप्ता, साधना शर्मा ,विजय जोशी मौजूद रहे।
अभिनंदन पत्र का वाचन करते हुए डॉ. प्रभात सिंघल ने कहा विस्तृत आभामंडल वाले देव बाल साहित्य के फलक को अपनी चन्द्र किरणों से आलोकित कर रहे हैं। हंसमुख, सरल , सहज स्वभाव वाले देव ज्ञानवान हैं, कर्मयोगी हैं, क्षीण विचारों से मुक्त हैं। आपको राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से अनुमोदित, डॉ. मृदुला सिन्हा (महामहिम राज्यपाल, गोआ) द्वारा अभियान का ब्रांड एम्बेसेडर मनोनित किया जाना गर्व की बात है।
अहर्निश बाल साहित्य सृजन के साथ-साथ डॉ. दवे कर्त्तव्य परायणता, आस्था, निष्ठा एवं नैतिकता के साथ मध्यप्रदेश सरकार की साहित्य अकादमी में निदेशक के रूप में अपनी रचनात्मक भूमिका का निर्वाह कर हिंदी, साहित्य और संस्कृति की सेवा कर रहे हैं। सृजन और सेवा से आपने साहित्य जगत में अपना विशिष्ठ स्थान बनाया है। आपके मार्गदर्शन, मूल्यवान परामर्श एवं प्ररेणा से साहित्य अकादमी देशभर में अग्रणीय पंक्ति में है।
भारतीय पौराणिक संस्कृति और राष्ट्र भक्ति के साथ-साथ बाल मनोविज्ञान से प्रेरित बाल साहित्यकार डॉ. विकास दवे राजस्थान और मालवा के गौरव हैं और साहित्य जगत में उनका कद व व्यक्तित्व समस्त सीमाओं से परे है । इन्होंने विश्व की सर्वाधिक प्रसार संख्या वाली पत्रिका ‘देवपुत्र’ का 32 वर्ष तक संपादन किया और वर्तमान में मानद संपादक के रूप बाल-साहित्य के उत्थान के लिए कटिबद्ध हैं। आपने 'समकालीन बाल साहित्य' (भारत की प्रथम बाल साहित्य शोध पत्रिका), 'हरिद्रा' अंतराष्ट्रीय शोध पत्रिका तथा साहित्य अकादमी म. प्र. की पत्रिका 'साक्षात्कार' का संपादन भी किया है। विविध विषयों पर इनके 50 से अधिक शोध आलेख प्रकाशित हो चुके हैं।
आपने देशभर की प्रतिष्ठित व्याख्यान मालाओं, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में बाल साहित्य सहित अनेक विषयों पर तीन हजार से अधिक व्याख्यान दिए हैं। पाठ्यक्रमों में आपकी रचनाएं शामिल हैं। आपको 150 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करने का गौरव प्राप्त है।
चंबल से श्रृंगारित कोटा नगर में स्वागत करते हुए बाल साहित्य में विराट व्यक्तित्व के धनी डॉ. विकास दवे को उनके सहिष्णु स्वभाव, जन हितैषी, साहित्यिक और राष्ट्रीय महत्त्व के कार्यों में अनुपम योगदान करने वाले व्यक्तित्व को यह अभिनंदन पत्र समर्पित करते हुए हम हर्ष और गौरव का अनुभव कर रहे हैं । हम आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।
इस अवसर बाल साहित्यकार दिविक रमेश, , बलदाऊ राम साहू, ओमप्रकाश क्षत्रिय एवं बड़ी संख्या में हाड़ोती अंचल के बाल साहित्यकार उपस्थित रहे। सभी ने उनके उनके बाल साहित्यिक कार्यों को प्रेरक और अनुकरणीय बताया।
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डॉ. प्रभात कुमार सिंघल
लेखक एवं पत्रकार, कोटा

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