कोटा कोंग्रेस ओर भाजपा के बूथ प्रबंधक प्रथम , द्वितीय, तृतीय कोटा में ही मौजूद हैं, कोटा के शांति कुमार धारीवाल बूथ माइक्रो मैनेजमेंट में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम, भाजपा के ओम जी बिरला द्वितीय ओर कोंग्रेस के प्रह्लाद गुंजल तृतीय है, सभी कोटा से हैं, ताज्जुब है कोंग्रेस वोट चोरी, बूथ कुप्रबन्धन, एस आई आर के नाम चुनाव आयोग के पक्षपात से जूझ रही है लेकिन कोंग्रेस ने इन कुशल बूथ प्रबन्ध माइक्रो मैनेजमेंट सिस्टम का कोई उपयोग ही नहीं किया है, जबकि शांति धारीवाल, प्रह्लाद गुंजल को राष्ट्रीय स्तर पर ज़िम्मेदार बनाया जाना कोंग्रेस के लियें राष्ट्रीय स्तर पर फायदे मन्द है,
देश भर में एस आई आर को हथियार बनाकर , वोट चोरी करने के आरोपों से घिरी भारत सरकार के चुनाव आयोग पर नकेल कसने के लिए कांग्रेस को राष्ट्रिय स्तर पर बूथ मैनेजमेंट , हर बूथ पर वोटर्स के माइक्रो मैनेजमेंट के लिए कोटा के पूर्व मंत्री शांति कुमार धारीवाल को राष्ट्रिय स्तर पर संयोजक बनाकर देश भर के कांग्रेस बी एल ए को प्रशिक्षण दिलवाना चाहिए और राष्ट्रिय , प्रदेश , जिला स्तर पर संगठनात्मक व्यवस्था कर इसे मज़बूत कर फिर से कांग्रेस को ज़िंदाबाद करना चाहिए , यक़ीनन कोटा शिक्षा नगरी है , कोटा औद्योगिक नगरी है , चंबल तट पर बसी पर्यटन नगरी है , और यहां राजनितिक पंडित के रूप में , चुनाव प्रबंधन की प्रथम सीढ़ी आम जनता से सीधा जुड़कर उसके मिजाज़ को परखने के लिए प्रत्येक बूथ के मतदाताओं तक सीधी पहुंच बनाकर , कुशल प्रबंधन व्यवस्था में भी अव्वलीन कोटा से ही हैं , देश भर की इस सियासी व्यवस्था में ,, माइक्रो मैनेजमेंट में कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री जिन्हे विकास पुरुष भी कहा जाता है , जिन्हे आग भी लगी हो तो वहां बाग़ लगाकर खुशनुमा मंज़र पैदा करने वाला चमत्कारिक पुरुष भी कहा जाता है , वोह शांति कुमार धारीवाल इस काम में देश भर में अव्वल है , चुनाव हार जीत से उन्हें मतलब नहीं , अपने क्षेत्र के हर बूथ के प्रतिनिधियों पर उनकी पकड़ , उन्हें पूरे पांच वर्षों तक , चौबीस क्लॉक सक्रिय रखना उनकी पहचान है , कांग्रेस संगठन में देश भर में बूथ मैनेजमेंट , माइक्रो मेनेजमेट में उनसे बहतर कोई और दुसरा देश भर में है ही नहीं , इसी तरह से , इस माइक्रो मैनेजमेंट में अगर दूसरा नंबर किसी को दिया जाए तो वोह भाजपा के ओम जी बिरला है , और इसी क्रम में तीसरे नंबर के बूथ प्रबंधन खिलाड़ी भी कोटा के ही प्रहलाद गुजंल है , ,जो पहले भाजपा और अब कांग्रेस के सिपहसालार हैं , भाजपा ने खासकर नरेंद्र जी मोदी , अमित जी शाह ने तो कोटा के ओम जी बिरला की इस प्रतिभा को जाना , इनकी प्रतिभा को माना , स्वीकार किया और देश भर में उनका बूथ प्रबंधन व्यवस्था को लेकर इस्तेमाल भी किया , ओम जी बिरला को भाजपा की तरफ से , राष्ट्रिय स्तर पर चुनावी प्रबंधन को लेकर , देश भर के भाजपा सांसदों , विधायकों को प्रशिक्षण देने , जीत के टिप्स देने के लिए प्रशिक्षक भी नियुक्त किया , और कई कार्यक्रम भी इस मामले में ओम जी बिरला को लेकर , भाजपा सांसद और विधायकों की बैठके आयोजित कर हुए भी ,, राष्ट्रपति चुनाव हो , उप राष्ट्रपति चुनाव हो , हर चुनाव में फार्म भरने , वोटिंग व्यवस्था को लेकर भी , भाजपा ने कोटा के ओम बिरला के इस हुनर का फायदा उठाया , और उन्हें मुखिया बनाकर उनके ही नेतृत्व में यह व्यवस्थाएं हुई , नतीजा भाजपा आगे निकलती चली गई और भाजपा ने आज तक पीछे मुड़कर नहीं देखा , ओम जी बिरला को पुरस्कार के रूप में लोकसभा का अध्यक्ष पद भी दिया गया , लेकिन कोटा के राष्ट्रिय स्तर पर प्रथम नंबर के माइक्रो मैनेजमेंट से जुड़े प्रत्येक बूथ पर कांग्रेस को ज़िंदाबाद रखने वाले शांति कुमार धारीवाल साहब की इस प्रतिभा का इस्तेमाल कांग्रेस ने किया ही नहीं , अब जब राहुल गाँधी के रिसर्च में यह खुलासा हो गया है , के बी एल ऐ की असफलता की वजह से ही , कोंग्रेसी समर्थक वोटर्स के नाम काटे जा रहे हैं, भाजपा समर्थकों के वोट जोड़े जा रहे हैं , वोटों में धांधली हो रही है , वोटों की चोरी हो रही है , और कांग्रेस ने वोट चोर गद्दी छोड़ का नारा तो दिया है , लेकिन इस व्यवस्था को सुधारने के लिए कोई एक क़दम भी आगे नहीं बढ़ाया है , मेने इस मामले में राहुल गांधी , कांग्रेस के राष्ट्रिय अध्यक्ष को सुझावों के साथ , कोटा के पूर्व मंत्री शांति कुमार धारीवाल , प्रह्लाद गुंजल की इस प्रतिभा के साथ उनसे राष्ट्रिय स्तर पर कांग्रेस संगठन में बूथ प्रबंधन विभाग के गठन का सुझाव देते हुए इन दोनों को उसमे राष्ट्रिय संयोजक , उप संयोजक की ज़िम्मेदारी देने की गुज़ारिश भी की है ,लेकिन कांग्रेस कल्चर , ई मेल देखते नहीं , कार्यकर्ताओं से मिलते नहीं , उनके सुझावों वाले पत्रों को खोलते तक नहीं , उसके चलते शायद इन सुझावों पर कांग्रेस गौर ही नहीं करे , फिर भी यह सुझाव सोशल मिडिया के ज़रिये फिर से दोहराया जा रहा है , प्रह्लाद गुजंल खुद अपने अपने क्षत्रों में एक कुशल , मुखर वक्ता के साथ विशेषज्ञ है , और अपने अपने क्षेत्र के बूथ प्रबंधन में पारंगत है , उनका इस्तेमाल भी कांग्रेस को वर्तमान हालातों में करना ज़रूरी है , कोटा का सौभाग्य है के बूथ प्रबंधन क्षेत्र में , कांग्रेस के शांति धारीवाल ,, भाजपा के ओम जी बिरला , कांग्रेस के प्रह्लाद जी गुंजल का ही प्रबंधन पहले , दूसरे , तीसरे नंबर पर है , अब भाजपा ने तो बूथ प्रबंधन , माइक्रो मैनेजमेंट सिस्टम में राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे नंबर पर कहे जाने वाले ओम जी बिरला का सही इस्तेमाल कर , भाजपा को दूसरे नंबर से पहले नंबर पर अव्वलीन कर लिया , लेकिन कांग्रेस को , वोट चोरी , वोट प्रबंधन , बूथ प्रबंधन में फिसड्डी होने के अहसास के बाद भी , कांग्रेस बूथ प्रबंधन में राष्ट्रिय स्तर पर अव्वलीन , प्रथम स्थान के शान्ति कुमार धारीवाल , तृतीय स्थान के प्रह्लाद जी गुंजल का अभी तक कोई उपयोग भी नहीं कर पाई है , और राष्ट्रीय स्तर पर संगठनात्मक ढाँचे , वोट चोरी को रोकने , वोटर्स को एक्टिवेट करने और कांग्रेस के पक्ष में मोटिवेट कर सुरक्षित , संरक्षित करने के लिए , राष्ट्रिय बूथ प्रबंधन विभाग का गठन तक नहीं किया है , कोई व्यवस्था ही नहीं हैं , जबकि हर चुनाव में कांग्रेस इसी कमज़ोरी की वजह से , हार का ही नहीं , बुरी तरह से हार का मुंह देख रही है , ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

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