जयपुर, 8 नवम्बर —
विगत वर्ष 14
नवम्बर को कोटा के कुन्हाड़ी जैन मंदिर में श्रुत संवेगी महाश्रमण 108 जैन
मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज के सानिध्य में स्थापित विश्व की सबसे
लंबी स्फटिक निर्मित भगवान पार्श्वनाथ जी की प्रतिमा को अब मल्टीनेशनल बुक
ऑफ़ रिकार्ड्स, लंदन द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्रदान की गई
है।
इसी संदर्भ में कल
जयपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में जैन मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज
की पावन उपस्थिति में कोटा कुन्हाड़ी जैन मंदिर समिति को इस अद्वितीय
उपलब्धि हेतु मल्टीनेशनल बुक ऑफ़ रिकार्ड्स का अंतरराष्ट्रीय प्रमाणपत्र
प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मल्टीनेशनल बुक ऑफ़ रिकार्ड्स (इंडिया) के सीईओ कृष्ण कुमार उपाध्याय ने जानकारी देते हुए कहा —
“यह
न केवल कोटा जैन समाज के लिए, बल्कि सम्पूर्ण भारतीय संस्कृति और जैन धर्म
के लिए गर्व का विषय है। विश्व की सबसे लंबी स्फटिक प्रतिमा आस्था, शांति
और अहिंसा के संदेश का प्रतीक है।”
इस उपलब्धि पर कोटा सकल दिगंबर जैन समाज में हर्ष और उल्लास का वातावरण रहा।
समारोह में विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि, श्रद्धालु एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।

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