मानसिक स्वास्थ्य की साहित्य सृजन में भूमिका , हॉप सोसायटी कोटा डॉक्टर एम एल अग्रवाल, साहित्यमण्डल श्री नाथद्वारा से जुड़े साहित्यकार लेखक डॉक्टर प्रभात सिंघल का आत्महत्या विचार के विरुद्ध मोटिवेशनल साहित्यिक कार्यशाला बेमिसाल रही,
कोटा 23 सितम्बर , निराशावाद के माहौल में आत्महत्या एक अभिशाप है , स्वस्थ रहो , मस्त रहो , जिओ और जीने दो , वैकल्पिक प्रयासों के साथ खुद को हारने के बाद भी विकल्पों के साथ जीत कर दिखाओ ,, एक मक़सद के पीछे ज़िद्दी बनकर मत रहो ,,,, , दूध फट जाए तो घबराओ नहीं ,, उससे पनीर या फिर क़लाकन्द बनाकर खुश हो जाओ , कमोबेश इसी तरह के मोटिवेशनल साहित्यिक समझ के साथ ,हॉप सोसायटी और साहित्यमंडल श्रीनाथद्वारा के संयुक्त आयोजन में कोटा में इस पर विस्तृत चर्चा , व्याख्यान , काव्यपाठ के माध्यम से निराशावाद पर आशावाद की जीत के मोटिवेशन को लेकर कोटा अग्रवाल न्यूरो साइकेट्री अस्पताल के मीटिंग हाल में एक बहुद्देशीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ कार्य्रकम की अध्यक्षता साहित्यकार रामेश्वर शर्मा रम्मू भय्या ने की जबकि मुख्य अतिथि मनोरोग चिकित्सक डॉक्टर एम एल अग्रवाल रहे , डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल संयोजक , एडवोकेट अख्तर खान अकेला ,, जितेंद्र निर्मोही , विजय जोशी विशिष्ठ अतिथि रहे , ,
कोटा के इतिहास में शायद यह पहला कार्यक्रम है जिसमे साहित्यिक परिचर्चा के साथ , काव्यपाठ और व्याख्यान के ज़रिये आत्महत्या की रोकथाम विषय पर फोकस रखकर कार्यक्रम आयोजित किया गया हो , वर्तमान कोटा के निराशावाद माहौल में , हॉप सोसायटी के डॉक्टर एम एल अग्रवाल के सकारात्मक प्रयास हज़ारों हज़ार लोगों को निराशावाद से आशावाद की तरफ लेकर आये हैं जबकि डॉक्टर एम एल अग्रवाल , उनकी टीम ने कोटा जिला प्रशासन के ज़रिये मिलकर कई लोगों की तात्कालिक मोटिवेशन कर उनकी जान भी बचाई हैं , इनके मोटिवेशन से अब निराशावाद की तरफ बढे लोग खुश भी हैं , मस्त भी है , व्यस्त भी हैं , और अपने अपन कारोबार में जुटे हैं , श्रीनाथद्वारा की 90 साल पुराने साहित्यिक संस्था साहित्यमंडल के प्रतिनिधि लेखक , साहित्यकार डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने एक राष्ट्रीय कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया था , इस अवसर पर यूँ तो प्रथम , द्वितीय , तृतीय पुरस्कार तय हुए थे , लेकिन जो प्रतिभागी थे उनमे से जो भी आ सकते थे , सभी को , तुम हारे नहीं हो , लक्ष्य प्राप्ति के लिए तुम हिस्सेदार बने , कोशिश की तुम्हारा लेखन भी बहतर था ,, बस प्रथम , द्वितीय , तृतीय के नियमों की वजह से आप इसमें शामिल नहीं हुए , लेकिन आप की रचना ,आपका प्रयास सकारात्मक, सराहनीय रहा , बेहतर रहा , मोटिवेशनल रहा इसलिए आप प्रतिभागी भी सांत्वना सराहनीय पुरस्कार के हक़दार है , हारे नहीं हो , जीत के क़रीब आ कर रुक गए हो , रचनाकार हो , कथाकार हो , अभी और बेहतर से बेहतर करना है , बस यही मोटिवेशन लेकर कोटा कोचिंग के छात्र छात्राओं और अनावश्यक निराशावाद की तरफ हारे हुए भटके लोगों के लिए यह कार्य्रकम प्रेरणादायक बने इसीलिए यह कार्यक्रम आयोजित हुआ , इस कार्यकम में डॉक्टर एम एल अग्रवाल मोटिवेशनल स्पीकर हॉप सोसायटी , ,के। विशेषज्ञ टिप्स तो थे ही सही , साथ ही , डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल का जनसम्पर्क , पत्रकारिता , लेखन , साहित्यिक लेखन का लम्बा अनुभव शामिल रहा , जबकि साहित्यकार जितेंद्र निर्मोही के लेखन का अनुभव तो सकारात्मक सोच को बढ़ाने वाला है ही सही , विजय जोशी की कथाए , साहित्य , कविताएं , समीक्षाएं तो एक निराश , हताश विचार में भी उत्साह भर देने वाले है , ज़िंदा दिली से जीने की तमन्ना पैदा कर देने वाले हैं , रामेश्वर रम्मू भय्या तो खुद निराशा के माहौल से साहित्यिक सूझबूझ के चलते खुद को व्यस्त करने में सफल रहे और , इनके पुत्र की मृत्यु के अवसाद से यह तुरंत निकलकर , चालीसा मंत्र के साथ एक नए साहित्यिक प्रकाशन के साथ हिम्मत से खड़े नज़र आये , इस कार्यक्रम में डॉक्टर सुशीला जोशी जो हालातों से संघर्ष के बाद आज मज़बूती से खडी हैं , लोगों की सेवा में जुटी हैं लेखन इनका मक़सद बन चुका है , कार्यक्रम में दो दर्जन से भी ज़्यादा बहने,, भाई , ,लिटरेचर में या फिर किसी ना किसी विषय में पी एच डी , डॉक्टरेट किये हुए थे , ऐसे विद्वानों के बीच , ऐसे प्रसिद्ध साहित्यकारों के बीच कोटा हॉप सोसायटी का आत्महत्या के विचार के खिलाफ सकारात्मक युद्ध ,, एक नया संदेश देने वाला रहा , साहित्यकारों ने सारगर्भित कविताओं के माध्यम से इस मोटिवेशनल कार्यक्रम में जीने के प्रति उत्साह और परेशानियों , तकलीफों से संघर्ष के लिए मस्त रहो व्यस्त रहो , स्वस्थ रहो , खुद भी अपनी बात कहो , दूसरों की भी सुनो , जिओ और जीने दो , हार जाओ तो फिर संघर्ष करो , जीत जाओ तो गुरुर मत करो , दूसरों को भी जिताने का मौक़ा दो , जैसे सिद्धांतों पर अपनी कविताएं पेश कीं ,, अख्तर खान अकेला ने कहा के अब गोल तय करके उसकी तरफ मत भागो , वैकल्पिक व्यवस्थाओं के साथ चलो ,, क्योंकि लक्ष्य जो तय होता है उसमे सीटें कम होती है , प्रतियोगी ज़्यादा होतें अगर हम हार भी गए तो क्या , वैकल्पिक लक्ष्य की तरफ हमें बढ़ना चाहिए ,,, स्कूली शिक्षा की तरफ बच्चों को प्रशिक्षित संवेदनशील एस टी सी , ,प्रशिक्षित बी ऐड , एम ऐड शिक्षक , शिक्षिकाओं से ही पढ़ाना चाहिए वरना इस आयु वर्ग के बच्चों को अगर आई आई टी , एम बी बी एस , और संवेदनविहीन रोबोट कोचिंग सिस्टम पढ़ायेगा और उसे उन बच्चों, बच्चियों के आयु वर्ग में बदलते हार्मोन्स , विचार , बदलाव , बाल मनोविज्ञान का कोर्स नहीं होने से पता ही नहीं होगा और वोह बच्चों के बदलाव , उनके मनोविज्ञान को समझ ही नहीं सकेगा तो फिर वोह तो बच्चा जितना बोझ सह ही नहीं सकता उससे कई हज़ार गुना बोझ उस पर डालेगा ऐसे अनावश्यक अव्यवहारिक संवेदना विहीन रोबोटिक शिक्षा के चलते अनहोनी तो होना ही है ,,, ,इसलिए वैकल्पिक लक्ष्यों को निर्धारित करे , पहला , दूसरा , तीसरा , पहला नहीं तो दूसरा , दूसरा नहीं तो तीसरा ,प्रथम लक्ष्य बस यही रखो जान है तो जहांन है , , सभी वक्ताओं ने कहा कि ज़िंदगी अनमोल है , जीना मुश्किल तो है ,लेकिन खुशगवार होकर जीकर दिखाना ना मुमकिन भी नहीं , और जो जिया वही सिकंदर है , की तर्ज़ पर ,,, हॉप सोसायटी की तरफ से , आत्महत्या के खिलाफ , आत्महत्या के विचार के खिलाफ , निराशावाद के खिलाफ साहित्यिक और मनोचिकित्स्क विशेषज्ञों की संयुक्त जंग छेड़ दी है , साहित्य मंडल, श्रीनाथद्वारा की ओर से आयोजित राष्ट्रीय कहानी प्रतियोगिता के हाड़ौती क्षेत्र कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ के प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण और हॉप सोसायटी द्वारा "मानसिक स्वास्थ्य की साहित्य सृजन में भूमिका " पर साहित्यकारों की कार्यशाला का आयोजन हुआ,, जिसमें " मानसिक स्वास्थ्य की साहित्य सृजन में भूमिका " विषय पर तकनीकी जानकारी वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ.एम.एल.अग्रवाल ने दी, तथा मुख्य वक्ता के रूप में साहित्यकार विजय जोशी नें व्याख्यान दिया,, विशिष्ठ अतिथियों के रूप में जितेंद्र निर्मोही, रामेश्वर शर्मा ' रामू भैया ' एवं एडवोकेट अख्तर खान अकेला अपने विचार व्यक्त किये,
काव्यपाठ आत्महत्या रोकथाम , विषय पर रीता गुप्ता, संजू श्रृंगी, हेमराज हेम, डॉ. इंदु बाला शर्मा, डॉ. सुशीला जोशी, रेखा पंचोली,महेश पंचोली, सलीम स्वतंत्र, रेणु सिंह राधे आदि साहित्यकारों ने मानसिक स्वास्थ्य पर काव्यपाठ किया,, राष्ट्रीय कहानी प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों से 123 प्रतिभागियों ने रुचि पूर्वक भाग लिया था। प्रथम , द्वितीय और तृतीय आए प्रतिभागियों को हिंदी दिवस समारोह में नाथद्वारा में सम्मानित किया गया, हाड़ौती के बाहर देश के सभी सांत्वना स्थान पाने वाले और अन्य प्रतिभागियों को सभी को डिजिटल प्रशस्ति पत्र प्रेषित किए गए, इसी क्रम में,, कार्यक्रम में हाड़ोती के सांत्वना स्थान पर रहे और भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया,,
सांत्वना सम्मान स्थान प्राप्त करने पर दिनेश विजयवर्गीय,बूंदी, डॉ.सुलोचना शर्मा , बूंदी, राजेंद्र प्रसाद शान्तेय , झालावाड़, रेखा सक्सेना , झालावाड़, रेखा पंचोली , कोटा, संजू श्रृंगी, कोटा, हेमराज सिंह ' हेम ' कोटा,प्रज्ञा गौतम ,कोटा, टीकम ढोडरिया, छबड़ा,बारां एवं राधा तिवारी, अंता को सम्मानित किया गया, प्रतियोगिता में भाग लेने और सराहनीय कहानी लिखने पर महेश पंचोली,कोटा,राम शर्मा' कापरेन', बूंदी,मोहन वर्मा,कनवास,कोटा,नीलू सिसोदिया,कोटा,राम मोहन कौशिक, कोटा,, रश्मि वैभव गर्ग, कोटा,रेखा शर्मा , बूंदी ,विष्णु शर्मा 'हरिहर ', कोटा,डॉ रघुराज सिंह कर्मयोगी , कोटा,,योगमाया शर्मा, कोटा, रीता गुप्ता ' रश्मि ,कोटा,,डॉ रंजना शर्मा, कोटा, प्रार्थना भारती कोटा, रेणु सिंह ' राधे ' ,कोटा, राकेश कुमार नैयर, झालावाड़ ,,अल्पना गर्ग, कोटा, गरिमा राकेश ' गर्वित ', कोटा, डॉ.अपर्णा पाण्डेय, कोटा, डॉ. वैदेही गौतम, कोटा,, डॉ.संगीता देव, कोटा,सलीम "स्वतंत्र", कोटा , सुरेश चंद्र निगम, झालावाड़ ,डॉ.संगीता सिंह, कोटा, डॉ. नेहा प्रधान, कोटा, स्मृति शर्मा, कोटा,डॉ. श्रीमती युगल सिंह, कोटा, प्रतिमा पुलक, झालावाड़,
आकांक्षा शर्मा, कोटा,रूप जी रूप, घाटोली, झालावाड, विजय कुमार शर्मा, कोटा,, सुमनलता शर्मा, बूंदी,कविता गांधी, झालावाड़, ममता महक, कोटा सुमन माली, कोटा, डां.हेमलता गांधी कोटा, डॉ. शशि जैन, कोटा,, एकता शर्मा कोटा, डॉ. सुशीला जोशी, कोटा, श्यामा शर्मा, कोटा, अर्चना शर्मा, कोटा, पल्लवी दरक न्याति, कोटा, अंजना मनोज गर्ग, कोटा, ,डॉ.अर्चना शर्मा, कोटा, डॉ. संगीता सिंह, कोटा को सम्मानित किया गया, कार्यक्रम में विशेष रूप से प्रेस फोटोग्राफर सुधींद्र गोड़, वरिष्ठ पत्रकार के डी अब्बासी, स्काउट गाइड यज्ञदत्त हाड़ा सहित कई गणमान्य लोग शामिल रहे, अख़्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339
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