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19 सितंबर 2025

देर रात 120 किलोमीटर से नेत्रदान लेकर,सुबह फिर 80 किलोमीटर से लिया नेत्रदान

  देर रात 120 किलोमीटर से नेत्रदान लेकर,सुबह फिर 80 किलोमीटर से लिया नेत्रदान
2. 6 घंटे,में 400 किलोमीटर की भाग दौड़ से चार को मिलेगी रौशनी

शाइन इंडिया फाउंडेशन के नेत्रदान जागरुकता अभियान से, कोटा और आसपास के 200 किलोमीटर के दायरे तक नेत्रदान की जागरूकता काफी बढ़ चुकी है । दूरी के कारण, ज्यादातर परिवार शोक की घटना होते ही,संस्था के सदस्यों को संपर्क कर नेत्रदान संपन्न करवाने का प्रयास करते हैं।

शुक्रवार देर रात, भवानी मंडी से 6 किलोमीटर दूर ग्राम माली खेड़ा में, छोगालाल,सोहन,मोहन,घनश्याम,रमेश और दिलीप (उपाध्यक्ष माली समाज) की माताजी का आकस्मिक निधन हुआ । परिवार के सदस्यों ने स्वयं पहल करके माता जी के नेत्रदान के लिए, संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र कमलेश दलाल को संपर्क किया ।

नेत्रदान के लिए उपयुक्त जानकारी लेने के उपरांत कोटा से डॉ कुलवंत गौड़, नेत्र संकलन वाहिनी ज्योति रथ को लेकर, मालीखेड़ा के लिए रवाना हुए, रात 11:00 बजे,100 से अधिक महिलाओं, बच्चों और करीबी रिश्तेदारों के बीच, डॉ गौड़ ने रतन बाई के नेत्र संकलित किये और मौके पर ही परिजनों को प्रशस्ति पत्र भेंट किया।

देर रात डॉ गौड़ भवानी मंडी से नेत्रदान लेकर कोटा पहुंचे, ठीक से नींद भी पूरी नहीं हुई थी कि,संस्था के ज्योति मित्र संजय अग्रवाल ने सुबह 5:00 सूचना दी की,भारत मेडिकल की गली, झालावाड़ निवासी सुरेश चंद अग्रवाल का आकस्मिक निधन हुआ है,और परिजन नेत्रदान के लिए तैयार हैं, सामाजिक और धार्मिक कार्यों में सदा अग्रणी रहने वाले सुरेश शहर के प्रमुख स्टेशनरी व्यवसायी रहे हैं ।

दिन प्रतिदिन समाचार पत्रों में नेत्रदान की खबरों को पढ़कर परिवार के सभी सदस्य इस पुण्य कार्य के प्रति जागरूक थे । सुरेश की पत्नी इंदिरा,बेटे नीरज, बेटी मनीषा,अंजलि और रुचि ने पिता के नेत्रदान करवाने के लिए संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन को संपर्क किया।

परिजनों की सहमति मिलने के बाद, कोटा से डॉ कुलवंत गौड़ नेत्र संकलन वाहिनी ज्योति रथ को लेकर सुबह जल्दी ही झालावाड़ स्थित निवास पर पहुंचे और नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया।  नेत्रदान के उपरांत परिवार के सदस्यों को प्रशस्ति पत्र भी भेंट किया ।

दोनों नेत्रदानों को संकलित करने के उपरांत संस्था की ओर से शोका कुल परिवार के सदस्यों को प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया।

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