पर्यटन लेखक डॉ. प्रभात सिंघल को श्रेष्ठ साहित्यकार का सम्मान
के डी अब्बासी
" श्रेष्ठ साहित्यकार" के प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है। उनके इस सम्मान से राज्य के जनसंपर्क कर्मियों, इतिहासविदों, समाज सेवियों, पत्रकारों और साहित्यकारों में खुशी की लहर है और बड़ी संख्या में लोग उन्हें बधाईयां दे रहे हैं।
साहियागार के प्रकाशक हिमांशु वर्मा ने बताया कि डॉ. सिंघल की कृति अद्भुत भारत (पूर्व भारत, पश्चिम भारत, उत्तर भारत, दक्षिण भारत, मध्य भारत, पूर्वोत्तर भारत) जो कि छः खण्डों में है का तीसरा संस्करण प्रकाशित हो रहा है । इनकी कृति "भारत की विश्व विरासत" का पाँचवाँ संस्करण प्रकाशित हो चुका है आपकी उक्त दो पुस्तकें राजस्थान समेत भारत के विभिन्न राज्यों में प्राथमिकता के स्तर पर विक्रय हेतु ली गयीं हैं।
प्रकाशक हिमांशु ने लिखा कि हमें आपको यह सूचित करते हुए हर्ष का अनुभव हो रहा है कि आपकी कृतियाँ- हमें यह बताते हुए भी प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है कि देशभर से आपके पाठकों द्वारा आपकी रचनाओं पर हमें सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ समय-समय पर मिलती रहती है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि आप जैसे विद्वान साहित्यकार की रचनाएँ हमारे प्रकाशन से प्रकाशित हुई हैं। हम स्वयं को सौभाग्यशाली समझते हैं और आपके प्रति कृतज्ञता से भरे हुए हैं।
हम आपकी सशक्त लेखनी, साहित्यिक समर्पण एवं रचनात्मक योगदान की हृदय से सराहना करते हुए आपको 'श्रेष्ठ साहित्यकार' सम्मान से साहित्यागार संस्था की ओर से सम्मानित करते हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि आपका साहित्यिक प्रकाश निरंतर फैलता रहे और आप सफलता की ऊँचाइयों को छुएं,
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