सिंगापुर जहां आर्यसमाज का हिंदी मीडियम शिक्षा अभियान के तहत हिंदी मीडियम डी ए वी स्कूल सिर्फ लिटिल इंडिया में है, लेकिन हमारा भारत देश जो विश्व का सबसे बढ़ा , लांगेस्ट लार्जेस्ट इंडिया है, परफेक्ट इंडिया है, देश के संविधान की अनुसूची में राष्ट्रभाषा हिंदी, भारतीय भाषा है, इस लार्जेस्ट भारत देश के कई राज्यों, कई जिलों में, संविधान में घोषित राष्ट्रीय हिंदी भाषा , हिंदी मीडियम स्कूलों का नामो निशान नहीं है, ओर भाजपा, संघ, कोंग्रेस कोई भी तो इस तरफ गम्भीर नहीं है, झूँठ थे मशहूर शायर इक़बाल, जिन्होंने कहा था,, हिंदी हैं हम हिंदुस्तान हमारा,, झूँठ इसलिए के हम आज राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, कुछ उत्तर प्रदेश वगेरा को छोड़ दें तो बाकी मराठी हैं, तमिल हैं, कन्नड़ हैं, आसामी हैं, बंगाली हैं, गुजराती हैं वगेरा वगेरा हैं, लेकिन हिंदी से उनका लगाव नहीं दुश्मनी सी है, ओर इस राष्ट्र भाषा हिंदी की हिफाज़त करने में सरकार विफल साबित हुई है, अख़्तर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)