शोक सभा में नेत्रदान कार्यशाला से प्रेरित हो,20 लोगों ने लिया नैत्रदान संकल्प*
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बीते
दिनों रोटेदा रोड, कापरेन निवासी रमेश चंद्र गौड़ की माताजी श्रीमती भूली
बाई के आकस्मिक निधन के उपरांत परिजनों ने नैत्रदान सम्पन्न कराया था ।
भूली
बाई के बारहवें में नेत्रदान पर एक लघु कार्यशाला का आयोजन किया गया,
जिसमें शाइन इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक डॉ कुलवंत गौड़ ने नैत्रदान के
विषय पर उपयुक्त जानकारी दी थी । उसी से प्रभावित होकर परिवार और
रिश्तेदारों के 20 लोगों ने नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा ।
डॉ
गौड़ ने रघुनाथ मंदिर में आयोजित शोक सभा में कहा कि, मृत्यु के बाद भी 8
घण्टो तक आँखों में जीवन रहता है। समय रहते यदि नैत्रदान का कार्य संपन्न
किया जाए,तो न सिर्फ दो दृष्टिहीनों के जीवन में रोशनी आती है,बल्कि हम
अपने मृत परिजनों को भी,पुनः जीवन देने में सहायक हो पाते हैं ।
डॉ० गौड़ ने विस्तार से नेत्रदान से जुड़ी भ्रांतियों के बारे में सभी को उपयुक्त जानकारी देते हुए कहा कि,
शोक
की घटना होने पर, यदि परिजन दिवंगत के नेत्रदान करना चाहते हैं तो, दिवंगत
की आंखों को पूरी तरह बंद करके उन पर गीला रुमाल रख दें और पंखा बंद करके
रखें,इससे कॉर्निया सुरक्षित रहता है ।
क्षेत्रवासियों
को इससे पहले नेत्रदान से जुड़ी इतनी उपयोगी जानकारी प्राप्त नहीं थी ।
जानकारी प्राप्त होते ही सभी ने स्व-प्रेरणा से नैत्रदान संकल्प पत्र भरे।
कार्यशाला के अंत में भारत विकास परिषद् के पूर्व राष्ट्रीय मंत्री नेशनल
प्रोजेक्ट ग्राम विकास ललित टेलर ने कहा की नेत्रदान के इस क्षेत्र में
भारत विकास परिषद् लगातार संस्था के साथ मिलकर कार्य कर रहा है ।
कार्यशाला
के अंत में नेत्रदानी श्रीमती भूली बाई के सुपुत्र रमेश चंद्र गौड़ (कृषि
पर्यवेक्षक) उनके सुपुत्र विजय कुमार गौड़, दुर्गेश गौड़, एवं परिवार के राम
लक्ष्मण गौड़,ब्रजमोहन गौड़,श्याम बिहारी गौड़,नाथू लाल गौड़,कालू लाल
गौड़,आनंदपुर वाले का सम्मान भारत विकास परिषद कापरेन द्वारा उपहरना पहना
करके किया गया।
शाइन
इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक डॉ कुलवंत गौड़ द्वारा नेत्र दानी परिवार को
प्रशस्ति पत्र और नेत्रदानी गौरव पट्टीका परिवार जनों को भेंट की।
कार्यशाला
में परिषद की ओर से शाखा अध्यक्ष राम अवतार सोनी, शाखा सचिव ओम प्रकाश
महावर, प्रदीप गुप्ता, सत्यनारायण गौतम, रामानंद स्वामी आदि उपस्थित रहे

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