परिवार में परंपरा बना नेत्रदान
आज सुबह शहर के निजी अस्पताल में
विज्ञान नगर निवासी ओम प्रकाश गुप्ता (एलआईसी अभिकर्ता) की धर्मपत्नी
राजेश्वरी गुप्ता का आकस्मिक निधन हुआ । जियाजी राधेश्याम गुप्ता,और भांजी
डॉ मीनल गुप्ता (नेत्र सर्जन) की समझाइश पर पति ओमप्रकाश,बेटे गौरव,आशीष
बेटी वर्षा, नेत्रदान के लिए सहमति दी, जिसके उपरांत शाइन इंडिया फाउंडेशन
के सहयोग से नेत्रदान का कार्य संपन्न हुआ ।
ज्ञात हो कि,3 वर्ष
पहले राधेश्याम (मेडतवाल वेश्य समाज अध्यक्ष,कोटा) कि धर्मपत्नी सुनीता
गुप्ता का भी निधन के उपरांत नेत्रदान का कार्य संस्था के माध्यम संपन्न
हुआ था । उसके बाद से राधेश्याम गुप्ता संस्था के साथ जुड़कर नेत्रदान के
क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं । 3 वर्षों से वह पत्नी की पुण्यतिथि पर
रक्तदान शिविर का आयोजन करते आ रहे हैं ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 मार्च 2025
परिवार में परंपरा बना नेत्रदान
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