शाहबाद के सहरिया आदिवासी क्षेत्र से,संभाग का पहला नेत्रदान
2. कोटा से 150 km दूर, सहरिया ग्राम मुण्डियर में रात एक बजे हुआ पहला नेत्रदान
ग्राम मूंडियर, तहसील शाहाबाद, बारां निवासी रामप्रसाद, मुरारीलाल, माणकचंद , सुरेशचंद, गोपाल व ओमप्रकाश ओझा की माताजी श्रीमती शांतिबाई का आकस्मिक निधन हुआ, उस के उपरांत जैसे ही शांति बाई की देवलोकगमन की सूचना संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन कोटा के ज्योतिमित्र व आई बैंक तकनीशियन टिंकू ओझा को प्राप्त हुई, उन्होंने माताजी के बेटों से नेत्रदान का पुण्य कार्य संपन्न कराने हेतु बात रखी, उसके पश्चात परिजनों ने बिना विलम्ब किये नेक कार्य के लिए अपनी सहमति संस्था शाइन इंडिया को दी।
उसके पश्चात देर रात कोटा से शाइन इंडिया की टीम कोटा से लगभग 150 किलोमीटर दूर बारां जिले के शाहाबाद तहसील के ग्राम मूंडियर से नेत्रदान संकलन करने के लिए रवाना हुई और माताजी के नेत्रदान प्राप्त कर प्रातः 4 बजे कोटा पहुंची।
पोते मनोज , पुरुषोत्तम व जितेंद्र ओझा ने बताया की ग्रामीण अंचल में इसप्रकार की पहल से नेत्रदान के प्रति लोगों का झुकाव बढ़ेगा जिससे नेत्रदान के प्रचार-प्रसार के कार्य में आगामी गतिविधियां बढ़ेगीं।
तकनीशियन टिंकू ओझा ने बताया की सम्पूर्ण परिवार पहले से ही नेत्रदान के विषय में जागरूक था, इस वजह से तत्काल ही परिजनों ने अपनी सहमति इस पुनीत कार्य हेतु दी। ज्ञात हो कि वर्ष 2019 में उनके विवाह समारोह के दौरान नेत्रदान अंगदान का शिविर लगा था,जब सम्पूर्ण परिवार नेत्रदान का संकल्प लिया था।
कोटा शाइन इंडिया फाउंडेशन के संथापक अध्यक्ष डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया की ग्रामीण अंचल में इस प्रकार से नेत्रदान संपन्न होना बड़ी बात है, जहाँ आज भी लोग नेत्रदान का संकल्प लेने से पीछे हटते हैं, साथ उन्होंने कहा की सम्पूर्ण ओझा परिवार ने वास्तव नेत्रदान की लौ जला दी है, जिससे उम्मीद है की आगे शाहाबाद क्षेत्र में नेत्रदान का कार्य आगे बढ़ेगा।
2. कोटा से 150 km दूर, सहरिया ग्राम मुण्डियर में रात एक बजे हुआ पहला नेत्रदान
ग्राम मूंडियर, तहसील शाहाबाद, बारां निवासी रामप्रसाद, मुरारीलाल, माणकचंद , सुरेशचंद, गोपाल व ओमप्रकाश ओझा की माताजी श्रीमती शांतिबाई का आकस्मिक निधन हुआ, उस के उपरांत जैसे ही शांति बाई की देवलोकगमन की सूचना संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन कोटा के ज्योतिमित्र व आई बैंक तकनीशियन टिंकू ओझा को प्राप्त हुई, उन्होंने माताजी के बेटों से नेत्रदान का पुण्य कार्य संपन्न कराने हेतु बात रखी, उसके पश्चात परिजनों ने बिना विलम्ब किये नेक कार्य के लिए अपनी सहमति संस्था शाइन इंडिया को दी।
उसके पश्चात देर रात कोटा से शाइन इंडिया की टीम कोटा से लगभग 150 किलोमीटर दूर बारां जिले के शाहाबाद तहसील के ग्राम मूंडियर से नेत्रदान संकलन करने के लिए रवाना हुई और माताजी के नेत्रदान प्राप्त कर प्रातः 4 बजे कोटा पहुंची।
पोते मनोज , पुरुषोत्तम व जितेंद्र ओझा ने बताया की ग्रामीण अंचल में इसप्रकार की पहल से नेत्रदान के प्रति लोगों का झुकाव बढ़ेगा जिससे नेत्रदान के प्रचार-प्रसार के कार्य में आगामी गतिविधियां बढ़ेगीं।
तकनीशियन टिंकू ओझा ने बताया की सम्पूर्ण परिवार पहले से ही नेत्रदान के विषय में जागरूक था, इस वजह से तत्काल ही परिजनों ने अपनी सहमति इस पुनीत कार्य हेतु दी। ज्ञात हो कि वर्ष 2019 में उनके विवाह समारोह के दौरान नेत्रदान अंगदान का शिविर लगा था,जब सम्पूर्ण परिवार नेत्रदान का संकल्प लिया था।
कोटा शाइन इंडिया फाउंडेशन के संथापक अध्यक्ष डॉ कुलवंत गौड़ ने बताया की ग्रामीण अंचल में इस प्रकार से नेत्रदान संपन्न होना बड़ी बात है, जहाँ आज भी लोग नेत्रदान का संकल्प लेने से पीछे हटते हैं, साथ उन्होंने कहा की सम्पूर्ण ओझा परिवार ने वास्तव नेत्रदान की लौ जला दी है, जिससे उम्मीद है की आगे शाहाबाद क्षेत्र में नेत्रदान का कार्य आगे बढ़ेगा।
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