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26 फ़रवरी 2025

कोटा कोंग्रेसियों में एक ही कहावत है , दिनेश खटीक सबसे सटीक और कोटा में आयोजित कांग्रेस कथित कार्यकर्ता , पदाधिकारी सम्मेलन में दिनेश खटीक ने यह साबित करके भी दिखाया के दिनेश खटीक ही सबसे सटीक हैं

 

कोटा कोंग्रेसियों में एक ही कहावत है , दिनेश खटीक सबसे सटीक और कोटा में आयोजित कांग्रेस कथित कार्यकर्ता , पदाधिकारी सम्मेलन में दिनेश खटीक ने यह साबित करके भी दिखाया के दिनेश खटीक ही सबसे सटीक हैं ,, ,बात कांग्रेस के पिक ऐंड चूज़ जेबी लोगों के साथ ,,कथित रूप से कांग्रेस को मज़बूत करने की नौटंकी की रस्म अदायगी थी , ,बाहर झगड़े हो रहे थे , कांग्रेस के पदाधिकारियों पर उँगलियाँ उठ रही थीं , नारेबाजी हो रही थी , कांग्रेस में फूल छाप कोंग्रेसियों को पद अदायगी पर शिकवे शिकायत थे , लेकिन इसी बीच इस रस्म अदायगी के वक़्त , स्तुति गान भाषण बाज़ी के तुरंत बाद जब , पार्टी महासचिव इंद्र राज जी गुर्जर ने ,, कोटा जिला कार्यकारिणी के चयन को लेकर अपने मुंह मिया मिट्ठू बनते हुए , बेहतरीन , तुलनात्मक , सभी को साथ लेकर चलने वाली कार्यकारिणी बताया ,, उसके बाद जब सह प्रभारी , कोटा इंचार्ज सुश्री पासवान अपने सम्बोधन के लिए उठीं , तो दिनेश खटीक जो कोटा अनुसूचित कांग्रेस विभाग के अध्यक्ष हैं , उनका सब्र का बाँध फुट बढ़ा वोह , आखिर दिनेश खटीक ही सबसे सटीक वाली कांग्रेस में चल रही कहावत को ,,, चरितार्थ करते हुए बोल बढे , क्षमा प्रार्थी होकर वोह सवाल दागने लगे , उनका सवाल था , के कोटा में अनुसूचित के नाम पर एक उपाध्यक्ष , एक महासचिव दिया गया है , जो यहां मौजूद नहीं हैं , कोई बात नहीं , लेकिन मंच पर एक दर्जन से भी अधिक लोगों का जमावड़ा है, क्या मंच पर एक भी अनुसूचित समाज के व्यक्ति को कांग्रेस के इस बढे कार्यक्रम में स्थान मिला है , दिनेश खटीक रुके नहीं उन्होंने कहा हमे अपने समाज में जवाब देना पढ़ता है , वोट गली गली से निकाल कर हम लाते हैं , और हमारा प्रतिनिधित्व मंच पर पर है ही नहीं , ,दिनेश खटीक ने इस निर्भीकता ,, निष्पक्षता से जो प्रश्न पैदा किया , वोह यक़ीनन , इस पूरी बैठक को ज़ीरो साबित करती है , प्रभारी , सह प्रभारी , प्रदेश प्रभारी , राष्ट्रीय प्रभारी , और कांग्रेस के जिला नेतृत्व ,, आयोजक , को ज़ीरो साबित करती है , गैर कोंग्रेसी साबित करती है , क्योंकि ,, कांग्रेस के मंच बैठे लोग , मंच पर लोगों को बिठाने की व्यवस्था के आयोजक लोग अगर कांग्रेस का संविधान को पढ़ने वाले होते , ,खुद राष्ट्रिय और राज्य स्तर के प्रभारी इसे स्वीकार करने वाले , अंगीकार करने वाले ,होते तो बैठक के पहले मंच पर कांग्रेस की संविधान की भावना के अनुसार , एक भी अनुसूचित समाज से कोई भी कोंग्रेसी को क्यों नहीं बैठाया गया , इस पर सवाल उठाते , वोह कांग्रेस की इस गलती को , सुधार करवाते, वोह तो शुक्र है खुदा का के कांग्रेस के कटटर समर्थक , जुझारू कार्यकर्ता आबिद कुरैशी घंटाघर वाले वहां मौजूद नहीं थे , नहीं तो मंच पर अल्पसंख्यकों की उपेक्षा पर जो नहीं बोला गया , मंच से आवाज़ नहीं उठाई गई के कोटा में अल्पसंख्यक कर्मचारी , पदाधिकारियों पर जो भाजपा ने ज़ुल्म , किये हैं और विधानसभा में बैठे कांग्रेस के विधायकों ने इन ज़ुल्म ज़्यादतियों पर कोई सवाल विधानसभा में खड़े नहीं किये हैं , वोह भी निष्पक्ष और निर्भीक रूप से ज़रूर इन मुद्दों को उठाते , ,खेर ,,,,,,कांग्रेस के कार्यर्कताओं को , सदस्यों को कांग्रेस का संविधान तो पढ़ना चाहिए , स्वीकार और अंगीकार करना ही चाहिए , लेकिन अगर राष्ट्रीय सचिव ,, प्रदेश सचिव , और जिला स्तर के प्रभारी इंचार्ज इन सार्वजनिक सभाओं में , या बैठकों में भी इस संतुलन को , जो संतुलन कांग्रेस के विधान में आदेशित है उसे नियमानुसार नहीं संचालित कर पाएंगे, तो फिर कांग्रेस कहाँ जायेगी , आधे से ज़्यादा तो फूल छापियों के साथ है , और बकाया बेचारे बनकर उपेक्षित है , उनकी सुनवाई नहीं है , ताजजुब तो यह है , के दिनेश खटीक ने , कांग्रेस के संविधान की भावना के अनुरूप बंद कमरे में सटीक बात कही , लेकिन उसके बाद भी वरिष्ठ लोगों की मौजूदगी में इसको सुधारा नहीं ,गया वक्तव्य में बुलवाया नहीं गया , पिक ऍन चूज़ का फार्मूला ही चलाया गया , ,भूल सुधार कर मंच पर स्थान देकर इस गलती को सुधारा नहीं गया , अब इन गलतियों का दंड तो जब हम अपने कांग्रेस कार्यक्रमों में समाज को बहिष्कृत करते है तो फिर इन घटनाओं को ,गिनाकर समाज के कई लोग भी , चुनावों में कांग्रेस को बहिष्कृत करते हैं , और धीरे धीरे हम हीरो से ज़ीरो इसीलिए हो भी रहे हैं , ,,,,बात कड़वी मगर सच्ची है , मुझे यक़ीन है , अभी भी कांग्रेस के पदाधिकारियों , कांग्रेस के ज़िम्मेदारों को , ऐसे मामलों में कोई परवाह नहीं होगी , क्योंकि कांग्रेस कार्यालय में होने वाले कार्यक्रम जब होटलों में शिफ्ट हो जाएंगे तो कांग्रेस को बर्बाद करने वाली पिछली सरकार की तरह होटल संस्कृति , रिसोर्ट संस्कृति की गुटबाज़ी ही सामने रहेगी ,, ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

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