एक नेत्रदान की सूचना से प्रेरणा मिली, तो संपन्न हुआ दूसरा नेत्रदान
2. नैत्रदान लेने ,कोटा से रामगंजमंडी गयी टीम ने आधे घण्टे में लिये दो नैत्रदान
एक
समय था, जब शोकाकुल परिवारों से नेत्रदान प्राप्त करने के लिए 6-6 घंटे तक
समझाइश करना पड़ता था । परंतु शाइन इंडिया फाउंडेशन के अनवरत प्रयासों से
अब,जब भी किसी परिवार में शोक की घटना घटती है तो, परिजनों द्वारा तुरंत ही
नेत्रदान करवाने का प्रयास किया जाता है ।
आज सुबह भारत विकास
परिषद के सदस्य व शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र संजय पतिरा ने कोटा
में डॉ कुलवंत गौड़ को सूचना दी की,थाना चौराहा गली,रामगंज मंडी निवासी
देवेंद्र ,सुनील और विजय जैन के पिताजी पदम कुमार जैन (बड़ोदिया-कुंडाल
वालो) का आकस्मिक निधन हुआ है ।और उन्होंने नेत्रदान की कार्य के लिए पदम
जी के भांजे नितेश ठाई 'लाला' और परिवार के सदस्यों की सहमति ले ली है ।
सूचना मिलते ही कोटा से नेत्रदान के लिए टीम रवाना हो गयी ।
नेत्रदान
प्रक्रिया के दौरान ही, पास में ही रह रहे जितेंद्र सिंह हुडा 'सोनू'
(पूर्व पार्षद) और बलवीर सिंह 'बंटी' की माताजी प्रीतम कौर का आकस्मिक निधन
भी हुआ है । सिख समाज के सदस्य गुरुद्वारे से अंतिम यात्रा के लिये
शव-शैया लेकर लौट रहे थे, जिसे वर्धमान डांगी ने देखा और यह सूचना संजय
विजावत और मोनू महेश्वरी को दी। मोनू ने प्रीतम जी के नेत्रदान करवाने के
लिए, सिख समुदाय के प्रधान सरदार रणजीत सिंह सलूजा के सहयोग से सोनू और
बंटी से सहमति ली और प्रीतम जी का नेत्रदान संपन्न करवाया ।
संस्था
के ज्योति मित्र संजय विजावत और संजय पतिरा ने कहा कि शहर में नेत्रदान का
कार्य बढ़ता जा रहा है,आज तक शहर में 59 देवलोकगामियों के नेत्रदान शाइन
इंडिया फाउंडेशन और भारत विकास परिषद के सहयोग से संपन्न हुए हैं,सभी के
सम्मिलित प्रयासों से आज नवरात्रि के प्रथम दिन में हुए दो नेत्रदान से चार
लोगों के जीवन में रोशनी आ सकेगी ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
03 अक्टूबर 2024
एक नेत्रदान की सूचना से प्रेरणा मिली, तो संपन्न हुआ दूसरा नेत्रदान
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