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01 अक्टूबर 2024

राजस्थान मेडिकल कौंसिल द्वारा फ़र्ज़ी रजिस्ट्रेशन मामले को दबाने के लिए भास्कर पत्रकार को रिश्वत देने की पेशकश मामले में अभी तक ऐ सी बी द्वारा मुक़दमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार नहीं करना संदिग्ध है

 

राजस्थान मेडिकल कौंसिल द्वारा फ़र्ज़ी रजिस्ट्रेशन मामले को दबाने के लिए भास्कर पत्रकार को रिश्वत देने की पेशकश मामले में अभी तक ऐ सी बी द्वारा मुक़दमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार नहीं करना संदिग्ध है , ,पत्रकार को भी इस मामले में एफ आई आर दर्ज करवाएं चाहिए , जबकि विदेशी डॉक्टर्स के पंजीयन वेरिफिकेशन में अनावश्यक देरी मामले की ह्यूमन रिलीफ सोसायटी के महासचिव अख्तर खान अकेला की शिकायत पर , राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेकर, शिकायत दर्ज की है ,,,,,जिसमे नेशन मेडिकल कौंसिल द्वारा अनावश्यक वेरिफिकेशन देरी को खत्म कर तुरंत वेरिफिकेशन रिपोर्ट भेजने और राजस्थान मेडिकल कौंसिल सहित सभी राज्यों की मेडिकल कौंसिल में , विदेश से कोर्स करके आये डॉक्टर्स का तुरंत पंजीयन कर उन्हें यहां की आयोजित परीक्षाओं में शामिल करने की मांग उठाई है ,,,,
राजस्थान मेडिकल कौंसिल , नेशनल मेडिकल कौंसिल , यूँ तो विदेश से एम बी बी एस करके आये डॉक्टर्स द्वारा एक कठिन परीक्षा पास करने के बाद भी , उनके पंजीयन मामले में , पचास तरह के वेरिफिकेशन के नाम पर , महीनों अटका कर रखता है , वेरिफिकेशन के नाम पर , अंडर प्रोसेस , अंडर प्रोसेस के नाम पर , मेडिकल कौंसिल में विदेश के डॉक्टर्स के पंजीयन में कृत्रिम रूप से देरी की जाती है , ऐसे में विदेश से आये डॉक्टर्स देरी से रजिस्ट्रेशन होने के कारण , जूनियर रह जाते है , कई परीक्षाओं में शामिल होने से वंचित रह जाते है , यह कृत्रिम देरी क्यों की जाती है , राजस्थान में फ़र्ज़ी डॉक्टर्स के पंजीयन की भास्कर में छपी खबर से प्रमाणित हो जाती है , हालात तो बद से बदतर तब हो जाते है , जब फ़र्ज़ी डॉक्टर्स के पंजीयन के नाम पर , राजस्थान मेडिकल कौंसिल के रजिस्ट्रार के पास उनके पक्ष लेने पहुंचे संवाददाता को , चुप रहने , खबर नहीं छापने का सुझाव रिश्वत देने की पेशकश के साथ किया जाता है , अब सवाल यह है , के भाजपा के राज में , भाजपा के मंत्री , भाजपा द्वारा लगाए गए , ऐंटी करप्शन के अधिकारी , खुद पत्रकार जी , ऐसे फ़र्ज़ी मेडिकल रजिस्ट्रेशन को दबाने , ,छुपाने के लिए , रिश्वत की पेशकश करने वाले , मेडिकल कौंसिल रजिस्ट्रार को गिरफ्तार करवाकर , सज़ा दिलवाते है , या यूँ ही खुला छोड़ देते है , पुराने रजिस्ट्रेशनों की तो जांच करवाना ज़रूरी हो ही गया है , लेकिन जानबूझ कर, वेरिफिकेशन के नाम पर , विदेश से एम बी बी एस करके आये डॉक्टर्स जिन्होंने विदेश की परीक्षा पास कर , यहां रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया है , उनके वेरिफिकेशन में देरी जानबूझ कर , लापरवाही के साथ देरी की गई है , ऍन एम सी में आर एम सी से वेरिफिकेशन जानकारी भेजने के बाद भी , ऍन एम सी ने इस वेरिफिकेशन को , बेवजह क्यों अटका रखा है , इसके पीछे डॉक्टर्स का पंजीयन देरी से करने का क्या मक़सद है , जबकि वेरिफिकेशन व्यवस्था तो त्वरित होती है , डॉक्युमेंट देख लिए , और भी जो जो वेरिफिकेशन है , वोह रिकॉर्ड देखना बहुत वक़्त खराब करने वाली व्यवस्था नहीं है , तो फिर अनावश्यक अटका अटकी ,, अगर होती है ,तो शंकाएं तो जाग्रत होती है , ,, इस मामले में , ह्यूमन रिलीफ सोसायटी के महासचिव एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने , प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी , सचिव नेशनल मेडिकल कौंसिल , ,राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली को शिकायत की थी , ,जिस ,पर विदेशी चिकित्सकों के पंजीयन वेरिफिकेशन मामले में अनावश्यक देरी की शिकायत मामले में राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली ने शिकायत पंजीबद्ध कर शिकायत नंबर भी भेजा है ,, ,जो इस तरह से है ,, Letter received from SADAFAKHTAR02@GMAIL.COM has been diarised by NHRC as 112952/CR/2024. This diary number may be used for future reference, if any Please do not reply or send any email at nhrc.india@nic.in
माननीय चेयरमेन साहब
राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग
नई दिल्ली
विषय,, विदेश से एम बी बी एस करके आने वाले छात्र छात्राओं का राजस्थान सहित सभी राज्यों की मेडिकल कौंसिल द्वारा दस्तावेज वगेरा सत्यापन के लिए भेजी गई इनक़्वायरी जांच ई मेल का तुरंत संज्ञान लेकर निश्चित समयावधि में सत्यापन करवाकर भिजवाने के निर्देश माननीय चेयरमेन साहब
नेशनल मेडिकल कौंसिल पॉकेट 14
सेक्टर 8 द्वारका फेज़ 1 नई दिल्ली 110077 इंडिया देने के क्रम में ,
मान्यवर ,
उपरोक्त विषय में निवेदन है की , राजस्थान सहित देश भर के लाखों बच्चे , विदेश से एम बी बी एस कर रहे ,हैं , विदेश से एम बी बी एस करके आयने वाले छात्र छात्राओं के लिए विशेष परीक्षा होती है जिसे पास करने के बाद ही , उनका इच्छित राज्य में , ग्रह राज्य में राज्य की मेडिकल कौंसिल में डॉक्टर के रूप में संबंधित जांच पड़ताल के बाद पंजीयन होता है , इस हेतु , वर्तमान हालातों में प्रक्रिया अनावश्यक रूप से लम्बी हो जाने से कई भविष्य के डॉक्टर्स बेवजह पंजीयन से महीनों वंचित हो जाते है , ऐसे में एक तरफ तो , डॉक्टर्स की जब ज़रूरत होती है , तो कमी नज़र आती है , यह डॉक्टर्स परीक्षा पास करने , कोर्स पूरा करने के बाद भी सिर्फ पंजीयन नहीं होने से , इलाज में मदद करने की स्थिति में नहीं हो पाते है , यह अनावश्यक रूप से जूनियर ,, सीनियर के विवाद में अटक जाते ,है जबकि राज्य स्तरीय सरकारी मेडिकल ऑफिसर भर्ती परीक्षा में यह छात्र आवेदक होने से वंचित हो जाते है ,वर्तमान में राजस्थान की स्थिति यही है , राजस्थान ,में मेडिकल ऑफिसर की पोस्टिंग होना है , आवेदन मांगे गए है , कई विदेश के डिग्रीधारी छात्र छात्राओं ने राजस्थान मेडिकल कौंसिल में आवेदन भी कर रखे हैं , अन्य राज्यों की स्थिति भी कमोबेश ऐसी होगी , लेकिन ऐसे आवेदक डिग्रीधारी डॉक्टर्स का पंजीयन इसलिए अटका पढ़ा है , के उनका सत्यापन नेशनल मेडिकल कौंसिल से समय पर वापस नहीं भेजा जा रहा है , बस अंडर प्रोसेस ,, जुमला कहकर मामला अटका पढ़ा है , ऐसे में मानवीय दृष्टिकोण , के अलावा , डॉक्टर्स की कमीपूर्ति को देखते हुए ,, , आवेदक डॉक्टर्स का संबंधित मेडिकल कौंसिल में बिना किसी देरी के पंजीयन सम्भव हो सके , इसके लिए नेशनल मेडिकल कौंसिल के अधीनस्थों को तुरंत , राज्यों की मेडिकल कौंसिल द्वारा भेजे गए सत्यापन के ई मेल सूचनाओं का सत्यापन निर्धारित समयबद्ध व्यवस्था के तहत , चौबीस या अड़तालीस घंटे में करके भेजने के निर्देश जारी करना आवश्यक है , क्योंकि सब कुछ व्यवस्थित होता है , पूर्व के दस्तावेज , वगेरा सब मौजूद रहते हैं , ,,यह समयबद्ध कार्यक्रम के तहत सम्भव है , ,ऐसे में अनावश्यक देरी होने से एक तरफ तो आवेदक डॉक्टर का पंजीयन समय पर नहीं होने से वोह प्रताड़ित रहता है , दूसरी तरफ संबंधित राज्य के ज़िले , स्थानीय चिकित्सालय को समय पर चिकित्सक मोजुद होने पर भी , पंजीयन नहीं होने से समय पर नहीं मिल पाता है ,,चिकित्सक संबंधित राज्यों की होने वाली मेडिकल ऑफिसर परीक्षा एव अन्य भर्तियों में भी पंजीयन में देरी के कारण आवेदक नहीं बन पाता है ,
अतः माननीय को ज्ञापन भेज कर निवेदन है की , विदेश से डिग्री लेकर आये एम बी बी एस धारक , डॉक्टर्स का यह दर्द समझे , संवेदनशीलता और तत्परता के आवश्यक निर्देश नेशनल मेडिकल कौंसिल ऑफ़ इंडिया पॉकेट 14 सेक्टर 8 द्वारका फेज़ 1 नई दिल्ली को जारी कर ऐसे आवेदक चिकित्स्कों की उनके राज्यों की मेडिकल कौंसिल से आने वाली सत्यापन सूचनाओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करें , खासकर राजस्थान के जो मामले महिओं से अटके पढ़े हैं , उन्हें तुरंत निस्तारित करने के निर्देश जारी करें , अंडर प्रोसेस का फार्मूला समयबद्ध हो , जब सब कम्प्युटराइज़्ड है , भौतिक सत्यापन भी यदि आवश्यक है , तो निर्धारित समयावधि अधिकतम सप्ताह भर में यह आसानी से सम्भव है , इस कारण उपरोक्तानुसार न्याय हित में त्वरित निस्तारण के आदेश जारी कर अनुग्रहित करें ,
भवदीय
एडवोकेट अख्तर खान अकेला
महसचिव
ह्यूमन रिलीफ सोसायटी
रशीदा मंज़िल 2 थ 15 मैन रोड विज्ञाननगर कोटा
राजस्थान 324005 मोबाइल 9829086339

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