शाइन इंडिया फाउंडेशन
'प्रेस नोट' दिनांक 16/9/2024
अब ग्रामीण क्षेत्र में भी नेत्रदान, परिवारों में बन रहा परंपरा
दरा में जाम लगा,तो ट्रेन से भवानीमंडी जाकर लिया नेत्रदान
शाइन
इंडिया फाउंडेशन के नैत्रदान जागरूकता अभियान से अब शहरों के साथ-साथ
ग्रामीण क्षेत्रों में भी नैत्रदान का कार्य परिवारों में परंपरा की तरह
बनता जा रहा है । शोकाकुल परिवार के सदस्य भी,दिवंगत के नेत्रदान होना ही,
उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि मानते हैं ।
किसी क्रम में भवानी मंडी
में भी रविवार को समाजसेवी ओमप्रकाश राठौर का निधन होने पर पुत्र दीपक एवं
संदीप ने पिता के नैत्रदान करवाने करने का निर्णय लिया ।
शाइन
इंडिया के ज्योति मित्र कमलेश दलाल ने की सूचना पर कोटा से डॉ कुलवंत
गौड़,नेत्रदान लेने के लिए ट्रेन से रवाना हुए, क्योंकि बीते एक सप्ताह में
दो बार दरा में जाम लगने की वजह से नेत्रदान लेने जाने में देरी हुई ।
शाम
4 बज़े,डॉ गौड़ द्धारा की गयी,नेत्रदान प्रक्रिया को परिवार की सभी
महिलाओं,बच्चों और वृद्ध जनों ने देखा । सभी को इस बात का संतोष था की,अंत
समय में नेत्रदान से किन्हीं दो दृष्टीबाधितों को रोशनी मिलेगी ।
दीपक
एवं संदीप राठौर ने बताया कि,पिता स्व० ओमप्रकाश राठौर सहित परिवार के सभी
सदस्यों ने नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा हुआ है ,स्वयं ओमप्रकाश जी की
प्रेरणा से ही पूर्व में तीन नेत्रदान इस परिवार से हुए हैं, स्व० ओमप्रकाश
जी के दो बड़े भाई स्व० राधेश्याम,स्व० सीताराम और पत्नि स्व० धापू बाई
राठौड़ का नेत्रदान भी हुआ है, पिता ओमप्रकाश का परिवार से चौथा नेत्रदान
हुआ है। नेत्रदान उनके पिता की अंतिम इच्छा में रहा है।
अन्य
जानकारी देते हुए कमलेश दलाल ने बताया कि, भवानी मंडी से यह 115 वां
नेत्रदान है,जो की कोटा के बाद अन्य सभी क्षेत्रों से सर्वाधिक है ।
प्रेषक.
डॉ कुलवंत गौड़,
शाइन इंडिया फाउंडेशन,
83869 00102
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
16 सितंबर 2024
अब ग्रामीण क्षेत्र में भी नेत्रदान, परिवारों में बन रहा परंपरा दरा में जाम लगा,तो ट्रेन से भवानीमंडी जाकर लिया नेत्रदान
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