39 वें नेत्रदान पखवाड़े के मध्यरात्रि में संस्था शाइन इंडिया के सहयोग से संपन्न।
शास्त्री
नगर ,कोटा निवासी देवलोकगामी कृष्ण निरंजन पोकरा पुत्र चंद्र प्रकाश
गुप्ता का नेत्रदान एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक घटना के रूप में सामने
आया। कल मध्यरात्रि में एक बज़े, उनके देहांत के तुरंत बाद उनके चाचा श्री
कुंज बिहारी पोकरा एवं ज्योति मित्र चेतन जैन ने बिना किसी विलंब के *शाइन
इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. कुलवंत गौड़ से संपर्क किया।
परिवार
की इस महान भावना और त्वरित प्रतिक्रिया ने यह सुनिश्चित किया कि श्री
कृष्ण निरंजन के दोनों नेत्रों का सफलतापूर्वक दान हो सके, जिससे किसी
जरूरतमंद की जिंदगी में उजाला लाया जा सके। शाइन इंडिया फाउंडेशन की टीम ने
तत्परता दिखाते हुए देर रात अस्पताल में पहुंचकर यह पुनीत कार्य संपन्न
किया।
देवलोक गामी कृष्ण निरंजन गुप्ता जी जाते-जाते अपने नेत्रों
का दान करके समाज में एक मिसाल कायम कर गए। उनका यह योगदान उन लोगों के लिए
आशा की किरण बनेगा जो दृष्टिहीनता से जूझ रहे हैं।
इस तरह का नेत्रदान न केवल जरूरतमंदों को दृष्टि प्रदान करता है, बल्कि यह समाज में नेत्रदान के महत्व को भी उजागर करता है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
07 सितंबर 2024
39 वें नेत्रदान पखवाड़े के मध्यरात्रि में संस्था शाइन इंडिया के सहयोग से संपन्न।
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