परिवार में परंपरा बन रहा है नेत्रदान
2. मरणोपरांत हुआ नैत्रदान,परिवार के शोक कम करता है
कोटा
में रक्तदान के पर्याय,श्रीनाथ अपार्टमेंट,बाल मंदिर रोड, निवासी नवीन
तोतलानी की बड़ी बहन शशि शिवारमानी का आज सुबह, नवीन के निवास स्थान पर
आकस्मिक निधन हो गया ।
नवीन काफी समय से संस्था शाइन इंडिया
फाउंडेशन के साथ जुड़े हुए हैं,पूर्व में भी वर्ष 2015 में उन्होंने अपनी
माता जी पुष्पा तोतलानी का मरणोपरांत नेत्रदान संपन्न करवाया था । बहन शशि
भी माता जी के नेत्रदान की कार्य से प्रेरित थी,और उन्होंने भी अपने परिवार
के सदस्यों से,समय आने पर, स्वयं के नेत्रदान करवाने के बारे में कह रखा
था ।
नवीन ने जीजा जी जितेंद्र,और भांजे जयेश से शशि के नेत्रदान
करवाने की सहमति लेने के उपरांत शाइन इंडिया फाउंडेशन को संपर्क नेत्रदान
संपन्न करवाया ।
संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़ ने
बताया कि,दिवंगत परिजन के नेत्रदान हो जाने से शोकाकुल परिवार का शोक भी
कुछ हद तक कम होता है ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
07 जून 2024
परिवार में परंपरा बन रहा है नेत्रदान
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