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23 मई 2024

कांग्रेस में जान फूंकने आये , अमीन पठान , प्रह्लाद गुंजल से भाजपा सरकार , निजी दुश्मनी, टारगेट बनाकर निकाल रही है , और कांग्रेस हाथ पर हाथ धरे बैठी है , कार्यर्कताओं में कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के खिलाफ भयंकर आक्रोश , कांग्रेस भाजपा गठबंधन अब नेताओं को तोडना होगा , भाजपा की भीख में जो समितियों में पद मिले हैं , उन्हें छोड़कर कोंग्रेसी होने का सुबूत दिया जाना चाहिए , आंदोलन हों ,, धरने प्रदर्शन हों , टार्गेटिव कार्यवाही अगर है , तो इस तरह के संबंधित लोगों की पूरी लिस्टें , कलेक्टर ,, राज्यपाल को देकर निष्पक्ष कार्यवाही की मांग पर , धरने , प्रदर्शन , अनशन करें ,

 

कांग्रेस में जान फूंकने आये , अमीन पठान , प्रह्लाद गुंजल से भाजपा सरकार , निजी दुश्मनी, टारगेट बनाकर निकाल रही है , और कांग्रेस हाथ पर हाथ धरे बैठी है , कार्यर्कताओं में कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के खिलाफ भयंकर आक्रोश , कांग्रेस भाजपा गठबंधन अब नेताओं को तोडना होगा , भाजपा की भीख में जो समितियों में पद मिले हैं , उन्हें छोड़कर कोंग्रेसी होने का सुबूत दिया जाना चाहिए , आंदोलन हों ,, धरने प्रदर्शन हों , टार्गेटिव कार्यवाही अगर है , तो इस तरह के संबंधित लोगों की पूरी लिस्टें , कलेक्टर ,, राज्यपाल को देकर निष्पक्ष कार्यवाही की मांग पर , धरने , प्रदर्शन , अनशन करें ,
कोटा 23 मई भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आने वाले दिग्गज , पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल , राजस्थान कमेटी के पूर्व चेयरमेन मंत्री दर्जा , अमीन पठान के विरुद्ध भाजपा सरकार में बैठे लोग , स्थानीय इशारे पर , टार्गेटिव कार्यवाही कर रही है , चुन चुन कर बदला लेने के प्रयास शुरू हो गए है , अफ़सोस इस बात पर है , के कांग्रेस का दामन थाम कर कांग्रेस को मज़बूती देने वाले ,, भाजपा से दुश्मनी लेकर , इस संकट के हालत में आये है , लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी , प्रदेश अध्यक्ष , पूर्व मुख्यमंत्री उनके साथ उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर खड़े नहीं हुए है , स्थानीय स्तर की तो बात ही छोड़िये , यह शर्मनाक है , लानत एक बार नहीं हज़ार बार नहीं , लाखों लाख बार लानत वाला कृत्य है , अब कार्यकर्ता चाहता है , के जब केंद्रीय शीर्ष नेताओं पर बदले की भावना से कार्यवाही होने पर देश भर में प्रदर्शन होते है, , धरने होते है, तो जिला और प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ज़िम्मेदारों के खिलाफ भी ऐसे टार्गेटिव हमले होने ,पर धरने , प्रदर्शन , विरोध तत्काल योजनाबद्ध आक्रामक तरीके से होना ही चाहिए ,,
कांग्रेस मतलब ,, एक दूसरे का साथ ,,, मैत्रीपूर्ण बैठक , क्षत्रुता निभाने वालों से मुठभेड़ , इसीलिए आज़ादी की जंग में कांग्रेस की भूमिका थी ,अब कांग्रेस संगठन , ज़ुल्म , ज़्यादती सहकर खामोश है , कोंग्रेसी बंट गए हैं , संगठन के ज़िम्मेदार पंगु हो गए है और कांग्रेस से जुड़े लोगों पर जब अत्याचार होता है, तो अधिकतम ज़िम्मेदार हाथ पर हाथ धर कर बैठ जाते है , नतीजा कांग्रेस टूटती जा रही है , और डरा धमका कर , लालच देकर, भाजपा कांग्रेस को अज़गर बनकर निंगल रही है ,कांग्रेस में अब बढे फेर बदल ,, ज़िम्मेदार लोगों की नियुक्ति की ज़रूरत है , कोटा में लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद ,, भाजपा की नीतियों को छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले दो बढे दिग्गज , अमीन पठान , ,प्रह्लाद गुंजल को टारगेट बनाकर , चुनाव आचार संहिता समाप्ति के पूर्व ही , मनमानी कार्यवाही और फिर कांग्रेस संगठन की इस अत्याचार मामले में चुप्पी , शर्मनाक है ,कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों के लिए कांग्रेस को खत्म करने की साज़िश का हिस्सा भी कहा जा सकता है, , अमीन पठान भाजपा का बढ़ा नाम , भाजपा संगठन के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ,, पार्षद , ख्वाजा गरीब नवाज़ अजमेर दरगाह समिति के भाजपा सरकार द्वारा मनोनीत चेयरमेन , राजस्थान सरकार में राज्य हज कमेटी के चेयरमेन मंत्री दर्जा जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं , केंद्रीय पदाधिकारी रहे हैं , अमीन पठान ने राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत सांसद का चुनाव हारने पर जब वोह ,,डिप्रेशन में आ गए , तब उन्हें डिप्रेशन में से निकालकर , वैभव गहलोत को भाजपा के मुखालिफ खड़े होकर , राजस्थान क्रिकेट एकेडमी का अध्यक्ष बनवाने वाले अमीन पठान परमुख ज़िम्मेदार रहे हैं , गहलोत परिवार और कांग्रेस परिवार उनका अहसानमंद भी रहा ,, फिर हालात बदले , अमीन पठान का भाजपा से मोह भंग हुआ ,अमीन पठान ने बिना किसी शर्त कोटा के दिग्गज नेताओं से आशीर्वाद प्राप्त कर , राजस्थान प्रभारी , और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उपस्थिति में कांग्रेस ज्वाइन की , अमीन पठान को , कांग्रेस ने संगठन में प्रदेश महासचिव का पद दिया , ,फिर विधानसभा चुनाव हुए , इन चुनाव में अमीन पठान उनके समर्थकों ने कोटा उत्तर , ,कोटा दक्षिण ,बूंदी सहित सभी विधानसभा सीटों सहित , जयपुर और अन्य क्षेत्रों में कांग्रेस के पक्ष में नीतिगत प्रचार प्रसार किया ,कोटा दक्षिण में भाजपा के नेताओं से उनका , उनके कार्यकर्ताओं का विवाद भी हुआ , फिर कोटा लोकसभा के चुनाव आये , बस अमीन पठान द्वारा कांग्रेस में शामिल होने की सज़ा उन्हें भाजपा ने देने का संकल्प लिया ,, जो अमीन पठान जिस फ़ार्म हाउस पर , ,हज़ारों लोगो को रोज़ा इफ्तार ,ग्यारहवीं शरीफ और शादी समारोह में दावतें देते हे , जिस फ़ार्म हाउस को सजाया संवारा जाता था , भाजपा के दिग्गज मंत्री , बढ़े नेता उस फॉर्म हाउस पर जाते थे , तब इस फॉर्म हाउस पर किसी तरह की कोई ऊँगली नहीं उठी, बस अमीन पठान का भाजपा से मुंह मोड़कर कांग्रेस में जाना गज़ब हो गया , और वोह भाजपा की निति नियत के हिसाब से भाजपा नेताओं की बदले की भावना के कारण निशाने पर आ गए , उनका फ़ार्म हाउस तोड़ने पहुंचाया गया ,, उनके खिलाफ राज कार्य में बाधा पहुंचाने का मुक़दमा बनाकर उन्हें जेल भेजा गया , इतना ही नहीं ,,उनका पीछा किया गया , परिवार पर भी कार्यवाही शुरू हुई , और फिर अचानक , उनका फ़ार्म हाउस एक ही दिन में तोड़ फोड़ कर तहस नहस कर दिया गया ,, अमीन पठान के खिलाफ मुक़दमे दर्ज ,होने और उनकी गिरफ्तारी के विरुद्ध तात्कालिक तोर पर , कांग्रेस कोटा दक्षिण की प्रत्याक्षी श्रीमती राखी गौतम प्रदेश अध्यक्ष महिला कांग्रेस , जिला अध्यक्ष सहित कुछ कांग्रेस जनों ने पुलिस अधीक्षक के पास जाकर विरोध जताया ,,,, फिर पटाक्षेप हो , गया ,, अब अमीन पठान का फ़ार्म हाउस तोड़ दिया गया , ,व्यक्तिगत रंजिश के हिसाब से उन्हें टारगेट किया जा रहा है , उनके खिलाफ सुबूत तय्यार किये जा रहे हैं , उनके क्रिकेट के खिलाडियों को नुकसान पहुंचाने के लिए क्रिकेट के होनहार खिलाड़ियों की क्रिकेट प्रशिक्षण एकेडमी को टारगेट किया जा रहा है , अफ़सोस इस बात का है , के इतना बढ़ा हमला कांग्रेस के प्रदेश महासचिव स्तर के पदाधिकारी के खिलाफ हुआ , तोड़ फोड़ हुई , अभी और टार्गेटिव कार्यवाही जारी है , लेकिन कांग्रेस के स्थानीय नेता, सहित प्रदेश के पदाधिकारी ,, प्रदेश अध्यक्ष , प्रदेश प्रभारी , पदाधिकारी , पूर्व मुख्यमंत्री , वैभव गहलोत एक शब्द नहीं बोले , चलो , अमीन पठान का फ़ार्म हाउस अवैध मान लेते है , क़ब्ज़ा मान लेते है , तो फिर , यह कार्यवाही सिर्फ अमीन पठान के खिलाफ ही ,क्यों,,,, कोटा में कई दर्जन नहीं , सैकड़ों ऐसे लोग है, प्रभावशालाई लोग है, भाजपा से जुड़े लोग है ,जिन्होंने बढे बढे क़ब्ज़े कर रखे है , तो फिर यूनिफॉर्म पॉलिसी के तहत सभी के साथ एक जैसा सुलूक हुआ चाहिए , इसी मांग को लेकर , कोंग्रेसी एक सूचि बनाकर , कोटा में जिला ,कलेक्टर जयपुर में महामहीम राज्य पाल को देते , ,लेकिन कोंग्रेसी नेताओं के कान पर तो जूं भी नहीं रेंगी , फिर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ,, विधायक, विधायक प्रत्याक्षी , प्रदेश पदाधिकारी , पूर्व मुख्यमंत्री , प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ,, पूर्व मंत्री संगठन में किस काम के, अरे अमीन पठान तो भाजपा में थे तो कलफ कुर्ता पायजामा पहनकर वी आई पी जीवन गुज़ार रहे थे , विकट परिस्थितियों में अमीन पठान ने वैभव गहलोत को , आर सी ऐ का अध्यक्ष बनवाया , उनके यह सारे काम जिन्हे आज भाजपा अवैध बता रही है , उस पर कभी ऊँगली नहीं उठी लेकिन उनके कांग्रेस में आते ही , भाजपा ने उन्हें अपना निजी दुश्मन मान लिया , और कोटा की सियासत से जुड़े लोगों ने उन्हें डराने , धमकाने, डरा धमका कर फिर से भाजपा का मददगार बनाने के लिए टारगेट करना शुरू किया ,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चुप रहे , इसी तरह , लोकसभा चुनाव में मुर्दा सी दिखने वाली कांग्रेस में जान फूंकने के लिए कांग्रेस के साथ जब प्रह्लाद गुजंल भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए , तो कांग्रेस को कोटा लोकसभा में नई ताक़त मिली , उनका मुक़ाबला कोटा में दिग्गज प्रत्याक्षी से था , वोह दमदारी से लड़े , काफी साज़िशें हुईं, टार्गेटिव हमले हुए , ,और फिर , उनके खुद के क्रेशर को , टारगेट किया , उन के खिलाफ मुक़दमा दर्ज हुआ , ,यह वही क्रेशर है , यह वही जगह हैं , जब वोह भाजपा में थे , तो किसी ने कभी उनके खिलाफ ऊँगली नहीं उठाई, फिर ऐसे क्रेशर तो , कोटा में भरमार है , अवैध चल रहे हैं , अवैध खनन के पत्थर से चल रहे हैं , प्रशासन के पास सर्वेक्षित लिस्ट है , ,लेकिन फिर भी प्रह्लाद गुंजल के विरुद्ध पत्थर चोरी , और अवैध क़ब्ज़े की एफ आई आर मामले में , ज़मींन नापने के वक़्त कोई सुबूत नहीं मिल पाए ,, कुल मिलाकर , कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए , नेताओं को टारगेट कर , प्रताड़ित किया जा रहा है , अगर यह लोग कांग्रेस में नहीं आते, भाजपा में ही रहते , तो इन्हे कोई छेड़ने वाला नहीं था , यह मज़े करते रहते , सुकून से रहते , ,लेकिन अफ़सोस इस बात पर है , के इस टार्गेटिव ज़ुल्म ज़्यादती , पक्षपात के खिलाफ ,, कोटा के कोंग्रेसी , कोटा जिला कांग्रेस अध्यक्ष ,,देहात कांग्रेस अध्यक्ष , कोटा के विधायक, विधायक प्रत्याक्षी , कोटा लोकसभा क्षेत्र के विधायक, विधायक प्रत्याक्षी इस मामले में , एक शब्द भी नहीं बोले है , आकस्मिक बैठक ,कर इस कृत्य की निंदा तक नहीं की है ,कलेक्टर को , टार्गेटिव कार्यवाही करने से रोकने , और अगर अभियान है, तो फिर ऐसे सभी लोगों की सूचि देकर, निष्पक्ष अभियान के तहत कार्यवाही करने के लिए किसी ने कोई ज्ञापन भी नहीं दिया है , प्रदेश स्तर पर प्रदेश पदाधिकारी , प्रदेश अध्यक्ष ,, पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व मंत्री जैसे सभी लोग इतनी बढ़ी घटनाओं पर अगर चुप रहेंगे तो ,, उनपर एक बार नहीं , हज़ार बार नहीं , लाखों लाख बार लानत है , लानत है , क्योंकि एक सच्चा कोंग्रेसी , समर्पित कोंग्रेसी , कांग्रेस को ज़िंदाबाद देखना चाहता है , सेटिंग वाली कांग्रेस ,भाजपा के आगे नतमस्तक वाली कांग्रेस , भाजपा के साथ गठबंधन वाली कांग्रेस हरगिज़ हरगिज़ नहीं देखना चाहता , अफ़सोस इस बात पर है , के कोटा की कोंग्रेसियों ने योजनाबद्द तरीके से कोटा की कई सहकारी संस्थाओं के चुनाव जहां अभी तक नहीं , हुए समय निकल गया है , लेकिन गठबंधन के चलते कोई आवाज़ नहीं उठाई , ,हद तो यह हुई के कांग्रेस के पदाधिकारियों को , भाजपा समर्थित लोगों ने , बिना चुनाव के अपने साथ डाइरेक्टर और पदाधिकारी बनाकर उन्हें ओब्लाइज किया और आज भी वोह भाजपा द्वारा भीख में दिए गए इन पदों को लेकर , खुद को कोंग्रेसी कहते है , अगर इनमे अभी भी थोड़ी शर्म बाक़ी है , तो ऐसे लोग जो ऐसी समितियों में भाजपा से ओब्लाइज है , वोह आज ही इस्तीफा दे दें ,, नहीं तो कांग्रेस संगठन से इस्तीफा दे दें दोहरे किरदार के लोग , कांग्रेस के लिए हमेशा नुकसानदायक रहे है , अरे ऐसी एक तरफा टार्गेटिव कार्यवाही के खिलाफ तो , जिला स्तर पर , प्रदेश स्तर पर , आंदोलन खड़ा हो जाना चाहिए , लेकिन मनमौजी कांग्रेस , सेटिंग वाली कांग्रेस , भाजपा से गंठबंधन वाली कांग्रेस ,,, चुप है , और यह कांग्रेस , इस कांग्रेस में ,वोटिंग इन भाजपा की क़तार में लगे लोग हमें हरगिज़ हरगिज़ नहीं चाहिए , हमें ओरिजनल कांग्रेस चाहिए , जो कोंग्रेसी कार्यकर्ता पर जब भी विपदा आये एक जुट होकर विरोध के लिए मुखर हो जाए , मज़बूत हो जाए, प्रह्लाद गुंजल तो मज़बूत है ,वोह लड़ना जानते है, ,, उनसे ही सीख लें , तो जो भी ,ओरिजनल कोंग्रेसी है , वोह इन लोगों से मिलें , इनका दर्द जाने , आपस में बैठकें करे और भविष्य की रणनीति बनाये , ताकि कांग्रेस भविष्य के लिए भाजपा से भयमुक्त होकर, एक जुट , मज़बूत हो सके , ,लेकिन क्या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ,जिला कांग्रेस अध्यक्ष ,, प्रदेश पदाधिकारी , पूर्व मंत्री ,वरिष्ठ नेता , विधायक , एक जुट होकर यह सब कर सकेंगे , या फिर , यह तो उसके साथ हुआ है में क्यों बोलूं यह सोचकर चुप रहेंगे , लेकिन याद रखिये , आज इनकी बारी ,है तो कल तुम्हारी आवाज़ गलती से भी खुली ,तो तुम्हारी बारी भी आएगी , फिर इसकी , बारी , फिर उसकी बारी भी आएगी , इसलिए ज़ुल्म ,ज़्यादती , टार्गेटिव हमलों की खुल कर बगावत करे , विरोध करें , एक जुट होकर ,संघर्ष , करें ,,, और अगर एक अतिक्रमण हटता है , एक अवैध बिल्डिंग टूटती है, तो सरकार को , जिला कलेक्टर को , ऐसी सभी अवैध इमारतें , एक साथ तोड़ने के लिए लिस्ट देकर , दबाव बनाएं , ,,ज़मीनी कार्यकर्ता चाहता है ,, संगठन के शीर्ष नेताओं के खिलाफ जब भाजपा कार्यवाही करती है , कोई मुक़दमा दर्ज होता है , तो देश भर में प्रदर्शन होते हैं , धरने होते है , तो फिर जिला स्तर पर , प्रदेश स्तर पर इस तरह की कार्यवाही होने पर , जिला और प्रदेश स्तर पर कार्यर्कताओं , पदाधिकारियों , प्रदेश पदाधिकारियों के सम्मान में , उनके संरक्षण में , प्रतिकार स्वरूप ऐसे धरने , प्रदर्शन , कार्य्रकम क्यों नहीं होना चाहिए , ,संगठन में वर्तमान हालातों में तो , ,कांग्रेस कार्यर्कताओं के निजी , दुःख , दर्द अस्पताल में भर्ती होने पर , परिवार पर निजी विपत्ति आने पर , परिवार में मृत्यु होने पर , कोंग्रेसियों का रस्मन भी उनके हाल पूंछने की परम्परा खत्म सी हो गई है , ,कोटा में एक थे जो ,, इन मामलों में सांत्वना देते थे , व्यक्तिगत रूप से भी जाते थे , लेकिन क्या करें अब वोह कांग्रेस में नहीं रहे , भाजपा का मुखर हिस्सा बन गए है , इधर कोटा के कथित कोंग्रेसी देश भर की वी आई पी सीटें जिताने के लिए तो जाते हैं , सेल्फ़ीयें हैं , सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार करते है, जैसे उनके बगैर कोंग्रेस चल ही नहीं सकती लेकिन वोह भी कोटा के इस ज्वलन्त मुद्दे पर कुछ नहीं बोल पाए है, कोई विरोध जताने ,,,की रणनीति इन वी आई पी कोंग्रेस प्रचारकों ने नहीं बनाई है, ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

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