आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

18 मई 2024

हम यक़ीनन नेकी करने वालों को ऐसा ही बदला दिया करते हैं

 हम यक़ीनन नेकी करने वालों को ऐसा ही बदला दिया करते हैं (131)
बेशक वह हमारे (ख़ालिस) ईमानदार बन्दों में थे (132)
और इसमें भी शक नहीं कि लूत यक़ीनी पैग़म्बरों में से थे (133)
जब हमने उनको और उनके लड़के वालों सब को नजात दी (134)
मगर एक (उनकी) बूढ़ी बीबी जो पीछे रह जाने वालों ही में थीं (135)
फिर हमने बाक़ी लोगों को तबाह व बर्बाद कर दिया (136)
और ऐ एहले मक्का तुम लोग भी उन पर से (कभी) सुबह को और (कभी) शाम को (आते जाते गुज़रते हो) (137)
तो क्या तुम (इतना भी) नहीं समझते (138)
और इसमें शक नहीं कि यूनुस (भी) पैग़म्बरों में से थे (139)
(वह वक़्त याद करो) जब यूनुस भाग कर एक भरी हुयी कश्ती के पास पहुँचे (140)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...