हम नेकी करने वालों को यूँ जज़ाए ख़ैर अता फरमाते हैं (121)
बेशक ये दोनों हमारे (ख़ालिस ईमानदार बन्दों में से थे) (122)
और इसमें शक नहीं कि इलियास यक़ीनन पैग़म्बरों में से थे (123)
जब उन्होंने अपनी क़ौम से कहा कि तुम लोग (ख़ुदा से) क्यों नहीं डरते (124)
क्या तुम लोग बाल (बुत) की परसतिश करते हो और खु़दा को छोड़े बैठे हो जो सबसे बेहतर पैदा करने वाला है (125)
और (जो) तुम्हारा परवरदिगार और तुम्हारे अगले बाप दादाओं का (भी) परवरदिगार है (126)
तो उसे लोगों ने झुठला दिया तो ये लोग यक़ीनन (जहन्नुम) में गिरफ्तार किए जाएँगे (127)
मगर खु़दा के निरे खरे बन्दे महफूज़ रहेंगे (128)
और हमने उनका जि़क्र ख़ैर बाद को आने वालों में बाक़ी रखा (129)
कि (हर तरफ से) आले यासीन पर सलाम (ही सलाम) है (130)
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
17 मई 2024
हम नेकी करने वालों को यूँ जज़ाए ख़ैर अता फरमाते हैं
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