कोटा बूंदी लोकसभा हॉट सीट को हज़ारों हज़ार वोटों से जीतने के लिए ,, कांग्रेस के सो से भी अधिक कार्यकर्ताओं ने भीतर घात , गद्दारी , रोकने के की मांग को लेकर , लोकसभा क्षेत्र की आठों विधानसभा क्षेत्रों में गुप्तचर पर्यवेक्षक लगाने , और ऐसे गद्दार ,, भीतरघातियों को , बाहर का रास्ता दिखाकर , गद्दार मुक्त कांग्रेस बनाने का पत्र लिखा
कोटा 8 अप्रेल , कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याक्षी प्रह्लाद गुजंल के पक्ष में भारी समर्थन है ,, ऐसे में भाजपा प्रत्याक्षी ओम जी बिरला के पक्ष में तोड़ फोड़ की निति के तहत कुछ बदलाव ,, कुछ कांग्रेस भीतरघात के प्रयास भी तेज़ हुए है , यही वजह है , ,के कांग्रेस के सो से भी अधिक ज़िम्मेदारों ने इस हॉट सीट के दो ज़िले कोटा , बूंदी की आठ विधानसभा सीटों के लिए , अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से गुप्त ऑब्जर्वर नियुक्त करने की मांग करते हुए कहा कि उक्त निष्पक्ष ऑब्जर्वर ,, कांग्रेस के वरिष्ठ ज़िम्मेदारों का अपनी अपनी विधानसभा क्षेत्रों में उनकी क्रियाशीलता , निष्क्रियता और भीतरघात के बारे में रिपोर्ट तय्यार करें और रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस के गद्दारों को बाहर का रास्ता दिखाकर कांग्रेस को गद्दार मुक्त किया जाए ,, कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने भाजपा के जंगजू सिपाही रहे , पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल पर दांव खेला है , और यह दांव भाजपा के प्रत्याक्षी ओम बिरला को भारी पढ़ रहा है , ऐसे में भाजपा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पाताल में पहुंचाने , ठिकाने लगाने ,की खुली धमकियां दे रहे हैं , या फिर नौकरशाहों , पूर्व नौकरशाहों के ज़रिये प्रलोभित ,, उद्धापित , गुमराह कर भाजपा में शामिल करने की मुहीम चला रहे है , कार्यकर्ताओं ने पत्र में लिखा है , के कोटा विधानसभा चुनाव के वक़्त , कोटा दक्षिण में कांग्रेस के पक्ष में खुला माहौल था , हर वोटर कांग्रेस को जिताने की ठान चुका था , कोटा उत्तर में शांति कुमार धारीवाल जिन्होंने ने कोटा में ही नहीं राजस्थान में ऐतिहासिक विकास कार्य करवाकर , विश्व कीर्तिमान बनाया है , कोटा का हर शख्स उनके विकास , सोंदर्यकरण कार्यों को सराह रहा था , , लाडपुरा में नईमुद्दीन गुड्डू के पक्ष में प्रधान होने के नाते करवाए गए विकास कार्यों को लेकर पक्ष का माहौल था , लेकिन इन्हे टिकिट मिलते ही , अचानक , माहौल बदला , और फिर कोटा दक्षिण जहाँ जीत सुनिश्चित थी , वहां कांग्रेस अप्रत्याशित तरीके से औंधे मुंह गिरी , लाडपुरा के हालात कोंग्रेसी वोटर्स की भाग संख्याओं में कांग्रेस के पक्ष में पढ़े वोटों से पता चलता है , जबकि ,, कोटा उत्तर जहाँ शांति कुमार धारीवाल को , तीस हज़ार वोटों से भी अधिक से जीतना था , वहां जीत का अंतर् चौबीस सो वोटों पर आकर ठहर गया , कुल मिलाकर कोटा में भीतरघात , कांग्रेस की कांग्रेस से गद्दारी के हालात बढ़ चढ़ कर थे , , यहां कांग्रेस का कोई धनी ढोरी नहीं था , नतीजा सामने है , जो लोग कांग्रेस के साथ थे , और जो लोग कांग्रेस के साथ दिखावे के तोर पर थे , लेकिन कांग्रेस के खिलाफ ,, अंदर ही अंदर रहकर , कांग्रेस को दीमक की तरह चाट रहे थे , ऊँचे ओहदे प्राप्त कर रहे थे , सरकार में अपना वज़न दिखा रहे थे , वोह सब अब कहाँ ,, किसके साथ , कांग्रेस को किस तरह से आरोपित करके गए है , तो कांग्रेस के विधानसभा चुनाव में क्या हुआ होगा , सभी अंदाज़ा लगा सकते हैं ,वोह बात अलग है , भाजपा के अमित शाह ने , कांग्रेस के गद्दारों के लगातार भाजपा में शामिल होने से , भाजपा कार्यकर्ताओं में उपजे असंतोष , विद्रोह को दबाने के लिए , ,सार्वजनिक मंच से , कांग्रेस में आने वाले लोगों को , अपमानित , बेइज़्ज़त करते हुए , कांग्रेस में भगदड़ और , भ्रष्टाचार के खिलाफ हो रही कार्यवाही के डर से आना बताते हुए कहा , के जो कोंग्रेसी भाजपा में ऐसे आ रहे हैं , उनसे भजपा कार्यर्कता आशंकित ना हो , भाजपा कार्यकर्ता ही सर्वोपरि रहेंगे , इस अपमान के बावजूद भी , अपनों से कई हज़ार गुना निम्नतर , लोगों की मौजूदगी में कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन करने का ऐलान , कांग्रेस कार्यर्कताओं के लिए केसा रहा होगा , समझा जा सकता है , खेर आना जाना , स्वतंत्रता है , और भी कई लोग आएंगे , कई लोग जाएंगे , कोई फ़र्क़ नहीं पढ़ता , आपात स्थिति के बाद तो कांग्रेस में , उँगलियों पर गिनने वाले कोंग्रेसी ही बचे थे , लेकिन फिर कितने साल शासन करते रहे , सरकारें बनाते रहे , यह वक़्त उससे बुरा वक़्त नहीं है , तात्कालिक है ,ऐसे में जो लोग उनके खिलाफ कारवाही से डर रहे हैं , जो पदों के लालची है , जो ,स्वाभिमान बेचकर , कांग्रेस की पहली पंक्ति में बैठने का सम्मान छोड़कर, जूतों में या फिर अंतिम पंक्ति में , बैठने के लिए गए हैं , उन्हें जाने दो , लेकिन जो अभी कांग्रेस में हैं , उन्हें तो , कांग्रेस का होकर रहना ही चाहिए , कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के प्रबंधन को लेकर , अफवाहों का बाजार रोज़ गर्म किया जा रहा हैं , रोज़ छुटपूट लोग जा रहे हैं , कुछ कम इन क्यू विद कमल ,, फूल छाप कोंग्रेसी से , अंतिम पंक्ति के भाजपाई होने की लाइन में लगे हैं , कोई फर्क नहीं पढ़ता , फ़र्क़ उनसे पढ़ता है जो कांग्रेस में रहकर ही , कांग्रेस में निष्क्रिय रहें , या फिर गद्दारी करें , अगर ऐसा हुआ तो मुमकिन है , कांग्रेस जीती हुई बाज़ी , कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र में किनारे के वोटों पर ही आकर जीत पाए , ,लेकिन इसे हज़ारों हज़ार की जीत में बदलने के लिए कांग्रेस के निष्क्रिय लोगों को रिचार्ज करना ज़रूरी है , कांग्रेस के भीतरघातियों को तलाश कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाना ज़रूरी है , वाजिब बात पर हुए नाराज़ लोगों को मनाना ज़रूरी है , यह सब दिल्ली में , बंद कमरों में बैठकर सम्भव नहीं है इसीलिए कोटा बूंदी लोकसभा क्षेत्र के सो से भी अधिक कार्यर्कताओं ने , कांग्रेस के राष्ट्रिय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे , नीतिकार श्रीमती सोनिया गाँधी , राहुल गांधी , प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द डोटासरा को पत्र लिखकर , स्पष्ट मांग की है , के बहुत हुआ , बहुत हुआ भीतरघात , बहुत हुई गद्दारी , बहुत हुआ आँतरिक गठबंधन , अब , सूक्ष्म जांच होना चाहिए , इसके लिए विधानसभा वार पर्वेक्षण , निष्पक्ष पर्वेक्षण ज़रूरी है , जो स्पष्ट ,, निष्पक्ष रिपोर्ट नियमित कांग्रेस के वरिष्ठ ज़िम्मेदारों को दे और अगर उनको निकालने से कांग्रेस हारती है , तो हार जाए , लेकिन जो कांग्रेस के गद्दार हैं , उनको साथ लेकर चलने का बोझ कांग्रेस ने अगर फिर सहा तो ,, कांग्रेस तबाह , बर्बाद हो जायेगी , , यूँ तो कोटा में कांग्रेस के पक्ष में माहौल है, लेकिन अगर , कोटा में ,एक सभा ,अशोक गहलोत की , एक सभा सचिन पायलेट की , एक सभा प्रियंका गाँधी के नेतृत्व में हो जाए , तो कोटा में कांग्रेस की जीत का इतिहास बन जाए , ,लेकिन क्या कोटा के आम कोंग्रेसी , लोगों की विचारों का सम्मान हाईकमान करेगा, ,गद्दारों को , शुद्धिकरण अभियान के तहत बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा, ,इनकी सूक्ष्म जांच के लिए , विधानसभा वार गुप्तचर के रूप में पर्यवेक्षकों को लगाया जाएगा , ,,,आम सभाओं में , सचिन पायलेट , अशोक गहलोत , शांति कुमार धारीवाल , प्रियंका गाँधी , जैसे नेताओं को बुलाया जाएगा ,,, ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
08 अप्रैल 2024
कोटा बूंदी लोकसभा हॉट सीट को हज़ारों हज़ार वोटों से जीतने के लिए ,, कांग्रेस के सो से भी अधिक कार्यकर्ताओं ने भीतर घात , गद्दारी , रोकने के की मांग को लेकर , लोकसभा क्षेत्र की आठों विधानसभा क्षेत्रों में गुप्तचर पर्यवेक्षक लगाने , और ऐसे गद्दार ,, भीतरघातियों को , बाहर का रास्ता दिखाकर , गद्दार मुक्त कांग्रेस बनाने का पत्र लिखा
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