40वीं वैवाहिक वर्षगांठ पर दंपत्ति ने लिया नेत्रदान संकल्प
आरके पुरम, लंका कॉलोनी, बूंदी निवासी किराना व्यवसायी नरेश राजानी ने, पत्नी दीपा राजानी के साथ 40वीं वैवाहिक वर्षगांठ पर और चेटीचण्ड के पावन उत्सव पर नेत्रदान का संकल्प पत्र भर कर संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र मनीष मेवाड़ा को भरकर सौंपा ।
नरेश काफ़ी सरल स्वभाव, सेवाभावी, सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहने वाले व मिलनसार व्यवहार के व्यक्ति है । वर्तमान में सिंधी समाज मे भी काफ़ी सक्रिय सदस्य हैं।
नरेश ने कहा कि,वैवाहिक वर्षगांठ पर इस तरह का निर्णय लेना,मुझे व मेरे परिवार को गौरवान्वित महसूस कराता है,हमको इस बात पर फक्र है कि,हमारी मृत्यु के बाद भी हमारा यह शरीर किसी के काम आ सकेगा ।
दीपा ने भी नेत्रदान के प्रति अपने विचार रखते हुए है कहा कि,यही एक ज़रिया है, जिसके माध्यम से हम परिवार को एक नए संस्कार में जोड़ सकते है,जीवित रहते तो हम सब,इच्छानुसार दान-पुण्य करते ही है,पर मृत शरीर भी यदि राख़ होने से पहले,किसी दूसरे की जीवन में रौशनी या नया जीवन देकर जाता है,तो इससे पुनीत कार्य मनुष्य जन्म में अन्य कोई नहीं है ।
नरेश और दीपा के तीनों बेटे प्रदीप,कमलेश और हितेश राजनी अपने माता-पिता की इस पुण्य पुनीत कार्य से प्रेरित
हैं । जल्द ही तीनों बेटे बहू भी नेत्रदान का संकल्प पत्र संस्था के साथ मिलकर भरेंगे ।
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