समाजसेवी,सेवाभावी रक्तदाता का देर रात सम्पन्न हुआ नैत्रदान
2. बहनों से सहमति के बाद,कोटा से आई टीम ने देर रात वैभव का लिया नेत्रदान
कल
देर रात नारायण टॉकीज के सामने,सीमेंट रोड रामगंजमंडी निवासी वैभव मिश्रा
का हृदयघात से आकस्मिक निधन हो गया । वैभव काफी समय से रक्तदान के क्षेत्र
में कार्य कर रहे थे ,स्वयं एक कुशल लैब टेक्नीशियन थे,उन्होंने कोटा के कई
ब्लड बैंक में अपनी सेवाएं दी थी । स्वयं भी अपने रक्तदान से कई लोगों का
जीवन बचा चुके हैं ।
गुरुवार देर रात को उनके निधन की सूचना संस्था
शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र अभिषेक बम को मिली तो उन्होंने
परिवार के सदस्यों को नैत्रदान करवाने के लिये तैयार किया। वैभव की दोनों
बहने वैशाली,वर्तिका और चाचा अनूप मिश्रा से सहमति मिलने के बाद,शाईन
इंडिया के संजय विजावत,मोनू माहेश्वरी की सूचना पर कोटा से डॉ कुलवंत गौड़
रात 12:00 बजे रामगंज मंडी स्थित निवास स्थान पर पहुंचे ।
परिवार के
सभी सदस्यों के बीच में डॉ गौड़ ने नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया ।
भारत विकास परिषद के दिनेश डपकरा, दीपक पाराशर ने बताया कि, रामगंज मंडी
में लोगों में नेत्रदान के प्रति आस्था बढ़ती जा रही है,शोकाकुल परिवार के
परिजन यह जानने लगे हैं कि, नेत्रदान ही एक ऐसा माध्यम है,जिससे मृत्यु के
उपरांत भी हम देवलोकगामी को किन्हीं दो दृष्टिहीनों की आंखों में जीवित रख
सकते हैं ।
नेत्रदान के समय वैभव की बहन वैशाली,वर्तिका,चाचा
अनूप,रजनीश,चाची ज्योति, संगीता,दादी कमला और शहर के कई गणमान्य नागरिक
मुरली मनोहर शर्मा,अशोक शर्मा रमेश शर्मा अनिल कुमार भील,व शाईन इंडिया के
ज्योति मित्र संजय मेहता नाकोड़ा उपस्थित थे
संस्थापक डॉ गौड़ ने
बताया कि,पूरे राजस्थान में नेत्रदान के लिए कार्य कर रही संस्थाएं (राजकीय
व निजी),एकत्रित नेत्रों को राज्य सरकार द्वारा अधिकृत आई बैंक सोसायटी ऑफ
राजस्थान,जयपुर में भेजते हैं । वहीं से एक नियमबद्ध प्रणाली के तहत
कार्निया का नि:शुल्क प्रत्यारोपण किया जाता है ।
ज्ञात हो कि,शाइन
इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से पूरे हाडोती में नेत्रदान जागरुकता अभियान
कार्यक्रम पिछले 13 वर्षों से लगातार कार्यरत है । संस्था के माध्यम से अभी
तक 2300 नेत्रों का संकलन किया जा चुका है, प्राप्त नेत्रों में से 1800
नेत्रों का नि:शुल्क प्रत्यारोपण कॉर्निया की अंधता का दुख भोग रहे लोगों
में किया जा चुका है ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
15 मार्च 2024
समाजसेवी,सेवाभावी रक्तदाता का देर रात सम्पन्न हुआ नैत्रदान
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