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04 फ़रवरी 2024

रात भर मेरी तरह रात जगाए तुझको

 

रात भर मेरी तरह रात जगाए तुझको
सोना चाहे तू मगर नींद न आए तुझको
तू भी अहसास ए जुदाई में बहाए आँसू
भूलने वाले मेरी याद सताए तुझको
मेरी मर्ज़ी पे मुझे छोड़ के जाने वाले
तेरी मर्ज़ी पे कोई छोड़ के जाए तुझको
जो तेरे नाम से आवाज़ लगाते है मुझे
वो मेरे नाम से आवाज़ लगाए तुझको
एक दिन आए मेरी बात न सुन ने वाले
तेरी औलाद मेरे शेर सुनाए तुझको
मैं नही ना सही लेकिन वो मेरे जैसा हो
एक दिन तो कोई आईना दिखाए तुझको

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